फिर पकड़ाए एसईसीएल के खदानों से लगे अमगांव झाबर में सैकड़ों टन कोयला ,चोर गिरफ्त से बाहर ,कार्यशैली पर उठ रहे सवाल

हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा। एसईसीएल के कोयला खदान क्षेत्रों में कोयला के अवैध कारोबार पर अंकुश नहीं लग रहा। रविवार को जहां सीआईएसएफ ने हरदीबाजार अमगांव मोड़ के पास 500 बोरी कोयला जप्त किया है तो वहीं एसपी के निर्देश पर दीपका पुलिस ने प्राप्त सूचना के आधार पर दीपका थाना से महज 3 किलोमीटर दूर झाबर में 120 टन अवैध कोयला जप्त किया है ।

झाबर में जप्त कोयला

यहां बताना होगा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अवैध कारोबार और माफियाओं के खिलाफ सख्त हैं तो उन्होंने रेत कोयला कबाड़ के काले कारोबार पर कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश जिला कलेक्टर ,एसपी को दे रखे हैं इसी कड़ी में कलेक्टर रानू साहू के नेतृत्व में जिला प्रशासन भी ऐसे काले कारोबारियों के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई कर रही है ।
लेकिन एसईसीएल द्वारा खदानों में सुरक्षा में ढिलाई कर लूट की खुली छूट दे दी गई है। जिसका फायदा उठाकर कोल माफिया बड़े पैमाने पर ग्रामीणों के सहयोग से कोयला चोरी कर दीगर राज्यों में ऊंचे दामों पर खपा रहे हैं। कोल इंडिया ,राज्य शासन के राजस्व में सेंध लगा रहे हैं।हालांकि गाहे बगाहे सीआईएसएफ दबाव बढ़ने पर इक्के दुक्के कार्रवाई कर अपनी छवि साफ सुथरी दिखाने की कोशिश करती रहती है। जिस तरह सीआईएसएफ ने हरदीबाजार अमगांव मोड़ के पास रविवार को 500 बोरी कोयला जप्त किया। वहीं दीपका पुलिस ने प्राप्त सूचना के आधार पर दीपका थाना से महज 3 किलोमीटर दूर झाबर में 120 टन अवैध कोयला जप्त किया है ।हालांकि दोनों ही प्रकरण में कोयला चोर गिरफ्त में नहीं आए। यही बात लोगों के गले नहीं उतर रही। इसके पूर्व खनिज विभाग की कार्रवाई में भी महज लावारिश कोयला की ही जप्ती की गई थी। सूत्रों की मानें तो कोयला चोरों को भागने का पर्याप्त अवसर देकर केवल कोयला पकड़कर जनता की नजरों में हीरो बनने का खेल चल रहा है।