दिल्ली । विराट कोहली, एबी डिविलियर्स, क्रिस गेल, केएल राहुल, युवराज सिंह, जहीर खान और डेल स्टेन जैसे वर्ल्ड क्रिकेट के दिग्गज IPL के 16 सीजनों में नहीं कर सके, स्मृति मांधना की कप्तानी वाली रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने दो सीजन में ही कर दिखाया ।
पिछले 16 सालों से फ्रेंचाइजी टी20 लीग में एक ट्रॉफी के लिए जूझ रही बैंगलोर का इंतजार आखिर विमेंस प्रीमियर लीग में खत्म हो गया है। WPL 2024 सीजन के फाइनल में बैंगलोर ने दिल्ली कैपिटल्स को 8 विकेट से हराकर टूर्नामेंट का खिताब जीत लिया। WPL के दूसरे सीजन के इस फाइनल में बैंगलोर ने जबरदस्त वापसी करते हुए दिल्ली को शिकस्त दी और फ्रेंचाइजी के इतिहास में पहला खिताब जीत लिया।दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में रविवार 17 मार्च की रात खेले गए इस फाइनल में दोनों टीमें पहले खिताब के लिए उतरी थीं। दिल्ली तो टूर्नामेंट में लगातार दूसरी बार फाइनल में पहुंची थी, जबकि बैंगलोर का ये पहला ही खिताबी मुकाबला था। पिछले साल दिल्ली को मुंबई इंडियंस से हार का सामना करना पड़ा था, वहीं इस बार बैंगलोर ने खिताब जीतने का उसका सपना तोड़ दिया। वर्ल्ड क्रिकेट में अपनी कप्तानी से ऑस्ट्रेलियाई टीम को रिकॉर्ड 5 वर्ल्ड कप जिताने वाली दिग्गज मेग लैनिंग को लगातार दूसरी बार फाइनल में हार का सामना करना पड़ा।
दिल्ली की विस्फोटक शुरुआत
दिल्ली कैपिटल्स ने इस मैच में टॉस जीतकर पहले बैटिंग का फैसला किया। दोनों टीमों के बीच इससे पहले दो सीजन में 4 मैच खेले गए थे लेकिन चारों मैच दिल्ली ने ही जीते थे। टॉस के बाद जिस तरह की शुरुआत कप्तान लैनिंग और शेफाली वर्मा ने शुरुआत की, उससे लगा था कि पांचवीं बार भी यही होगा। पावरप्ले में ही दोनों ने 61 रनों की जबरदस्त साझेदारी कर डाली थी। शेफाली (44) ने खास तौर पर बाउंड्रियों की बारिश की. लेकिन पावरप्ले खत्म होने के बाद बैंगलोर ने नाटकीय अंदाज में वापसी की।
स्पिनरों ने कराई RCB की वापसी
8वें ओवर में लेफ्ट आर्म स्पिनर सोफी मॉलिन्यू (3/20) ने शेफाली, जेमिमा रॉड्रिग्ज और एलिस कैप्सी को आउट कर दिल्ली को बैकफुट पर धकेल दिया। इसके बाद तो RCB की स्पिनरों ने पूरी तरह अपना जाल बिछा दिया और दिल्ली की बैटिंग पूरी तरह इसमें फंस गई. श्रेयांका पाटिल (4/12) ने मेग लैनिंग (23) को अपना शिकार बनाया, जबकि आशा शोभना ने एक ही ओवर में मैरिजान काप और मिन्नू मणि को आउट किया। आखिरकार 19वें ओवर में श्रेयांका ने आखिरी 2 विकेट लेकर सिर्फ 113 रनों पर दिल्ली को ढेर कर दिया।
फिर पैरी ने टीम को जीत तक पहुंचाया
बैंगलोर के लिए ये लक्ष्य ज्यादा मुश्किल नहीं था और सोफी डिवाइन ने कप्तान मंधाना के साथ मिलकर टीम को दमदार शुरुआत दिलाई. दोनों ने 49 रनों की पार्टनरशिप की। डिवाइन (31) के आउट होने के बाद RCB की खिताबी जीत की सबसे बड़ी स्टार एलिस पैरी आईं, जिन्होंने मोर्चा संभाल लिया।दोनों को हालांकि तेजी से रन बनाने में दिक्कत हुई लेकिन लक्ष्य बड़ा न होने के कारण दोनों ने पूरा वक्त लिया।मंधाना (32) हालांकि टीम को जीत तक नहीं ले जा सकीं और टीम के 82 रन के स्कोर पर आउट हो गईं।इसके बाद त पैरी और ऋचा घोष ने टीम को अंत तक पहुंचाया. दोनों के बीच 31 रनों की साझेदारी हुई।।मैच हालांकि आखिरी ओवर तक गया, जिसकी तीसरी गेंद पर ऋचा ने चौका जमाकर टीम को पहली बार चैंपियन बनाया। ऋचा 17 और पैरी 35 रन बनाकर नॉट आउट रहे और टीम की जीत के स्टार साबित हुए।