मौसम अलर्ट :देश के इन राज्यों में चलेंगी तेज हवाएं ,होगी झमाझम बारिश….

दिल्ली । बंगाल की खाड़ी में 75 किलोमीटर की रफ़्तार से आने वाले तूफ़ान की रफ़्तार धीमी पड़ गई है। हालांकि, चक्रवात के तटीय क्षेत्र से टकराए बिना अगले हफ्ते तक कमजोर पड़ने की संभावना है। मौसम विभाग ने जानकारी देते हुए कहा कि चक्रवात के प्रभाव से उत्तरी आंध्र प्रदेश और ओडिशा के तटों पर मंगलवार से तेज हवाएं चलने और बारिश होने की आशंका है।

मौसम कार्यालय के मुताबिक, चक्रवाती तूफान का नाम ‘असानी’ रखा गया है, जो ‘क्रोध’ के लिए इस्तेमाल सिंहली भाषा का शब्द है। यह तूफान अंडमान द्वीप समूह में पोर्ट ब्लेयर से 380 किलोमीटर पश्चिम में बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्वी क्षेत्र में केंद्रित है।भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने रविवार सुबह 8.30 बजे जारी बुलेटिन में कहा, ‘‘अगले 24 घंटों के दौरान तूफान के उत्तर-पश्चिम की तरफ बढ़ने और पूर्वी मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक गंभीर चक्रवाती तूफान में परिवर्तित होकर और तेज होने की आशंका है।’’आईएमडी द्वारा चक्रवात के पूर्वानुमान के अनुसार, चक्रवात के 10 मई की शाम तक उत्तर-पश्चिम की तरफ बढ़ने और उत्तरी आंध्र प्रदेश व ओडिशा के तटों से बंगाल की खाड़ी के पश्चिम-मध्य एवं उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र तक पहुंचने के आसार हैं। इसके बाद, इसके उत्तर-उत्तर-पूर्व की तरफ मुड़ने और ओडिशा तट से दूर बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिमी क्षेत्र की ओर बढ़ने की प्रबल संभावना है।

कल तक तूफान के कमजोर होने की आशंका

आईएमडी के मुताबिक, चक्रवात के सोमवार को बंगाल की खाड़ी में 60 समुद्री मील (111 किलोमीटर प्रति घंटा) की गति से आगे बढ़ने की उम्मीद है। उत्तरी आंध्र प्रदेश और ओडिशा के तटों की ओर बढ़ने के साथ भीषण चक्रवाती तूफान के मंगलवार से धीरे-धीरे कमजोर होने का अनुमान है।आईएमडी ने कहा कि ओडिशा के तटीय जिलों और पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता सहित राज्य के दक्षिणी हिस्से में मंगलवार से हल्की से मध्यम बारिश होने की आशंका है।

मछुआरों को चेतावनी,90 किलोमीटर प्रति घण्टे की रफ्तार से चलेंगी हवाएं

मछुआरों को सलाह दी गई है कि वे 10 मई से अगली सूचना तक समुद्र में और पश्चिम बंगाल एवं ओडिशा के तटों पर नहीं जाएं।मौसम विभाग के अनुसार, ओडिशा तट के पास समुद्र की स्थिति नौ मई को खराब और 10 मई को अत्यधिक खराब हो जाएगी। समुद्र में हवा की गति 10 मई को बढ़कर 80 से 90 किलोमीटर प्रति घंटा होने का अनुमान है।