भ्रष्टाचार का गढ़ बना नान ,अफसरों ने दे दी कीड़े लगे पाखड़ चावल को क्लीनचिट ,पीडीएस सिस्टम की हो रही किरकरी,खाद्य विभाग ने मारा छापा ,2 गोदाम का लाट रोका

कोरबा । भ्रष्टाचार की हांडी में पके गत वर्ष के खराब कस्टम मिलिंग और पीडीएस दुकानों में पहुंच रहे गुणवत्ताविहीन चावल का मामला नहीं थम रहा । जिला प्रशासन ने इस गम्भीर मामले में संज्ञान लिया है । जिले के नान गोदामों में एडीएम के नेतृत्व में गठित टीम ने ताबड़तोड़ छापेमारी की । 2 गोदामों के दो कक्ष में जमा लाट से भंडारण का कार्य रोक दिया गया है।

शुक्रवार रिसदी स्थित नान गोदाम से प्रारंभ हुई यह कार्रवाई दो दिनों से लगातार जारी है। खाद्य विभाग की टीम ने 24 दिसंबर की रात 11 बजे तक कोरबा और छुरी स्थित नान गोदामों से चावल के सैंपल कलेक्ट किए। दूसरे दिन भी कटघोरा में लंबे समय तक खाद्य विभाग की छापामारी जारी रही। जिसमें रायपुर से आई खाद्य विभाग की टीम को बड़ी मात्रा में खराब गुणवत्ताविहीन चावल की खेप मिली है।जिसके बाद रिसदी स्थित नान के गोदाम क्रमांक 9 और 10 को खाद विभाग की टीम द्वारा सील कर भंडारण रोक दिया गया है।जिला प्रशासन के निर्देश के बाद संयुक्त दल द्वारा की जा रही नान गोदामों की जांच उस समय प्रभावित होती नजर आई जब जांच दल के सदस्य जिला खाद्य अधिकारी जेपी सिंह जिन्हें चावल की गुणवत्ता जांच हेतु भेजा गया था उन्होंने छुरी स्थित नान गोदाम में मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि, चावल को लेकर उपभोक्ताओं से कोई शिकायत प्राप्त नहीं हो रही। पिछले दो वर्षों से पुराने बारदानों में धान खरीदी व कस्टम मिलिंग की जा रही है। नान के गोदामों में लाट जमा करने एवं पीडीएस के लिए भंडारण के दौरान कुछ चावल गिर जाते हैं। उस चावल को भी पीडीएस दुकानों के लिए भरकर भेजा जाता है। इन्हीं कुछ बोरों के चावल जिन पीडीएस दुकानों में जा रहे हैं वहीं से शिकायत आ रही है । लोगों की संतुष्टि के लिए जांच की जा रही है। सैम्पल कलेक्ट कर जांच के लिए भेजा गया है। जांच रिपोर्ट आने के उपरांत आगामी करवाई की जाएगी।

भ्रष्टाचार को छुपाने भ्रष्टाचार आज पहुंचा गाड़ापाली ,गरीबी बनी मजाक

प्रशासन की इस कार्यवाही से नान घोटाले को परिणित करने वाले भ्रष्टाचारी गैंग में हड़कंप मचा हुआ है उन्होंने कभी नहीं सोचा था की, शासन प्रशासन इस पर संज्ञान लेगा और इस प्रकार की छापामारी देखने को मिलेगी।जिसके बाद अफरा- तफरी में भ्रष्टाचार को छुपाने का खेल तेजी से खेला जा रहा है जिसके कुछ मामले सामने आए हैं ।

केस 1 :

