बीज निगम की फर्म आकांक्षी जिला कोरबा में रेडी टू ईट की सतत आपूर्ति में नाकाम,पोंडी परियोजना के आंगनबाड़ी केंद्रों में नौनिहालों को नहीं बंटा इस माह का रेडी टू ईट,क्या साय सरकार व्यवस्था में करेगी बदलाव !

हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा । राज्य बीज एवं कृषि विकास निगम की उत्पादनकर्ता फर्म छत्तीसगढ़ एग्रो फूड कार्पोरेशन लिमिटेड आदिवासी बाहुल्य आकांक्षी जिला कोरबा जिले में एक बार फिर नौनिहालों तक रेडी टू ईट के नियमित वितरण में नाकाम साबित हो रही। पोंडीउपरोड़ा परियोजना के आंगनबाड़ी केंद्रों में नए साल के पहले मंगलवार को टीएचआर नहीं बंटा । फर्म की लापरवाही से कुपोषण मुक्त कोरबा बनाने की मंशा पर पानी फिर रहा ।

यहां बताना होगा कि महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा 6 माह से 6 वर्ष के
नौनिहालों ,किशोरियों,गर्भवती एवं शिशुवती माताओं के पोषण के लिए कार्य किया जा रहा है। पूर्व में स्थानीय महिला स्व सहायता समूहों के माध्यम से रेडी टू ईट कार्यक्रम का संचालन किया जा रहा था । गेहूं ,सोया ,चना ,मूंगफली मिश्रित पौष्टिक पोषण आहार रेडी टू ईट य माह से 3 वर्ष तक के बच्चों ,गर्भवती एवं शिशुवती माताओं के लिए प्रत्येक मंगलवार को दिए जाने का प्रावधान है ताकि उन पर कुपोषण की काली छाया न पड़े ,कुपोषित हितग्राही इसके दायरे से बाहर निकल सकें। लेकिन कांग्रेस शासनकाल में 24 दिसंबर 2021 को कैबिनेट में लिए गए निर्णय अनुसार राज्य बीज निगम की स्थापित इकाईयों के माध्यम से स्वचलित मशीनों के माध्यम से रेडी टू ईट का उत्पादन करने का निर्णय लिया था। इसके पीछे शासन ने सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाईन का हवाला दिया है जिसमें मानव स्पर्श रहित गुणवत्ता युक्त आवश्यक पोषक तत्वों से भरे रेडी टू ईट बच्चों की सेहत के लिए उपयुक्त बताया गया है। सरकार के इस फैसले से पिछले करीब डेढ़ दशक से रेडी टू ईट का निर्माण कर रहीं स्व सहायता समूह के हाथों से रोजगार छीन गया । 20 हजार से अधिक महिलाएं सीधे तौर पर इससे प्रभावित हुईं ।
1अप्रैल 2022 से राज्य बीज निगम की स्थापित इकाईयों के स्वचलित मशीनों के माध्यम से तैयार रेडी टू ईट बच्चों तक पहुंचाई जा रही है। जिले में राज्य बीज एवं कृषि विकास निगम की इकाई छत्तीसगढ़ एग्रो फूड कार्पोरेशन लिमिटेड को इसकी जिम्मेदारी दी गई है। लेकिन फर्म सतत रूप से 2561 आंगनबाड़ी केंद्रों में रेडी टू ईट की आपूर्ति में नाकाम रहा है।सत्ता परिवर्तन के बाद भी फर्म की कार्यशैली में सुधार नहीं आए। नए साल के पहले माह में ही पोंडीउपरोड़ा परियोजना में फर्म ने रेडी टू ईट की आपूर्ति नहीं की । रावा सेक्टर के आंगनबाड़ी केंद्र धौराभांठा एवं जटगा सेक्टर के माँझीपारा में रेडी टू इट की आपूर्ति नहीं हुई । कार्यकर्ताओं ने बताया कि फर्म ने इस माह रेडी टू ईट की आपूर्ति नहीं की है। जिसकी वजह से पहला टीएचआर बच्चों को वितरण नहीं हो पाया है।

वितरण व्यवस्था सुनिश्चित कराने जिला व ब्लाक समन्वयक नियुक्त किए फिर भी नहीं सुधरे हालात

राज्य बीज एवं कृषि विकास निगम की अनुबंधित उत्पादन कर्ता फर्म छत्तीसगढ़ एग्रो फूड कार्पोरेशन लिमिटेड को रेडी टू ईट के निर्माण एवं वितरण की जिम्मेदारी है।फर्म ने रेडी टू ईट की वितरण व्यवस्था हेतु जिला एवं ब्लाक समन्वयक की नियुक्ति की है । बावजूद इसके वितरण व्यवस्था की लचर स्थिति शासन के कुपोषण मुक्त छत्तीसगढ़ बनाने के संकल्प व सुपोषण अभियान में पानी फेर रही।

वर्जन

कल ही पहुंचा है रेडी टू ईट,जल्द वितरण सुनिश्चित करेंगे

फर्म से इस बार विलंब से रेडी टू ईट की आपूर्ति हुई है। कल ही रेडी टू ईट की आपूर्ति हुई है,जल्द केंद्रों तक वितरण व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे।

निशा कंवर ,सीडीपीओ ,मबावि ,पोंडी उपरोड़ा परियोजना ,