कोरबा-पाली। SDM कार्यालय के बाबू अजगले की लापरवाही के कारण पात्र 115 हितग्राही महीनों से वन अधिकार पट्टे के लिए भटकने को मजबूर हैं। कलेक्टर से पुनः शिकायत किया गया है।
छत्तीसगढ़ शासन सहित कलेक्टर को अवगत कराया गया है कि 4 ग्राम पंचायत मुनगाडीह, दमिया, बतरा एवं जेमरा सभी तहसील पाली, जिला कोरबा के 115 वन अधिकार पत्रों (पट्टा), जिसमें 31 पट्टा मुनगाडीह हेतु कार्यालय सहायक आयुक्त, आदिवासी विकास विभाग कोरबा के शाखा प्रभारी हरिप्रसाद बंजारे, सहायक ग्रेड-03 को दायित्व दिया गया था। हरिप्रसाद बंजारे द्वारा पट्टा तैयार किया जाकर दस्तखत किये जाने हेतु गोरेलाल भृत्य के द्वारा आदिवासी विकास के ही पंकज खरे, छात्रावास अधीक्षक द्वारा उक्त पट्टे में हस्ताक्षर कराये जाने हेतु जिसमें 1. वन विभाग के अधिकारी उप वन मण्डलाधिकारी पाली, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व पाली, मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जनपद पंचायत पाली को दायित्व सौंपा गया है। पंकज खरे द्वारा पट्टे में हस्ताक्षर वन विभाग के अधिकारी उप वन मण्डलाधिकारी पाली एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जनपद पंचायत पाली का हस्ताक्षर करा लिया गया है लेकिन अनुविभागीय अधिकारी राजस्व पाली का हस्ताक्षर हेतु बाबू अक्षय कुमार अजगले को दिया गया है। समय व्यतीत होने पर अक्षय कुमार से हितग्रागी ग्रामीणों ने पूछा कि हमारे पट्टे का क्या हुआ, तब उसने कहा कि मैने पट्टा कहीं रख दिया है, ढूंढने पर नहीं मिल रहा है।
आग्रह किया गया है कि 487 सर्वे पात्रता सूची में 115 लोगों का नाम जोड़ा जावे एवं उन्ही के साथ वितरण किया जावे। उचित कार्यवाही करते हुए 115 वन अधिकार पत्र पट्टा प्रदाय करने की गुहार महीनों से लगाई जा रही है।