हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा । सक्षम आंगनबाडी एवं पोषण 2.0 के तहत् पूरक पोषण आहार व्यवस्था अंतर्गत रेडी टू ईट एवं फोर्टिफाईट आटा का परियोजना स्तर पर स्थापित यूनिट के माध्यम से
निर्माण एवं आपूर्ति हेतु महिला स्व सहायता समूहों के चयन अभिरुचि के मंगाए गए प्रस्ताव में चयनित स्व सहायता समूहों पर संचालन शुरू करने रुचि नहीं लिए जाने पर अब शासन -प्रशासन एक्शन मोड़ में आ गई है। आकांक्षी जिला कोरबा में चोटिया परियोजना से इसकी शुरूआत कर दी गई है। चयनित समूह आदर्श महिला स्व सहायता समूह खिरटी ग्राम खिरटी पोस्ट मोरगा विकासखण्ड पोड़ीउपरोड़ा का अनुबंध जिला पंचायत सीईओ ने निरस्त कर दिया है। अंतिम सूची के अनुसार प्रतिक्षारत् स्मृति स्व सहायता समूह बुढ़ीपीपर टिहली सरई पोस्ट मोरगा का चयन कर संचालन दायित्व सौंपा गया है। इस प्रशासनिक कार्रवाई को नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत द्वारा मानसून सत्र में रेडी टू ईट समूह चयन में भ्रष्टाचार को लेकर 8 जुलाई को ध्यानाकर्षण के माध्यम से दागे गए सवाल के परिप्रेक्ष्य से जोड़कर देखा जा रहा है । बहरहाल इस प्रशासनिक कार्रवाई से अन्य चयनित समूहों में भी हड़कम्प मचा है वहीं कटघोरा,पसान,हरदीबाजार,कोरबा ग्रामीण में आवेदनकर्ता प्रधानमंत्री कार्यालय को समूह चयन में अनियमितता की शिकायतकर्ता समूहों में भी न्याय की आश जग गई है।

यहां बताना होगा कि पूर्ववर्ती कांग्रेस शासनकाल में फरवरी 2022 से प्रदेश के सभी जिलो के आंगनबाड़ी केन्द्रों में महिला समूह को रेडी टू ईट (पूरक पोषण आहार )के उत्पादन एवं वितरण कार्य से हटाकर छ.ग. राज्य बीज विकास निगम रायपुर के माध्यम से कराया जा रहा है। गत विधानसभा चुनाव पूर्व भारतीय जनता पार्टी के द्वारा प्रदेश में रेडी टू ईट का संचालन महिला समूहों से कराये जाने की घोषणा की गई थी। सत्तासीन होने के उपरांत भाजपा शासित छत्तीसगढ़ की विष्णुदेव साय की सरकार द्वारा 1साल बाद रेडी टू ईट का संचालन महिला
स्व सहायता समूहों से किए जाने की घोषणा की गई थी। पायलट प्रोजेक्ट के तहत छत्तीसगढ़ के 6 जिलों कोरबा,रायगढ़, बलौदाबाजार -भाटापारा , बस्तर ,दंतेवाड़ा एवं सूरजपुर जिले का चयन किया गया था। छत्तीसगढ़ शासन महिला एवं बाल विकास विभाग मंत्रालय महानदी भवन नया रायपुर का पत्र क्रमांक/एफ 3-55/2016/50 (पार्ट) नया रायपुर, दिनांक 24.03.2025 के अनुसार सक्षम आंगनबाडी एवं पोषण 2.0 के तहत् पूरक पोषण आहार व्यवस्था अंतर्गत रेडी टू ईट एवं फोर्टिफाईट आटा का परियोजना स्तर पर स्थापित यूनिट के माध्यम से निर्माण एवं आपूर्ति हेतु महिला स्व सहायता समूहों के चयन अभिरुचि का प्रस्ताव का दावा आपत्ति का निराकरण कर जिला स्तरीय चयन समिति के समक्ष दिनांक 21/05/2025 को रखा गया था। जिला स्तरीय समिति द्वारा सक्षम आंगनबाडी एवं पोषण 2.0 के तहत् पूरक पोषण आहार व्यवस्था अंतर्गत रेडी टू ईट एवं फोर्टिफाईड आटा निर्माण हेतु कार्यालय मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत कोरबा (महिला एवं बाल विकास विभाग) के आदेश क्रमांक/650/मबावि./पो.