भ्रष्टाचार को छुपाने भ्रष्टाचारी गैंग आज भी लगातार भ्रष्टाचार में लिप्त है । शनिवार को करतला विकासखंड के ग्राम गाड़ापाली में उरगा नान गोदाम से बड़ी मात्रा में खराब गुणवत्ता विहीन कीड़ा लगा चावल पहुंचा, जिसे देखकर ग्रामीण भड़क उठे ।उन्होंने खराब गुणवत्ताविहीन चावल लेने से मना कर दिया। शासकीय उचित मूल्य की दुकान संचालक सरपंच पति ने बताया की घटिया चावल की आपूर्ति नान द्वारा की गई है जिसे वापस भेजा जाएगा। चावल को देखकर प्रथम दृष्टया ही स्वत: प्रतीत होता है कि गरीब और गरीबी का मजाक नान विभाग के भ्रष्ट प्रशासनिक तंत्र द्वारा उड़ाया जा रहा है।वितरण के लिए भेजा गया चावल इतना खराब है कि इसे इंसान तो इंसान जानवर भी ना खाए।कारण साफ है नान गोदामों में चल रही जांच से मचे हड़कंप के बाद भ्रष्टाचार को छुपाने के लिए भ्रष्टाचार किया जा रहा है।दबाकर रखी गई खराब चावल की खेप पीडीएस राशन दुकानों में भेजी जा रही है।

केस : 2

विगत दिनों कटघोरा पीडीएस राशन दुकानदारों ने खराब गुणवत्ता के चावल को वितरण से इनकार कर दिया था और गोदाम प्रभारी एवं एसडीएम को पत्र प्रेषित कर अच्छे चावल की आपूर्ति हेतु निवेदन किया गया था।जिसके बाद नान की डीएम मैडम प्रज्ञा कदम ने गुणवत्ता निरीक्षक जवाहर पटेल को मामले की जांच के लिए भेजा।क्वालिटी इंस्पेक्टर जवाहर पटेल ने शिकायत को ही गलत बता दिया और पीडीएस राशन दुकानदारों से मिलकर लिखवा लाए कि वे राशन लेने को तैयार हैं। जब उन्होंने प्रतिवेदन प्रस्तुत किया तो नान की डीएम प्रज्ञा कदम ने उन्हें प्रत्येक पीडीएस दुकानों की गुणवत्ता का निरीक्षण कर रिपोर्ट देने हेतु निर्देशित किया। खबर है कि, जिससे क्वालिटी इंस्पेक्टर जवाहर पटेल बिफर गए और अपने विभाग की डीएम को जांच हेतु मना कर आए। मजबूरन मैडम को जांच हेतु कड़ी चिट्ठी जारी करनी पड़ी जिसकी प्रति एमडी को भी भेजी गई है।
इन पीडीएस दुकानों में अभी भी भंडारित है ।

जांच हुई तो कई होंगे बेनकाब

आम जनता खराब, गुणवत्ता विहीन चावल की आपूर्ति से हलाकान है।
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार कोरबा ,पोंडी उपरोड़ा पाली, करतला विकासखंड के सुदूर वनांचल ग्राम स्थित पीडीएस दुकानों में खराब गुणवत्ताविहीन चावल भंडारित होना बताया जा रहा है। यदि खाद्य विभाग की टीम यहां भी जांच करें तो लाट नंबर और मिलर्स की जानकारी सामने आ सकती है।

वर्जन

सैम्पल लिए गए हैं

चावल को लेकर उपभोक्ताओं से कोई शिकायत प्राप्त नहीं हो रही। पिछले दो वर्षों से पुराने बारदानों में धान खरीदी व कस्टम मिलिंग की जा रही है। नान के गोदामों में लाट जमा करने एवं पीडीएस के लिए भंडारण के दौरान कुछ चावल गिर जाते हैं। उस चावल को भी पीडीएस दुकानों के लिए भरकर भेजा जाता है। इन्हीं कुछ बोरों के चावल जिन पीडीएस दुकानों में जा रहे हैं वहीं से शिकायत आ रही है । लोगों की संतुष्टि के लिए जांच की जा रही है। सैम्पल कलेक्ट कर जांच के लिए भेजा गया है। जांच रिपोर्ट आने के उपरांत आगामी करवाई की जाएगी।

जे के सिंह ,खाद्य अधिकारी