व्यवस्थाओं का शिष्टाचार भी भूल गए कलेक्टर ,एसपी-सिंहदेव ,बस्तर दौरे पर मिलने नहीं आने पर छलका स्वास्थ्य मंत्री का दर्द

कोरबा। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव इन दिनों अपने बस्तर दौरे पर निकले हैं। इस दौरान वे अपने विभाग की स्थिति की जमीनी हकीकत जानने और उसे सुधार करने की कोशिश भी कर रहे हैं। अपने बस्तर दौरे में सबसे पहले वो दंतेवाड़ा पहुंचे और फिर गुरुवार को जगदलपुर पहुंच कर मेडिकल कॉलेज में स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ बैठक कर स्थिति का जायजा लिया।

इस दौरान टी एस सिंहदेव ने विश्राम गृह में पत्रकारों से चर्चा भी की। चर्चा के दौरान उन्होंने दुख जताते हुए कहा कि इस दौरे में उन्हें यह नया सा लगा कि उनसे मिलने दंतेवाड़ा और जगदलपुर में एसपी और कलेक्टर दोनो नहीं पहुंचे। दोनो ही जिलों के अधिकारी उनसे उम्र में काफी छोटे हैं, यदि उनके बच्चे होते तो ये अधिकारी उनके बच्चों के उम्र के होते। ऐसे में अधिकारियों के कम से कम इतना शिष्टाचार तो होना ही चाहिए कि कोई आपसे बड़ा या प्रोटोकॉल में बड़ा आए तो आपको कम से कम मुलाकात करने आना चाहिए। स्वास्थ्य मंत्री ने अपनी बात रखते हुए कहा कि यदि आप मुझसे मिलने आ जाते तो छोटे नहीं हो जाते और मुझसे मिलने नहीं आए तो मैं छोटा नहीं हो गया यह तो व्यवस्थाओं का शिष्टाचार है।

अपनी पार्टी के ही स्थानीय विधायक और महापौर भी नहीं पहुंचे मिलने

प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री टी एस सिंहदेव ने अपने बस्तर दौरे को लेकर पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि यह उनका दौरा उनके विभाग के कामकाज को जमीनी स्तर पर जांचने के लिए है। रायपुर में बैठ कर जो तस्वीरें नजर आती हैं वो जमीन पर नहीं होती। ऐसे में मौके पर पहुंच कर मुआयना करने से हकीकत की जानकारी मिलती है और सुधार की गुंजाइश बनती है। इस सुधार कार्य में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका स्थानीय जनप्रतिनिधियों की भी होती है, पर जगदलपुर पहुंचे स्वास्थ्य मंत्री से स्थानीय स्वास्थ्य संबंधी समस्या को लेकर न तो स्थानीय विधायक रेखचंद जैन ने मुलाकात की और न ही महापौर सफीरा साहू ने।
ऐसे में आज पूरे दिन शहर में यह भी चर्चा बनी रही कि जब महारानी अस्पताल और मेडिकल कॉलेज की व्यवस्था पूरी तरह चरमराई हुई है तो स्थानीय विधायक और महापौर को इन समस्याओं से स्वास्थ्य मंत्री को अवगत करवाना चाहिए था, पर राजनीतिक द्वंद या अन्य किसी वजह से जिम्मेदार जनप्रतिनिधियों का स्वास्थ्य मंत्री से मुलाकात न करना क्षेत्रवासियों के प्रति गंभीर लापरवाही को दर्शाता है।

भाजपा के पूर्व विधायक ने स्वास्थ्य मंत्री से मिलकर बताई क्षेत्र की समस्याएं

स्वास्थ्य मंत्री के बस्तर दौरे में स्थानीय जनप्रतिनिधियों द्वारा क्षेत्र की समस्याओं से उन्हे अवगत नहीं करवाया गया। पर भाजपा के पूर्व विधायक और विपक्ष के नेता संतोष बाफना ने इस दौरान अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए एयरपोर्ट पहुंच कर बस्तर की समस्याओं से उन्हें अवगत करवाते हुए इसमें सुधार करवाने का निवेदन किया है।
इस संबंध में भाजपा नेता संतोष बाफना ने कहा कि बस्तर जिले के एनएमडीसी स्टील प्लांट को राज्य सरकार द्वारा 2008 में जमीन उपलब्ध करवाने के बावजूद अब तक सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल के निर्माण की शुरुवात नहीं की गई है। जिसके संबंध में निवेदन दिया गया है।