कोलपदर के जंगल में 2 भालुओं के मिले शव ,वन विभाग में हड़कंप

बलौदाबाजार । महासमुंद और बलौदाबाजार जिले के सीमावर्ती क्षेत्र के ग्राम कोलपदर के जंगल में 2 भालुओं के शव मिलने से वन विभाग में हड़कंप मच गया है। दो दिन पहले इसी इलाके से तेंदुए की लाश भी मिली थी। अब उसी जगह पर 2 भालू मृत मिले हैं। इसकी सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची। मौके पर डॉग स्क्वॉड की टीम भी पहुंची हुई है। भालुओं की मौत करंट लगने से हुई है।

जानकारी के मुताबिक, कोलपदर के जंगल के कक्ष क्रमांक- 91 में दो भालुओं के शव मिले हैं। भालुओं के शिकार के लिए आरोपियों ने बिजली का तार बिछाया था। करंट की चपेट में आकर दोनों भालुओं की मौत हो गई। वन विभाग और बार नवापारा अभयारण्य के अधिकारी मौके पर पहुंचकर जांच में जुटे हुए हैं। भालुओं की उम्र 7 साल के आसपास बताई जा रही है। भालुओं के शव का पोस्टमॉर्टम 3 डॉक्टरों की टीम ने किया, जिसमें डॉक्टर लोकेश कुमार वर्मा, डॉ रश्मि और डॉ योगेश साहू शामिल रहे।

6 शिकारी गिरफ्तार, तेंदुए के साथ-साथ भालुओं के शिकार की भी आशंका, पूछताछ जारी

ग्राम कोलपदर के जंगल गुड़ाबांध के पास मंगलवार को मिले तेंदुए के शव का शिकार करने वाले 6 आरोपियों की गिरफ्तारी की गई है। माना जा रहा है कि इन्हीं शिकारियों ने 2 भालुओं का भी शिकार किया होगा। जंगल सफारी के खोजी कुत्ते वीरा ने आरोपियों को पकड़ने में मदद की। आरोपियों के घर से तीर-कमान, हथियार, बिजली का तार और भालुओं के दांत बरामद किए गए हैं। वहीं मृत नर तेंदुए की उम्र लगभग 5 साल बताई गई है। पोस्टमॉर्टम के बाद उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया है।

ग्राम कोलपदर के जंगल में ही 21 फरवरी की शाम तेंदुए का भी मिला था शव

मंडल प्रबंधक वन विकास निगम बी रमन सोमावर और उप मंडल प्रबंधक चित्रा त्रिपाठी ने बताया कि खोजी कुत्ते वीरा की सहायता से कोलपदर निवासी बिजलू राम बिंझवार, धनुष यादव, नरोत्तम यादव, चमार सिंह, परदेशी निषाद और लकेश्वर यादव को तेंदुए के शिकार मामले में गिरफ्तार किया गया है। इनसे पूछताछ की जा रही है। यही लोग भालुओं के शिकार में भी शामिल हो सकते हैं। आरोपियों पर वन्य जीव अधिनियम के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया है।

बिजली का तार बिछाकर वन्य जीवों का शिकार

बताया जा रहा है कि भालुओं की लाश दो दिन पुरानी है। वन विभाग निगम की टीम आसपास के गांव में जांच कर रही है। जंगली सुअर के शिकार के लिए भी शिकारी बिजली का तार बिछाकर रखते हैं, जिससे करंट की चपेट में आकर उनकी मौत हो जाती है। भालुओं के शव मिलने की सूचना पर महासमुंद और बलौदाबाजार जिले के वन अधिकारी संयुक्त जांच कर रहे हैं। पोस्टमॉर्टम के बाद भालुओं के शव का भी अंतिम संस्कार कर दिया गया है।