सरगुजा। छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर जिले से एक शर्मनाक तस्वीर सामने आई है। मानवता को शर्मसार करने वाली इस तस्वीर ने हर किसी को विचलित कर दिया। अस्पताल की बेरूखी देखकर हर किसी का कलेजा कांप उठा। पहले तो नर्स ने गलत इंजेक्शन लगाया, जिससे पिता ने बेटी को खो दिया। इसके बाद बेटी को घर तक ले जाने के लिए अस्पताल ने एंबुलेंस तक नहीं दिया। तो बेबस पिता पैदल ही बेटी की लाश कंधे पर लेकर दूरी नाप दी।
अंबिकापुर अस्पताल प्रबंधन की इस लापरवाही से जिसने भी बाप के कंधे पर बेटी को देखा सहम गया, लेकिन अस्पताल प्रबंधन का दिल नहीं पसीजा। बेटी की लाश को ले जाने के लिए एंबेलेंस तक मुहैया नहीं करा सका। दरअसल, अंबिकापुर अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही से इलाज के दौरान 7 वर्षीय बच्ची की मौत हो गई। बुखार से पीड़ित होने पर बच्ची के पिता ने लखनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया था।
अपनी बेटी की लाश कंधे में रखकर घर ले जा रहा पिता
परिजनों का आरोप है कि नर्स के द्वारा इंजेक्शन लगाने के बाद बालिका की तबीयत बिगड़ी है। बच्ची के नाक से खून निकलने के बाद उसकी मौत हो गई, जिसके बाद मृत बालिका के शव को पिता कंधे पर लेकर हॉस्पिटल से पैदल निकला। मानवता को शर्मसार करने का वीडियो अब सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। अस्पताल प्रबंधन की नाकामी को लोग सोशल मीडिया पर जमकर कोस रहे हैं।
वहीं मामले में डॉक्टर प्रेमसुख केरकेट्टा का कहना है कि बच्ची को आज सुबह 7:30 बजे हॉस्पिटल लाया गया था, जब बच्चे की तबीयत काफी बिगड़ चुकी थी. डॉक्टरों ने बच्ची को देखते ही उसका उपचार प्रारंभ कर दिया, लेकिन उसे अस्पताल लाने में परिजनों ने कहीं ना कहीं देर कर दी थी, जिस कारण बच्ची की मृत्यु हो गई।
डॉक्टर का कहना है कि बच्ची को सर्दी बुखार था और बच्ची के पेट में संभवत किसी तरह का इन्फेक्शन रहा होगा, जिस कारण बच्ची की मृत्यु हो गई। डॉक्टरों ने शव वाहन को बुलाया, लेकिन बच्ची का परिजन बच्ची का शव कंधे पर लेकर ही वहां से निकल पड़ा।