मरवाही उपचुनाव ,जेसीसी के समर्थन का क्या लाभ उठा पाएगी बीजेपी

क्या मतदाताओं को प्रभावित कर पाएगी अमित जोगी की अपील

कोरबा – मरवाही उप चुनाव के लिए मतदान को तीन दिन शेष रह गए हैं। जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ द्वारा भाजपा को समर्थन दिए जाने के बाद यह चुनाव अब दिलचस्प हो गया है। इसकी आशंका थी कि अमित जोगी भाजपा के पाले में जा सकते हैं, लेकिन श्री जोगी सीधे तौर पर भाजपा को समर्थन देने की बात नहीं कह रहे हैं। उन्होंने जारी बयान में पार्टी के अन्य नेताओं द्वारा भाजपा को समर्थन देने का निर्णय लेने की बात कही है। अमित जोगी ने सफाई भी दी है कि उनकी भाजपा के किसी नेता से समर्थन को लेकर लेकर सीधा संवाद नहीं हुआ है। यानी अमित जोगी भाजपा को समर्थन भी दे रहे हैं और यह फैसला उनका नहीं है यह जताने की कोशिश भी कर रहे हैं।

यहां बताना होगा कि उप चुनाव के लिए 3 नवम्बर को मतदान होना है। कांग्रेस ने जोगी परिवार के प्रभाव वाली मरवाही सीट को अपने कब्जे में करने के लिए पूरी ताकत छोंक रखी है। अजीत जोगी के निधन के बाद से ही कांग्रेस ने तैयारी शुरू कर दी थी। अमित जोगी और उनकी पत्नी ऋचा को चुनाव लड़ने से रोकने में पार्टी ने सफलता भी हासिल की है। 2018 के चुनाव में अजीत जोगी ने अपनी नई पार्टी जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के बैनर तले 74,041 मत अर्जित कर विजय हासिल की थी। कांग्रेस प्रत्याशी गुलाब सिंह राज को 20,040 वोट मिले थे और वे तीसरे स्थान पर थे। 27,579 मतों के साथ भाजपा उम्मीदवार अर्चना पोर्ते दूसरे नम्बर पर थीं। जकांछ व कांग्रेस के बीच 54,001 मतों का अंतर था। इसके पहले जोगी ने 2003, 2008 और 2013 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की टिकट से इस क्षेत्र को फतह किया था।

अमित जोगी के चुनाव मैदान पर नहीं होने से मुकाबला कांग्रेस बनाम भाजपा हो रहा है। छजकां के भाजपा को समर्थन के ऐलान का कांग्रेस पर असर पड़ेगा या नहीं, इसको लेकर चर्चा है। मतदान को तीन दिन शेष रह गए हैं, ऐसे में भाजपा इस समर्थन का कितना लाभ उठा पाती है यह देखना होगा। जानकारों की मानें तो इस उप चुनाव में कांग्रेस मजबूत स्थिति में है। पार्टी की कोशिश बड़े अंतर से चुनाव जीतने की है।

अमित जोगी ने मरवाही की जनता के नाम अपील जारी करते हुए कहा:

कल देर रात मुझे मेरे विधायक दल के नेता श्री धरमजीत सिंह जी और विधायक दल के सचिव श्री राजेंद्र राय जी ने जानकारी दी कि उन्होंने भाजपा के प्रत्याशी श्री गम्भीर सिंह का समर्थन करने का निर्णय ले लिया है। श्री प्रमोद शर्मा और अधिकांश पार्टी कार्यकर्ता भी इस बात पर अपनी सहमति दे चुके हैं। मेरी भाजपा के किसी नेता से आज तक इस सम्बंध में सीधा संवाद नहीं हुआ है पर मैं अपनी पार्टी के नेताओं की इस राय से पूर्ण रूप से सहमत हूँ।

मेरा अपना मानना है कि वैचारिक रूप से क्षेत्रीय दल और राष्ट्रीय दल में स्थायी समझौता सम्भव नहीं है बशर्ते कि राष्ट्रीय दल हमारी स्वराज की भावना का सम्मान करे। किंतु वर्तमान परिप्रेक्ष्य में जब कांग्रेस ने मेरे स्वर्गीय पिता जी श्री अजीत जोगी जी के अपमान को अपने प्रचार का मुख्य केंद्र-बिंदु बना ही लिया है और मेरे परिवार को चुनाव के मैदान से छलपूर्वक बाहर कर दिया है, तो ऐसी परिस्थिति में मुझे मेरे पार्टी के वरिष्ठ नेताओं का निर्णय स्वाभाविक और सर्वमान्य लगता है। वैसे भी मुझे पूरी उम्मीद है कि ये उपचुनाव न्यायपालिका की चुनाव याचिका की कसौटी में स्वमेव एक साल के भीतर स्थगित हो जाएगा और मरवाही की जनता को अपनी इच्छा अनुसार विधायक चुनने का अवसर एक बार फिर जरूर मिलेगा।

ऐसे में आज मेरे सामने एक ही विकल्प हैरू मैं अपने स्वर्गीय पिता जी से स्वर्गवास के बाद उन्हें अपमानित कर रहे कांग्रेस के लोगों के विरुद्ध में वोट देने मरवाही के मेरे परिवार से हाथ जोड़के न्याय देने की अपील करता हूँ। जोगी जी के मरणोपरांत उनका अपमान करने वाले कांग्रेसियों, जो ताउम्र उनके टुकड़े पर पले लेकिन उनके अहसान को उनके तेरवी के पहले ही सत्ता की लालच में भूल गए, को सबक सिखाने का इस से बेहतर मौका नहीं मिलेगा।

मैंने अपनी माँ और पार्टी की वर्तमान सुप्रीमो श्री अजीत जोगी की विधवा, और छत्तीसगढ़ के इतिहास की सबसे वरिष्ठ विधायक डॉक्टर श्रीमती रेनु जोगी से इस सम्बंध में चर्चा की है और वो इस बात से सहमत है। मेरे पिता जी के स्वर्गवास के बाद हमारी पार्टी- और परिवार- में उनका निर्णय अंतिम होता है।

इसीलिए मैं बड़ी सोच समझकर मरवाही की जनता से कांग्रेस के विरोध में वोट करने की अपील करता हूँ। कांग्रेस का जनता से लूटा पैसा, साड़ी, शॉल, बिछिया, दारू और ₹15000 प्रति वोट भले ही आप ले लें लेकिन उनकी धमकी में न आएँ और वोट मेरे पिता जी को अपमानित करने वालों के ख़िलाफ ही दें। लोकतंत्र की सबसे बड़ी ताकत यही है की वोटिंग मशीन और आपके मतदान के बीच का रिश्ता सर्वथा गोपनीय रहेगा। इसमें किसी की तांक-झांक सम्भव नहीं है।कांग्रेस की एक बार फिर जमानत जब्त कराना हमारा एकमात्र उद्देश होना चाहिए!

सही मायने में यही मरवाही के कमिया श्री अजीत जोगी जी का असली सम्मान होगा और छत्तीसगढ़ के नव-निर्माण में आपका किया मतदान पहला ठोस कदम होगा। एक बार फिर हमारे छत्तीसगढ़ की नियति और भविष्य मरवाही की जागरूक जनता के हाथों में हैं और मुझे पूरा विश्वास है की वो हमेशा की तरह मेरे परिवार के सम्मान की रक्षा करेंगे।