हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा । केजीएफ मूवी की तर्ज पर एशिया की सबसे बड़ी खुली खदान गेवरा में कोयला माफिया के चंगुल में फंसकर चंद रुपयों की लालच में कोयला खदान में उतरकर अपने जान जोखिम में डालकर कोयला चोरी में लिप्त हजारों ग्रामीणों की वायरल हो रही वीडियो सहित खबरों ने पूरे प्रदेश में खलबली मचा दी। आईजी रतन लाल डांगी ने जहां प्रभारी बिलासपुर को 6 बिंदुओं पर जांच का जिम्मा सौंपा । वहीं आईजी के फरमान के साथ जिले के पुलिस कप्तान भी एक्शन मोड़ में आ गए। दीपका थाना प्रभारी एवं हरदीबाजार चौकी प्रभार पर कार्रवाई की गाज गिराते हुए लाइन अटैच कर दिया है। बहरहाल इसके बाद भी पुलिस की कार्यशैली पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बनी हुई है।

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश में कोयला कबाड़ ,डीजल एवं रेत चोरी के काले कारोबार पर अंकुश लगाने कलेक्टर एसपी को आवश्यक कार्रवाई के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट तौर पर सभी जिला कलेक्टरों को चेतावनी दी है कि जिले में अपराधिक घटनाओं ,कालाबाजारी की घटनाओं पर अंकुश नहीं लगा पाने पर एसपी की तरह कलेक्टर भी जिम्मेदार होंगे । लेकिन मुख्यमंत्री के आदेशों का जिले में पालन नहीं हो रहा। एशिया के सबसे बड़ी खुली खदान (ओपन कास्ट माइंस) गेवरा में कोयला चोरी की वीडियो वायरल हो रही । वायरल वीडियो एसईसीएल गेवरा परियोजना के नराइबोध एवं रलिया खदान की बताई जा रही है। जहां जान जोखिम में डालकर कॉल माफियाओं के लिए हजारों ग्रामीण बच्चे बूढ़े जवान खदान में उतर कर कोयला की खुदाई एवं परिवहन कार्य में लिप्त नजर आ रहे हैं। खदान के मुहाने पर खड़े कोल माफियाओं के वाहनों में कोयला लोड करते नजर आ रहे हैं। इस वीडियो ने जहां सिस्टम के कोयला चोरी रोकने पुख्ता प्रबंध किए जाने के दावों की पोल खोलकर रख दी है, वहीं घर घर पैदा हो रहे अपराधी ने शासन की चिंता बढ़ा दी है।वायरल हो रही वीडियो सहित खबरों ने पूरे प्रदेश में खलबली मचा दी। आईजी रतन लाल डांगी ने जहां प्रभारी बिलासपुर को 6 बिंदुओं पर जांच का जिम्मा सौंपा । वहीं आईजी के फरमान के साथ जिले के पुलिस कप्तान भी एक्शन मोड़ में आ गए। दीपका थाना प्रभारी अविनाश सिंह एवं हरदीबाजार चौकी प्रभारी अभय सिंह बैस को लाइन अटैच कर दिया है। बहरहाल इसके बाद भी पुलिस की कार्यशैली पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बनी हुई है।