आ./2025-26 कोरबा, दिनांक 28.05.2025 के द्वारा आदर्श महिला स्व सहायता समूह खिरटी ग्राम खिरटी पोस्ट मोरगा विकासखण्ड पोड़ीउपरोड़ा का चयन किया गया था।



दिनांक 02.12.2025 को रेडी टू ईट चयन समिति की बैठक आहूत की गई बैठक में लिये गये निर्णय अनुसार आदर्श महिला स्व सहायता समूह खिरटी एकीकृत बाल विकास परियोजना चोटिया को कार्य के प्रति रुचि नहीं लेना पाया गया। जिसके फलस्वरूप छत्तीसगढ़ शासन महिला एवं बाल विकास विभाग मंत्रालय महानदी भवन नया रायपुर का पत्र क्रमांक/एफ 3-55/2016/50 (पार्ट) नवा रायपुर, दिनांक 24.03.2025 के कण्डिका क्रमांक 5.4. कण्डिका क्रमांक 7 के 7.3.5. कण्डिका क्रमांक 7.4, कण्डिका क्रमांक 7.5 अनुबंध के अनुसार कार्य नहीं किये जाने के कारण कार्य से पृथक कर अनुबंध निरस्त किया गया है। एकीकृत बाल विकास परियोजना चोटिया के अंतिम सूची के अनुसार प्रतिक्षारत् स्मृति स्व सहायता समूह बुढ़ीपीपर टिहली सरई पोस्ट मोरगा जिला कोरबा (छ.ग.) को छत्तीसगढ़ शासन महिला एवं बाल विकास विभाग मंत्रालय महानदी भवन नवा रायपुर का पत्र क्रमांक/एफ 3-55/2016/50 (पार्ट) नया रायपुर, दिनांक 24.03.2025 के कण्डिका क्रमांक 3 अनुसार चयन किया गया है।
👉चयन के 6 माह बीत गए कब शुरू होगा उत्पादन ? उठ रहे सवाल…
समूहों का चयन आदेश 28 मई को जारी किया जा चुका है। साढ़े 6 माह बीत गए लेकिन आज पर्यन्त समूह उत्पादन में नहीं आ सकी। जो शासन सम्बंधित विभाग की सुस्त कार्यशैली को दर्शाती है। आकांक्षी जिला कोरबा में 4 परियोजनाओं के रेडी टू ईट के नमूने केंद्रीय खाद्य प्रयोगशाला थाणे महाराष्ट्र भेजी गई है। जिसमें से 2 परियोजनाओं के समूहों की रिपोर्ट संतुष्टिजनक प्राप्त हो चुकी है। 2 के नमूना विश्लेषण रिपोर्ट का इंतजार है। बाकी अन्य 6 परियोजनाओं के रेडी टू ईट के नमूने कब भेजे जाएंगे,कब रिपोर्ट आएगी। और समूह उत्पादन कब शुरू करेंगे यह तो विभागीय स्पष्ट रूप से नहीं बता पा रहे। उम्मीद जताई जा रही है कि नए साल में ही जनवरी-फरवरी माह से सभी चयनित समूह उत्पादन में आएंगे। कमोबेश ऐसी ही स्थिति पूरे प्रदेश में चयनित अन्य 5 जिलों की भी बताई जा रही है। बताया जा रहा सभी जिलों में यूनिट स्थापना,स्वचलित मशीनों की खरीदी टेस्टिंग,ट्रेनिंग आदि प्रक्रियाओं में ही अधिकांश समय व्यतीत हो गया।
👉प्राविधिक सूची में था नाम ,अंतिम सूची से हो गया था गायब ,नेताप्रतिपक्ष के मानसून सत्र में शिकायत के बाद मिली न्याय

