चौखट पर लटक रही थी मौत ,देखकर दपंत्ति की रूह कांप उठी,स्नेक रेस्क्यू टीम की सतर्कता से बची जान

कोरबा। मौसम के बदलते ही लगातार ज़मीन पर रेंगने वाली मौतों का निकलने का सिलसिला शुरू हो गया हैं। आए दिन शहरी और ग्रामीण इलाकों से सांप की निकलने की जानकारी मिलते रहती हैं। साथ ही जानें अनजाने लोग सर्पदंश का शिकार भी हो जाते हैं जिसके कारण कई बार लोगों की मौत तक हो जाती हैं,पर समय रहते अगर लोग अंधविश्वास के चक्कर में न पड़ कर सीधे हस्पताल का रुख करें तो निश्चित ही सर्प दंश से होने वाली मौत का आंकड़ों में कमी आएगी। साथ ही लोगों की जान बचाने का काम जिले के वाइल्डलाइफ रेस्क्यू टीम कोरबा के कंधो पर भी बराबर बना हुआ हैं। ऐसा ही कुछ हुआ खरमोरा निवासी मेहरा परिवार के पति-पत्नी के साथ। वे एक बड़े हादसे का शिकार होते-होते बच गए।

जब पति-पत्नी घर का दरवाजा खोले और चौखट के ठीक नीचे चे खड़े ही थे की उनको कुछ फुफकार की आवाज़ सुनाई दी। उनको समझते देर नही लगा की आस पास ही कहीं साप हैं, दोनों बिना देरी किए झट से अंदर हो गए और कोबरा सांप को ठीक बीचों बीच दरवाज़े में ऊपर बैठे देखा तो पति पत्नी के होश उड़ गए। डरे सहमे दंपति ने घर के बाकी लोगों को आवाज़ दिया, चीख पुकार सुनकर घर वाले हाल में दौड़े चले आएं, जिसके बाद घर वालों ने बिना देरी किए इसकी जानकारी वाइल्डलाइफ रेस्क्यू टीम अध्यक्ष वन विभाग सदस्य जितेन्द्र सारथी को दिया। सारथी ने सांप को देखते रहने की बात कही पर वहीं घर वाले इतना डर गए थे की दरवाज़ा ही बंद कर दिया ताकि कहीं साप अंदर न प्रवेश करें। थोड़ी देर पश्चात जितेन्द्र सारथी अपने टीम मेंबर राजू बर्मन के साथ पहुंचे और रेस्क्यू ऑपरेशन चालू किया। दरवाज़े के ऊपर गुस्से से फन फैलाए बैठे 5 फीट लम्बा कोबरा (नाग) को सुरक्षित तरीके से रेस्क्यू कर डिब्बे में बंद किया तब जाकर कहीं घर वालों ने राहत भरी सांस लिया और रेस्क्यू टीम को धन्यवाद ज्ञापित किया।

जितेन्द्र सारथी ने आम जनों से निवेदन करते हुए कहा कि बीच-बीच में बारिश होने के कारण सांप निकल रहे। इस वक्त सतर्क और सावधान रहने की आवश्यकता हैं। साथ ही हमें रेस्क्यू के साथ सर्प दंश होने की जानकारी भी दे सकते हैं ताकि समय रहते सही मार्गदर्शन दे सकें।

वाइल्डलाइफ रेस्क्यू टीम कोरबा
हेल्प लाइन नंबर 8817534455,7999622151