कोरबा। कोयला डीजल माफियाओं का गढ़ बन चुके एसईसीएल के दीपका खदान में एक बार फिर डीजल माफिया सक्रिय हैं। एसईसीएल के सुरक्षा एजेंसियों की नाकामी एवं स्थानीय पुलिस की निष्क्रियता की वजह से लाखों का डीजल पार हो रहा । कुछ एक प्रकरणों में ही छोटे मोटे डीजल माफिया पुलिस के हत्थे चढ़ रहे। एसईसीएल के दीपका खदान से डीजल चोरी का एक और मामला सामने आया है । जहां दीपका के कोयला खदान में गाड़ियों से डीजल चोरी कर भाग रहे डीजल माफियाओं को पुलिस ने मुखबिर की सूचना के बाद घेराबंदी कर एक 6 जरीकेन में भरे लगभग 210 लीटर डीजल के साथ गिरफ्तार किया है।
मामला हल्दीबाजार चौकी का है। पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि दीपका खदान से एक सफेद रंग की बोलेरो गाड़ी में कुछ लोग दीपका खदान से डीजल चोरी कर आमगांव दीपका बाईपास रोड की तरफ गाड़ी लेकर भाग रहे हैं। पुलिस टीम ने आमगांव दीपका बाईपास के आगे घेराबंदी किया था। सामने से आ रही बोलेरो को रोककर चेक किया तो बोलेरो में 6 जरीकेन व तीन लोग बैठे थे। जब पुलिस ने 6 जरीकेन को चेक किया तो वह डीजल से भरा था। इसके बाद तीनों आरोपी को पुलिस ने चौकी ले आयी। हल्दीबाजार चौकी प्रभारी मंयक मिश्रा ने बताया कि तीनों आरोपियों के खिलाफ मामला 41 (1-4)द प्र स, 379, 34 तहत दर्ज कर आरोपियों को विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा गया है।गौरतलब हो कि अभी कुछ दिन पहले कोरबा शहर के दीपका खदान में कोयला चोरी का वीडियो वायरल हो रहा था। पुलिस विभाग ने उसके बाद दीपका थाना प्रभारी को भी हटाया था। इसके बाद कोरबा पुलिस ने पूर्व आईएएस ओपी चौधरी के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया था। कोरबा एशिया का सबसे बड़ा कोयला खदान है कायदे से इसकी सुरक्षा होनी चाहिए । पर यहाँ आए दिन कोयला चोरी व डीजल चोरी की घटना होती रहती है। एसईसीएल व प्रशासन पर भी सवाल उठते रहते हैं। इस गोरखधंधे को आखिर किसकी शह पर बेख़ौफ चलाया जा रहा है। क्या स्थानीय नेताओं की इसमें मिलीभगत है यह चर्चा सरगर्म है ।