हर्षित होगा मन ,पुलकित होगा संसार ,श्री त्रिपुर तीर्थ यात्रा सेवा समिति के साथ 20 अप्रैल से 18 जून तक चारधाम की यात्रा का सपना होगा साकार

हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा । पिछले डेढ़ दशक से देशवासियों को पावन चारधाम की यात्रा कराकर उनका जीवन धन्य बनाते आ रहा श्री त्रिपुर तीर्थ यात्रा सेवा समिति एकबार फिर चारधाम की यात्रा कराने जा रही है। 20 अप्रैल से 18 जून तक 20 पालियों में चारधाम की पावन यात्रा कराई जाएगी। इसके साथ ही श्री त्रिपुर तीर्थ यात्रा सेवा समिति की सेवाओं के कारवां में एक और अध्याय जुड़ जाएगा। जिसके लिए अभी से इछुक श्रद्धालुओं ने 30 फीसदी से अधिक सीटें बुक करा ली है।

यहाँ बताना होगा कि लगातार 17 वर्षों से चार धाम की सुव्यवस्थित शानदार सफल यात्रा कराते आ रही छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा श्रवण कुमार और एक्सीलेंट अवार्ड से सम्मानित हो चुकी एवं हाल ही में केंद्रीय रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव द्वारा एक्सीलेंस टूर एंड ट्रेवल्स के लिए राष्ट्रीय पुरुस्कार से सम्मानित हो चुके श्री त्रिपुर यात्रा तीर्थ सेवा समिति की मंशा आस्थावान भक्तों की स्थली छत्तीसगढ़ के वयोवृद्ध श्रद्धालुओं को कम राशि पर सर्वसुविधा युक्त तीर्थ यात्रा कराने की रही है। ताकि श्रद्धालुओं के जीवन में सुख समृद्धि यश कृति बनी रहे । वे अपना जीवन धन्य बना सकें। हिन्दू धर्म ग्रंथों के अनुसार
इंसान की इन पांचों ख्वाहिशों की स्थली भारत की पतित पावनी देवभूमि उत्तराखंड में अवस्थित है ।चारधाम के नाम से विख्यात उत्तराखण्ड की पावन धरा पर अवस्थित बद्रीनारायण ,केदारनाथ ,गंगोत्री व यमुनोत्री ये वो तीर्थस्थल हैं जहां इंसान की ये पांचों कामनाएं पूरी हो जाती हैं। ग्रीष्म ऋतुकाल में ऐसे ही चारधाम तीर्थयात्रा करने के इच्छुक भक्तों के जत्थों के सपनों को श्री त्रिपुर यात्रा सेवा समिति एक बार फिर साकार करने जा रही है। 20 अप्रैल से 18 जून तक 20 पालियों में चारधाम की पावन यात्रा कराई जाएगी। इसके साथ ही श्री त्रिपुर तीर्थ यात्रा सेवा समिति की सेवाओं के कारवां में एक और अध्याय जुड़ जाएगा।इसके लिए ऑनलाइन एवं ऑफलाइन बुकिंग की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
चारधाम की पावन यात्रा में भारत के 7 राज्यों छत्तीसगढ़,मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र, झारखंड ,बिहार, उड़ीसा सहित दिल्ली
के श्रद्धालु शामिल होकर अपना जीवन धन्य बनाएंगे। जत्थे को ट्रेन से चार धाम की यात्रा कराई जाएगी। त्रिपुर यात्रा सेवा समिति का कारवां पतित पावनी यमुनोत्री के दर्शन के साथ शुरु होगी ,जो गंगोत्री का दर्शन कराकर विशेष वाहन से श्रद्धालुओं को सोन प्रयाग एवं गौरीकुंड का दीदार कराएगी । ततपश्चात यात्रा का कारवां केदारनाथ की ओर आगे बढ़ेगा । श्रद्धालुओं के जत्थे को घोड़े खच्चर पालकी पिठ्ठू से केदारनाथ बाबा के दर्शन निमित्त रवाना किया जाएगा। यही नहीं जो श्रद्धालु हेलीकॉप्टर से बुकिंग कराएंगे वे समिति के स्पेशल वाहन से फाटा सिरकी हैलीपैड से बाबा केदारनाथ के दर्शन निमित्त रवाना होंगे। द्वादश ज्योतिर्लिंगों में से एक हिमालय की गोद मे बसे बाबा केदारनाथ का दर्शन एवं सुरम्य वादियों का दीदार कर श्रद्धालुओं का जत्था लग्जरी टूरिस्ट बस से बद्रीनाथ धाम के लिए कूच करेगा ।

अलकनंदा नदी के किनारे बसा भगवान विष्णु को समर्पित बद्रीनाथ मंदिर को आदिकाल से स्थापित और सतयुग का पावन धाम माना जाता है। इसकी स्थापना मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम ने की थी।
चार धाम में से एक बद्रीनाथ के बारे में एक कहावत प्रचलित है कि ‘जो जाए बदरी, वो ना आए ओदरी’। अर्थात जो व्यक्ति बद्रीनाथ के दर्शन कर लेता है, उसे पुन: उदर यानी गर्भ में नहीं आना पड़ता है। मतलब दूसरी बार जन्म नहीं लेना पड़ता है। शास्त्रों के अनुसार मनुष्‍य को जीवन में कम से कम दो बार बद्रीनाथ की यात्रा जरूर करना चाहिए।बद्रीनाथ की इस महत्ता से वाकिफ श्रद्धालुओं का जत्था विधिवत पूजा अर्चना कर ऋषिकेश पहुंचेगा । यहां ऐतिहासिक लक्ष्मण व रामझूला का दीदार कर श्रद्धालु बेहद रोमांचित होंगे। हरकी पोंडी में सुबह गंगा स्नान कर हरिद्वार स्थित मां मनसा देवी ,चंडीदेवी ,गायत्री शांतिकुंज ,जैन मंदिर ,भारतमाता का दर्शन कर संध्या आरती में शामिल होंगे । तत्पश्चात हरिद्वार से श्रद्धालुओं का जत्था समिति के वाहन से अपने गंतव्य स्थान के लिए रवाना होगा।श्रद्धालुओं की सेवाओं के लिए श्री त्रिपुर तीर्थ यात्रा सेवा समिति की 50 स्टॉफ की टीम पूरी यात्रा के दौरान साथ में मौजूद रहकर सेवाएं प्रदान करेंगी।

जानें बुकिंग का प्रावधान

जो भी श्रद्धालगण अपनी तीर्थ यात्रा करने की इच्छा रखते है तो कृपया www.tripuryatra.com से जल्द से जल्द अपनी बुकिंग ऑनलाइन करवा लें। ट्रेन की टिकटें लगभग 30 प्रतिशत से अधिक बुकिंग हो चुकी है। अधिक जानकारी के लिए मो. 7354411411 में कॉल कर जानकारी ली जा सकती है।