कार्यशाला में शिक्षकों में नवाचार लाने दिया गया जोर
कोरबा l जिले के प्राथमिक एवं माध्यमिक शालाओं में पदस्थ शिक्षकों को जागरूक, जुझारू एवं अपने कार्य के प्रति जुनूनी बनाने तथा गुणवत्तापूर्ण अध्यापन कार्य में निपुण बनाने के उद्देश्य से कार्यशाला का आयोजन किया जाना है। जिला शिक्षा अधिकारी सतीश पांडे के द्वारा कोरबा जिला के पांचों विकासखंड में पदस्थ समस्त प्राथमिक, एवं माध्यमिक विद्यालय के शिक्षकों के उन्मुखीकरण कार्यक्रम के पहले समस्त स्रोत समन्वयक की बैठक ली जाकर उन्हें इस उद्देश्य से अवगत कराया जाएगा। इसी क्रम में सर्वप्रथम विकासखंड करतला एवं विकास खंड कोरबा में बीईओ ,एबीओ और सीएसी की कार्यशाला रखी गई
जिसमें प्राथमिक शाला और माध्यमिक शाला के शिक्षकों में नई ऊर्जा और नवाचार लाने पर जोर दिया गया। अपने उद्बोधन में जिला शिक्षा अधिकारी सतीश पांडेय ने कहा कि बच्चे के विकास का नींव प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालय ही हैं। यदि हम इसी आयु वर्ग में बच्चों में सुदृढ़ विकास कर दें, तो बच्चे का भविष्य सुरक्षित रहेगा। अतःसबसे ज्यादा जवाबदारी प्राथमिक विद्यालय के शिक्षकों की होती है। जिनके द्वारा बच्चों में वर्णमाला से लेकर , पर्यावरण का ज्ञान कराया जाता है। सरकारी स्कूल के प्रति पालकों की मानसिकता को बदलने के लिए हम शिक्षकों को गुणवत्तपूर्ण एवं नवाचार शिक्षा देना होगी। एवं बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए भरपूर मेहनत करना होगा। ताकि पालक सरकारी स्कूल से जुड़े रहें। इस हेतु विद्यालय की आधारभूत संरचना जरूरी व्यवस्था जैसे साउंड सिस्टम ,मध्यान भोजन, वाटर फिल्टर बाउंड्री वाल ,खेलकूद का सामान ,साजसज्जा,साइंस लैब वाइट बोर्ड आदि की व्यवस्था कोरबा जिला प्रशासन द्वारा पूरा करने का भरपूर प्रयास किया जा रहा है । जिससे कोरबा जिला के प्राथमिक एवम माध्यमिक विद्यालय भी आकर्षक लगें। मास्टर ट्रेनर डॉ फरहाना अली , प्राचार्य शासकीय हाई स्कूल स्याहीमुड़ी ने कहा कि शासकीय विद्यालयों में सभी शिक्षक अध्यापन की पूर्ण योग्यता रखते हैं आवश्यकता है उनमें थोड़ी सी जागरूकता उत्पन्न करने की एवं समय के साथ अध्यापन में बदलाव करने की। इस कोविड काल में भी शासन द्वारा शासकीय कर्मियों को वेतन इत्यादि की समस्त सुविधाएं दी जा रही है अतः हम शिक्षकों का दायित्व विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास करने से ही पूरा होगा। हम शिक्षक जिस दिन विद्यालय के बच्चों को, अपना बच्चा मानेंगे जिस दिन यह धारणा बनाएंगे उसी दिन से हमारा विद्यालय किसी अच्छे निजी विद्यालय से भी बेहतर होगा। मास्टर ट्रेनर कामता जायसवाल प्राचार्य शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय तुमान ने अपने उद्बोधन में कहा आज हम जितने भी अधिकारी या शिक्षक यहां उपस्थित हैं उसमें सभी सरकारी स्कूल से पढ़कर निकले हुए छात्र हैं। जिला प्रशासन में अधिकारियों के रूप में पदस्थ अधिकारी भी सरकारी स्कूल से पढ़कर ही निकल रहे हैं। प्राचीन समय की हमारे सरकारी स्कूल की गरिमा को बरकरार रखने के लिए हमें अपने विद्यार्थियों को उस तरीके का ज्ञान अर्जन कराना होगा जिससे वह अपने जीवन को सफल बना सकें। ज्ञान की दृष्टि से, सुविधा की दृष्टि से उत्कृष्ट बनाना ही हमारा कर्तव्य होगा ।कार्यशाला में संजय अग्रवाल बीईओ कोरबा , सुश्री शीतल अग्रवाल एबीओ करतला, अजय तिवारी बीआरसी करतला ,अनिल रात्रे बीआरसी कोरबा एवं समस्त संकुल स्रोत समन्वयक कोरबा एवं करतला उपस्थित थे।*