आतंकवादी गतिविधियों में संलिप्त पाकिस्तानी संस्था को छत्तीसगढ़ में ‘पनाह’ दे रही सरकार, सामुदायिक भवन बनाने की तैयारी :बृजमोहन अग्रवाल

पूर्व मंत्री ने राज्य सरकार पर लगाए कई गंभीर आरोप , कहा पाकिस्तान की संस्था को 10 हेक्टेयर जमीन देने की चल रही तैयारी

रायपुर। पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने रविवार को प्रेस कांफ्रेंस कर राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधा। बृजमोहन अग्रवाल ने राज्य सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि पाकिस्तान की एक संस्था दावत ए इस्लामी को सामुदायिक भवन बनाने के नाम पर 10 हेक्टेयर जमीन देने की तैयारी चल रही है। बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि दावत-ए-इस्लामी संस्था को रायपुर के बोरियाखुर्द में सामुदायिक भवन बनाने सरकार अनुमति दे रही है।

बृजमोहन अग्रवाल ने दावा किया कि दावत ए इस्लामी के विदेशी फंडिंग, आतंकवादी गतिविधियों में शामिल रहने और धर्मांतरण करने के मामले सामने आ चुके हैं। उन्होंने आगे कहा कि कई ऐसी संस्थाएं हैं जिनके आवेदन 10 सालों से पेंडिंग पड़े हैं, मगर 2020 में आवेदन करने वाली इस संस्था को अब फौरन जमीन देने की तैयारी है। इसका इश्तिहार छपवाया गया है। बृजमोहन अग्रवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में मांग करते हुए सरकार से कहा कि सरकार यह बताए कि इस संस्था का हेड क्वार्टर कहां है और इस संस्था को इतने फौरी तौर पर जमीन देने की क्या जरूरत है। दावत-ए-इस्लामी पाकिस्तान में स्थित एक सुन्नी इस्लामी संगठन है। दुनिया भर में इसके कई इस्लामी शिक्षण संस्थान हैं। ये इस्लाम की तालीम देने और सामाजिक कार्य करने का दावा करते हैं। इसकी स्थापना 1981 में कराची, पाकिस्तान में मौलाना अबू बिलाल मोहम्मद इलियास अत्तर ने की थी। दावत-ए-इस्लामी दुनिया के 194 से अधिक देशों में सक्रिय है।इसके नाम का मतलब इस्लाम की ओर आमंत्रण है कालीचरण की गिरफ्तारी मामले में पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि हम उनकी रिहाई की मांग करते हैं।उन्हें गिरफ्तार किया जाना महात्मा गांधी के सिद्धांतों के खिलाफ है।जो सहिष्णुता को बढ़ावा देने पर जोर देते हैं। अग्रवाल ने कहा कि कालीचरण को रिहा करवाने की कोशिशें जारी है।जरूरत पड़ी तो भाजपा भी सहयोग करेगी।