कमीशनखोर लिपिक योगेश प्रताप सिंह को हटाने जनपद अध्यक्ष के नेतृत्व में प्रभारी मंत्री से हुई शिकायत ,जनपद कार्यालय में किया प्रदर्शन
हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा । जनपद पंचायत कोरबा के मनरेगा शाखा में पदस्थ संविदा सहायक ग्रेड -3 लिपिक (बाबू) योगेश प्रताप सिंह को लगातार शिकायतों के बाद भी प्रशासनिक संरक्षण की वजह से नहीं हटाए जाने पर सोमवार को नाराज जनपद सदस्यों ने जनपद कार्यालय के सामने धरना प्रदर्शन कर गेट बंद कर दिया। बाद में जनपद अध्यक्ष श्रीमती हरेश कंवर के नेतृत्व में प्रभारी मंत्री को तत्काल हटाए जाने ज्ञापन सौंपा। प्रभारी मंत्री ने कलेक्टर को मामले को तत्काल आवश्यक कार्यवाई के निर्देश दिए हैं ।
जनपद अध्यक्ष श्रीमती हरेश कंवर ने प्रभारी मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम को सौंपे ज्ञापन के माध्यम से अवगत कराया है कि जनपद पंचायत कोरबा के मनरेगा शाखा में पदस्थ लिपिक योगेश प्रताप सिंह के खिलाफ क्षेत्र के सरपंच सचिवों के द्वारा एवं विभागीय शिकायत पूर्व में कई बार की जा चुकी है । शिकायत में प्रमुख तौर पर मनरेगा के कार्यों में ठेकेदारी करना विभाग के कर्मियों के साथ बदतमीजी करना ,तकनीकी सहायकों को प्रताड़ित करना ,नोकरी से निकलवा देने की धमकी देना,शिकायत करने वाले कर्मचारियों का ट्रांसफर करवा देना जैसे कृत्य शामिल हैं । दर्जनों शिकायतों के बाद भी कुछ भ्रष्ट अधिकारियों के संरक्षण से योगेश प्रताप सिंह कार्यवाही से बचते आ रहे हैं । मनरेगा विभाग कोरबा में क्षेत्र के कार्य करने के लिए कुल 4 बाबू की नियुक्ति की गई है । जिसमें 3 महिला हैं ।लिपिक योगेश प्रताप उक्त महिला लिपिकों को डरा धमकाकर सभी के कार्यभार मटेरियल भुगतान का कार्य स्वंय कर रहे हैं । विरोध करने पर इनके द्वारा महिलाओं से अभद्र व्यवहार किया जाता है । वर्तमान स्थिति में योगेश प्रताप सिंह जिला पंचायत कोरबा में 26 नवंबर 2019 से पदस्थ हैं । जिन्हें मनरेगा ,एनआरएलएम ,आरईएस,क्रेडा विभागों से समन्वय जानकारी संकलन का कार्य दायित्व दिया गया है । लेकिन इसके बावजूद अपने प्रभाव से जनपद पंचायत कोरबा से आज पर्यन्त कार्यमुक्त नहीं हुए ,वहीं बने हुए हैं । निश्चित तौर पर इससे शासन की उदासीनता स्पष्ट तौर पर परिलिक्षित हो रही है । ऐसी स्थिति में यह स्पष्ट होता है कि प्रशासनिक व्यवस्था में पारदर्शिता और न्याय संगत कार्यवाई भ्रष्ट लोगों के अधीन हो गई है । अतः योगेश प्रताप सिंह की सेवा तत्काल समाप्त की जाए । ताकि शासन – प्रशासन की छवि खराब न हो ।
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मनरेगा के एपीओ का संरक्षण
प्रभारी मंत्री को सौंपे गए शिकायत पत्रों में वो शिकायत भी शामिल है जिसमें मनरेगा कर्मचारियों ने जिला पंचायत के मनरेगा शाखा के एपीओ संदीप डिक्सेना पर लिपिक योगेश प्रताप सिंह को संरक्षण दिए जाने का आरोप लगाया है। 6 जनवरी 2021 को पँचायत मंत्री को सौंपे गए शिकायत पत्र के माध्यम से मनरेगा कर्मचारियों ने बताया है कि लिपिक योगेश प्रताप सिंह एपीओ संदीप डिक्सेना को सामग्री मूलक कार्यों में परसेंटेज देते हैं । इसलिए योगेश प्रताप सिंह द्वारा 74 पंचायतों में सामग्री लगाने के लिए तकनीकी सहायकों पर दबाव बनाया जाता है । एवं बढ़ा चढ़ाकर मूल्यांकन करने के लिए बाधित किया जाता है । परसेंटेज मिलने की वजह से एपीओ से शिकायत करने पर कोई परिणाम नहीं निकला।
देखें कब कब हुई लिपिक योगेश की शिकायत
शिकायकर्ता दिनांक
मनरेगा कर्मी – 01-06-2012
मनरेगा कर्मी – 25-07-2019
मनरेगा कर्मी – 11-09-2019
मनरेगा कर्मी- 04-09-2019
मनरेगा कर्मी -30-08-2019
मनरेगा कर्मी – 27-07-2019
जिपं.जांच आदेश -05-08-2019
मो.आवेश कुरैशी पूर्व विधायक प्रतिनिधि रामपुर – 18-10-2019
सरपंच संघ – 02-12-2020
श्रीमती कौशिल्या देवी वैष्णव जनपद उपाध्यक्ष कोरबा – 26 -12-2020
श्रीमती हरेश कंवर ,जनपद अध्यक्ष कोरबा – 28 -12-2020
श्रीमती हरेश कंवर,जनपद अध्यक्ष कोरबा/जनपद सदस्य – 25-01-2021
वर्जन
कार्यवाई का मिला है आश्वासन
विभिन्न स्तरों पर शिकायत के बाद भी अधिकारियों के संरक्षण की वजह से भ्रष्ट लिपिक को नहीं हटाया जा रहा है । जनता द्वारा निर्वाचित जनप्रतिनिधियों की लिखित शिकायतों से प्रशासन को कोई सरोकार नहीं है । आज हमने माननीय प्रभारी मंत्री महोदय को इसकी शिकायत की है ,उन्होंने त्वरित कार्यवाई का आश्वासन दिया है । कार्यवाई नहीं होने की स्थिति में माननीय मुख्यमंत्री से शिकायत कर विरोध जताएंगे।
श्रीमती हरेश कंवर ,जनपद अध्यक्ष कोरबा