लंबित रोजगार को लेकर फूटा
भूविस्थापितों के सब्र का बांध ,एसईसीएल दीपका परियोजना के मुख्यद्वार पर किया प्रदर्शन ,दफ्तर में घण्टों तकप्रवेश तक नहीं कर सके कर्मी

कोरबा । पुराने लंबित रोजगार के मामले को लेकर भूविस्थापितों ने परिवार सहित एसईसीएल दीपका कार्यालय के दफ्तर के सामने जमकर प्रदर्शन किया। जिससे प्रबंधन का कामकाज पर प्रभावित हुआ।

बता दें कि 1986 के लंबित रोजगार के प्रकरण को लेकर पिछले 11 सितंबर से शांतिपूर्वक अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन कर रहे हैं रोजगार के मसले को लेकर एसईसीएल दीपका प्रबंधन रुचि नहीं ले रही है जिसको लेकर भूविस्थापित ग्रामीणों ने तालाबंदी का ऐलान कर रखे थे और शुक्रवार को एसईसीएल दीपका कार्यालय के दफ्तर के मुख्य द्वार को जमकर नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया । उनका कहना है था कि लंबित रोजगार के प्रकरण का कार्य पूरा हो चुका है और सीधा प्रबंधन के द्वारा जॉइनिंग लेटर इशू करें ।
प्रबंधन के अधिकारी घण्टों तक समझाइस देने में जुटे रहे। लेकिन भूविस्थापित ग्रामीण
घण्टों तक प्रदर्शन करते रहे।
अपने लंबित रोजगार के मामले को लेकर प्रदर्शनकारी बेहद नाराज नजर आए।
सुबह 6 बजे से ही एसईसीएल दीपका कार्यालय दफ्तर का कामकाज प्रभावित रहा। ग्रामीणों ने मुख्य द्वार को जाम कर कर दिया । ऑफिस के कामकाज के लिए आए अधिकारी मुख्य द्वार के जाम में फंसे रहे। लिखित आश्वासन के बाद देर रात आंदोलन स्थगित किया गया।