छ.ग. शासन महिला बाल विकास विभाग के निर्देश पत्र क./3-55/ दिनांक 20.01.2025 के निर्देश में समूह चयन की समस्त प्रक्रिया का वर्णन है। जिसके अनुसार जिला कार्यक्रम अधिकारी के द्वारा चयन का विज्ञापन जारी कर प्रक्रिया प्रारंभ किया गया। एवं प्राप्त आवेदनों को जिला स्तर के प्रथम श्रेणी के अधिकारियों के द्वारा सुक्ष्मता से परीक्षण कर पत्र कमांक/440/ दिनांक 14.05.2025 को प्रथम सूची जारी करते हुए दावा आपत्ति आमंत्रित किया गया। अधिकारियों ने इतनी सुक्ष्मता से परीक्षण कर सूची जारी किया कि सभी समूहों के द्वारा सौंपे गए दस्तावेज अनुसार प्राप्त अंको से संतुष्ट नजर आए । इसके पश्चात् विभाग के द्वारा द्वितीय सूची जारी किया गया । जिसमें कोरबा जिले के 10 परियोजनाओं में से प्रथम सूची में आये समूहों के जिले के 5 परियोजनाओं के समूहों को निचले क्रम में कर दिया गया।
स्मृति स्व सहायता समूह बुढ़ीपीपर टिहली सरई पोस्ट मोरगा जिला कोरबा (छ.ग.) को चयनित किए जाने की प्रशासनिक कार्रवाई से इतर जमीनी वास्तविकता से आमजन अंजान है। हसदेव एक्सप्रेस को विश्वनीय सूत्रों से मिले जानकारी अनुसार यह समूह पहले ही चयन का हकदार था। प्राविधिक सूची में इसका नाम था। लेकिन अंतिम सूची जारी होने पर चयन समिति ने नियमों से परे जाकर ,विधि विरुद्ध अंक देकर आदर्श महिला स्व सहायता समूह खिरटी का चयन कर दिया था। यही नहीं उक्त समूह के नाम से 2 परियोजनाओँ में भी कार्य लिए जाने की शिकायत थी। जो नियमों के प्रतिकूल था। इस समूह के अलावा अन्य 4 परियोजना हरदीबाजार ,कटघोरा,पसान ,एवं कोरबा ग्रामीण की प्राविधिक सूची में चयन उपरांत अंतिम सूची में दूसरी वरीयता में रखे गए समूहों के साथ भी छलावा की शिकायतें प्रधानमंत्री कार्यालय को की गई है।
इनमें कटघोरा परियोजना से संतोषी स्व सहा समूह मलगांव, हरदीबाजार परियोजना से जिया स्व सहायता समूह हरदीबाजार, पसान परियोजना से जय मां दुर्गा स्व सहा समूह कर्री एवं कोरबा ग्रामीण परियोजना से मां अन्नपूर्णा महिला स्व. सहा. समूह कोरकोमा शामिल हैं। इन 5 परियोजनाओं में प्रथम सूची में चयनित समूहों के साथ
हुए अन्याय की सूचना मिलने पर विधानसभा नेता प्रतिपक्ष चरण दास मंहत के द्वारा विधानसभा के मानसून सत्र में 8 जुलाई 2025 को ध्यानाकर्षण के माध्यम से राज्य सरकार को अवगत कराया गया । जिसमें उन्होंने बताया कि पात्र महिला समूहों की महिलाओं में प्रशासन की पक्षपातपूर्ण प्रकिया से रोष ,आक्रोश व्याप्त है। जिसके बाद शीतकालीन सत्र में हंगामे से पहले चोटिया समूह से अपात्र समूह की कार्य में रुचि नहीं लिया जाना आदेश में दर्शाकर कार्य से पृथक कर अनुबंध निरस्त कर दिया गया है। ताकि विधानसभा की कार्रवाई से बचा जा सके।
👉कई समूहों के विभिन्न दस्तावेजों को समिति नहीं देख पाई थी …तर्क बनी चर्चा
