कोरबा । जनपद पंचायत करतला के 7 रोजगार सहायकों को उनके कार्यों में लापरवाही बरतने के कारण जनपद सीईओ के प्रतिवेदन पर सेवा से पृथक करने की कार्यवाही जिला पंचायत द्वारा की गई है। सेवा से पृथक किए गए रोजगार सहायकों में से एक सलिहाभांठा का रोजगार सहायक छत्रपाल वरकरे भी शामिल है।
काम से हटाए जाने पर उसने कहा है कि उसे लापरवाह बता कर पद से हटा दिया गया है। सोशल मीडिया में वायरल पत्र में लिखा है कि- मैं मानता हूं कि मैं लापरवाह हूं लेकिन इसका कारण जानने की कोई कोशिश नहीं की गई। छत्रपाल सिंह ने अपने लिखे पत्र में बताया है कि वह गरीब घर से है। उसे 6-7 माह से मानदेय नहीं दिया गया है। 8 किलोमीटर दूर भैसामुड़ा का प्रभार दिया गया था। सलिहाभांठा का बीएलओ भी बनाया गया है। छह-सात माह का मानदेय नहीं मिलने से वह सप्ताह में दो बार करतला और अतिरिक्त प्रभार भैसामुड़ा कैसे जा सकता है? करतला जाओ तो मंजू, दीपक, भारद्वाज, सीताराम, कीर्तन सब पैसे की मांग करते हैं जैसे कि इनके घर में पैसे का पेड़ लगा है। भैसामुड़ा में 16 भूमि सुधार का कार्य पास हुआ, उसका 32000 मंजू मैडम और ऋषि देवांगन मांग रहे थे। छत्रपाल ने बताया कि उसे किसी के पास पैसा नहीं मिला इसलिए काम में नहीं गया। देवांगन सर मुझे लापरवाह बोल कर बहुत बदनाम कर चुके हैं लेकिन कभी नहीं बताया होगा कि मुझसे 15000 रुपये मेरे मानदेय से ले चुके हैं।