कोरबा । मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने विश्व श्रमिक दिवस के अवसर पर बोरे बासी खाकर मजदूरों के प्रति सम्मान जाहिर करने अपील किया है। इसी तारतम्य में
ऊर्जा नगर दीपका निवासी राष्ट्रीय शिक्षक संचेतना की राष्ट्रीय सचिव व डीएवी स्कूल कुसमुंडा की शिक्षिका श्रीमती भुवनेश्वरी प्रदीप जायसवाल ने बोरे बासी खाकर मजदूरों के प्रति सम्मान व्यक्त किया।
शिक्षिका भुवनेश्वरी ने अपने दीपका स्थित आवास पर बोरे बासी खाकर छत्तीसगढ़ की परंपरागत आहार के प्रति गर्व महसूस किया।इस दौरान उन्होंने बोरे बासी के फायदे भी बताए। उन्होंने बताया कि
बोरे-बासी स्वादिष्ट होने के साथ ही सुपाच्य है और साथ ही पौष्टिक भी होता है। यह गर्मी के मौसम में यह शरीर को अंदरूनी तौर पर शीतलता भी प्रदान करता है। बोरे बासी खाने के बाद शरीर पर गर्मी और लू का भी असर नहीं पड़ता है। उन्होंने कहा कि वास्तव में बोरे बासी छत्तीसगढ़ के ग्रामीण अंचलों का एक पारंपरिक भोजन है जो पुरातन समय से प्रदेश निवासियों द्वारा ग्रहण किया जाता है।छत्तीसगढ़ की समृद्ध परंपरा तथा विरासत का लगातार प्रसार तथा इसे जन जन तक पहुंचाने के लिए छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज 1 मई मजदूर दिवस के अवसर पर महनतकश कर्मठ मजदूरो के सम्मान दिवस पर बोरे बासी खाने का अपील किया है । जिसका असर देखने को मिला ,कोरबा जिले के जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों ,मजदूर साथियों और आम लोगों ने बोरे बासी का सेवन किया ।