समूह चयन में मुख्य रूप से गंभीर अनियमितता यह है कि जिला कार्यक्रम अधिकारी के द्वारा प्रथम सूची कमांक/440/मबावि/पो.आ.22025-26 कोरबा दिनांक 14.05.2025 को जारी किया गया था उक्त पत्र में स्पष्ट रूप से उल्लेखित किया गया था कि समूहों से प्राप्त आवेदनों का जिला स्तरीय रेडी टू ईट चयन समिति द्वारा आवेदनों का सूक्ष्म परीक्षण कर अंको की गणना कर अंक दिया गया । तत्पश्चात् द्वितीय समूह चयन में तथ्यहीन तर्क दिया गया। कई समूहों के विभिन्न दस्तावेजों को समिति नहीं देख पाई थी जिन्हें अंक समिति द्वारा नहीं दिया गया था । वर्तमान में अंक दिया जा रहा है। इस प्रकार के तथ्यहीन तर्क अनुसार समूह चयन में धांधली की चर्चाएं हैं । उक्त कृत्य समूहों में चर्चा का विषय बनी रही।यहां यह भी बताना लाजमी होगा कि जिन 5 परियोजनाओं में प्रथम सूची के बाद द्वितीय सूची में नाम परिर्वतन कर चयन किया गया । इससे छुब्ध होकर परियोजना हरदीबाजार, कटघोरा, एवं पसान परियोजना के महिला समूहों के द्वारा माननीय सभांगायुक्त बिलासपुर के समक्ष अपील दावा प्रस्तुत किया गया है जिसमें माननीय संभागायुक्त ने स्पष्ट रूप से निर्णय दिया है कि प्रकरण मैं यथास्थिति बनाएं रखेंगे। अर्थात जिन समूहों का चयन किया गया है उनसे वर्तमान में कोई कार्य नहीं लिया जावेगा। उक्त पारित आदेश के साथ उक्त सभी समूहों ने जिला कार्यकम अधिकारी एवं जिला कलेक्टर को उक्त संबंध अभ्यावेंदन भी प्रस्तुत किया । विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार बावजूद इसकी परवाह किए जिला कार्यक्रम अधिकारी के द्वारा कटघोरा, हरदीबाजार, पसान में संचालन शुरू कराया जा रहा है।
👉अन्य परियोजनाओं से उपेक्षित आवेदनकर्ता समूहों में जगी न्याय की आश
चोटिया परियोजना में स्मृति स्व सहायता समूह बुढ़ीपीपर को मिले न्याय से अब अन्य परियोजनाओं में उपेक्षित अपात्र ठहराए गए आवेदनकर्ता समूहों में न्याय की आश जग गई है। कटघोरा परियोजना से संतोषी स्व सहा समूहू मलगांव ,हरदीबाजार परियोजना से जिया स्व सहायता समूह हरदीबाजार एवं पसान परियोजना से जय मां दुर्गा स्व सहा समूह कर्री में आशाएं जग गई है। इनको उम्मीद है इनके द्वारा संभागायुक्त न्यायालय में स्टे लगाया गया था उसके बाद भी अन्य अपात्र समूहों से कार्य कराने का प्रयास किया जा रहा है। जिसमें अब कभी भी रोक लग सकती है। उन्हें देर सबेर न्याय मिलेगी और चयन आदेश उनके पक्ष में जारी हो सकता है। तीनों परियोजनाओं की महिलाओं में एक विश्वास की लहर दौड़ रही है कि गलत तरीके से समूह चयन के खिलाफ इन तीनों समूहों ने माननीय प्रधानमंत्री के पास भी शिकायत किया है। जिसमें जिला प्रशासन को एक माह के भीतर जांच करने को कहा गया है। इस मामले समूह की महिलाओं ने पुनः प्रधानमंत्री के समक्ष शिकायत किया गया है ,जिसमें उन्होंने आरोप लगाया है कि शिकायत की जांच जिला स्तर के ऐसे अधिकारीयों से कराई जा रही जो कि चयन समिति में सदस्य अथवा जिला प्रशासन के अधीनस्थ अधिकारी हैं इन समूहों ने राज्य स्तर के आईएएस अधिकारी से प्रकरण के जांच की मांग की है।
