एजेंसी। जापान में बदलाव हो गया है। जापान की सत्तारूढ़ पार्टी ने पूर्व रक्षा मंत्री शिगेरु इशिबा को नेता चुना है। वह अगले सप्ताह प्रधानमंत्री बनेंगे। वह अगले प्रधान मंत्री बनने के लिए फुमियो किशिदा का स्थान लेंगे।
लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (एलडीपी) का सत्तारूढ़ गठबंधन वर्तमान में संसद पर काबिज है। पार्टी का नेता चुना जाना प्रधानंमत्री पद का टिकट है, क्योंकि इस समय संसद में ‘लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी’ के सत्तारूढ़ गठबंधन का बहुमत है। पार्टी चुनाव में दो महिलाओं सहित नौ उम्मीदवार मैदान में थे। इशिबा को पार्टी के सांसदों और जमीनी स्तर के सदस्यों ने मतदान के जरिए चुना।पूर्व रक्षा मंत्री शिगेरु इशिबा ने अपने पांचवें प्रयास में जापान के प्रधानमंत्री की भूमिका सफलतापूर्वक हासिल कर ली। फुमियो किशिदा की जगह लेने की होड़ में लगे नौ उम्मीदवारों के बीच बाजी मारी। 67 वर्षीय इशिबा ने एक रन-ऑफ वोट में कट्टरपंथी राष्ट्रवादी साने ताकाइची पर जीत हासिल की। दशकों में जापान के सबसे अप्रत्याशित नेतृत्व चुनावों में से एक था, जिसमें रिकॉर्ड नौ उम्मीदवार दौड़ में थे।
रक्षा नीति विशेषज्ञ माने जाने वाले इशिबा ने नाटो सैन्य गठबंधन के एशियाई संस्करण और जापान-अमेरिका सुरक्षा गठबंधन का प्रस्ताव रखा है। इशिबा ताइवान के लोकतंत्र की समर्थक हैं। पहले दौर के मतदान में किसी को भी बहुमत नहीं मिला। इशिबा और आर्थिक सुरक्षा मंत्री साने ताकाची में शानदार मुकाबला हुआ।
वर्तमान प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा पार्टी के भ्रष्टाचार घोटालों से घिरे हुए हैं। एलडीपी आसन्न आम चुनाव से पहले जनता का विश्वास फिर से हासिल करने की कोशिश करेगी। मंगलवार को किशिदा और उनके कैबिनेट मंत्री इस्तीफा देंगे। संसदीय मतदान में औपचारिक रूप से निर्वाचित होने के बाद इशिबा नया मंत्रिमंडल बनाएंगे।