कोरबा । खाद्य विभाग को शासकीय खाद्यान्न वितरण में गड़बड़ी की शिकायत मिली थी। जांच उपरांत गड़बड़ी की पुष्टि हुई। मामले में पुलिस ने 10 लाख 89 हजार रुपए के सरकारी राशन घोटाले के मामले में स्व-सहायता समूह के अध्यक्ष, सचिव सहित तीन पर अपराध दर्ज किया है।

खाद्य विभाग को विकासखंड पाली के ग्राम परसदा में संचालित शासकीय उचित मूल्य की दुकान से राशन वितरण में गड़बड़ी की शिकायत मिली थी। इस पर विभाग ने जांच शुरू की थी। इस दौरान टीम ने भौतिक सत्यापन की कार्यवाही की। राशन स्टॉक पंजी की जांच की, तब टीम को राशन वितरण में गंभीर अनियमितता मिली। जांच के दौरान टीम को दुकान में 258.64 क्विंटल चावल और 3.30 क्विंटल शक्कर कम मिला। यह भी पाया गया कि दुकान संचालकों के द्वारा सार्वजनिक वितरण प्रणाली अंतर्गत पात्र हितग्राहियों को राशन वितरण नहीं किया गया, बल्कि खाद्यान्न की कालाबाजारी की गई। वहीं शासन को 4163.76 रुपए प्रति क्विंटल चावल एवं 4034.22 रुपए प्रति क्विंटल शक्कर की दर से कुल 10 लाख 89 हजार 969 रुपए 17 पैसे का नुकसान हुआ है।
इस संबंध में खाद्य निरीक्षक ने जांच प्रतिवेदन एसडीएम को उपलब्ध कराया। जांच प्रतिवेदन के आधार पर पाली थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई। पुलिस ने मामले में पीडीएस संचालक गणेश स्व-सहायता समूह परसदा की अध्यक्ष, सचिव व विक्रेता पर एफआईआर दर्ज किया है।
