मानसरोवर डेयरी में 10 किलो मिठाई निकला गुणवत्ताहीन ,मौके पर कराया गया नष्ट

सेहत बिगाड़ने वालों के खिलाफ कार्यवाई जारी ,7 खाद्य संस्थानों में खाद्य सुरक्षा विभाग का छापा

हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा – दीपावली पर्व के मद्देनजर मिलावटखोरों के खिलाफ खाद्य सुरक्षा विभाग की होटलों मिठाई दुकानों में जांच एवं कार्यवाई जारी है । सोमवार को निहारिका एवं बालको स्थित 7 दुकानों में खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने सहायक औषधि नियंत्रक के नेतृत्व में औचक छापामारी की । इस दौरान पर्व के लिए रायपुर से भेजे गए फूड टेस्टिंग वैन के जरिए मौके पर ही मिठाइयों की गुणवत्ता का परीक्षण किया गया । अमानक पाए जाने पर बालको के मानसरोवर डेयरी में 10 किलो मिठाई का मौके पर ही डिस्पोज (नष्ट ) करा दिया । विभाग की इस कार्यवाई से संचालकों में हड़कंप मचा है ।

दीपावली पर्व की आड़ में अधिक मुनाफा की लालच में गुणवत्ताहीन नकली खोवे से बनी मिठाई तैयार की जा रही है । जिसे रोकने के लिए कलेक्टर किरण कौशल के निर्देशानुसार खाद्य सुरक्षा विभाग एवं राजस्व विभाग की संयुक्त टीम छापामारी कर रही है । इसी कड़ी में सोमवार को शहर एवं उपनगरीय क्षेत्र बालको में में सहायक औषधि नियंत्रक भीष्म देव सिंह ,नायब तहसीलदार पंचराम सलामे के नेतृत्व में खाद्य सुरक्षा विभाग ने 7 मिठाई दुकान ,डेयरी में छापामारी की । खाद्य सुरक्षा अधिकारी आर आर देवांगन ,विकास भगत ने न्यू मधु स्वीट्स , रवि डेयरी ,मां दुर्गेश्वरी डेयरी ,मधुबन डेयरी ,राधे कृष्णा डेयरी ,मानसरोवर डेयरी में जांच की । रायपुर से पर्व में त्वरित जांच के लिए भेजे गए फूड टेस्टिंग वैन से मौके पर खाद्य पदार्थों के गुणवत्ता की जांच की गई । इस दौरान गुणवत्तापूर्ण नहीं पाए जाने पर मानसरोवर डेयरी का 10 किलो मिठाई मौके पर ही नष्ट करा दिया गया । संचालक द्वारा लोगों को गुणवत्ताहीन मिठाई बेचा गया है । साथ ही सभी फर्मों को कोविड प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन सुनिश्चित नहीं कराने पर दुकान सील करने की चेतावनी दी गई है।

स्थाई तौर पर दिया जाए फूड टेस्टिंग वैन

जिस तरह फूड टेस्टिंग वैन से मौके पर ही आधे घण्टे के भीतर खाद्य पदार्थ के गुणवत्ता का परीक्षण किया जाता है उसे देखते हुए जिले को केवल पर्व के लिए ही नहीं स्थाई तौर पर फूड टेस्टिंग वैन दिए जाने चाहिए। 2 वैन दिए जाने चाहिए । ताकि जिले में पदस्थ 2 खाद्य सुरक्षा अधिकारी एक साथ जांच न कर पृथक पृथक क्षेत्रों में जांच कर सकें । तभी मिलावटखोरों पर नकेल कसी जा सकेगी ।

निगम के अधिकारी नहीं हुए जांच में शामिल नहीं लग सका जुर्माना

नियमानुसार निगम ,नगर पालिका क्षेत्र के सक्षम अधिकारी इस जांच में शामिल होते हैं । जिन्हें मौके पर अर्थदंड लगाने का अधिकार होता है । पर आज नगर निगम के सक्षम अधिकारी खाद्य सुरक्षा विभाग राजस्व विभाग की जांच में शामिल नहीं हुए । जबकि निगम के अधिकारियों को इसकी सूचना दी गई थी । निगम की लापरवाही से मिलावटखोरों के खिलाफ जुर्माना की कार्यवाई नहीं की जा सकी । साथ ही निगम की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठ रहे हैं ।