हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा (भुवनेश्वर महतो)। धान खरीदी अभियान जैसे जैसे समापन की ओर बढ़ रहा है वैसे वैसे जिले में राइस मिलर्स द्वारा प्रदाय किए गए कटे फटे बारदाने एवं डीओ जारी होने के बाद भी लचर परिवहन (उठाव)की व्यवस्था ने समितियों एवं किसानों की परेशानी बढ़ा दी है। हसदेव एक्सप्रेस की पड़ताल में आधा दर्जन से अधिक उपार्जन केंद्र इस बदइंतजामी से जूझते नजर आए ,तो वहीं 2 उपार्जन केंद्रों में खेतों में धान खरीदी की हैरान करने वाली तस्वीर नजर आई ,किसान परेशान नजर आए। आने वाले वक्त में अव्यवस्थाएं दूर नहीं हुई तो खरीदी बंद होने की स्थिति निर्मित हो सकती है।
हसदेव एक्सप्रेस ने उपार्जन केंद्र केरवाद्वारी ,नवापारा ,रामपुर ,करतला ,तुमान ,चिकनीपाली,कोथारी ,भैसमा,तिलकेजा की धान खरीदी व्यवस्था की पड़ताल की । जहाँ केरवाद्वारी में 18 हजार 213 क्विंटल धान उठाव के अभाव में जाम होने की वजह से पांव रखने की जगह नहीं मिल रही। किसानों द्वारा ट्रेक्टर के जरिए लाए गए धान को उपार्जन केंद्र में एंट्री नहीं मिल पा रही थी। दर्जनों ट्रेक्टर अपनी बारी के इंतजार में बाहर खड़े थे। हालांकि उठाव के लिए राइस मिलर्स द्वारा 2 वाहन भेजे गए थे ,जिसे भी केंद्र में प्रवेश नहीं मिल रहा था।

पिछले एक हफ्ते से उठाव की गति मंद एवं केंद्रों में खरीदी की आवक बढ़ने की वजह से यह हालात निर्मित हुए हैं । भैसमा,करतला ,तुमान ,कोथारी,
चिकनीपाली,तिलकेजा में भी कमोबेश यही हालत नजर आए।

तुमान ,कोथारी में खेतों में धान खरीदी ,धान बेचने किसान सुबह से करते रहे इंतजार


उपार्जन केंद्र तुमान एवं कोथारी में इस कदर धान की आवक बढ़ी है एवं उस अनुपात में उठाव की गति मंद होने की वजह से खेतों में धान खरीदी होने की हैरान करने वाली स्थिति नजर आई। पिछले लगभग पखवाड़े भर से यह स्थिति निर्मित होने की बात कही गई। उपार्जन केंद्र तुमान में जुनवानी के किसान श्री राम 100 क्विंटल , तुमान के किसान मतिहा 120 क्विंटल धान बेचने पहुंचे थे।
हसदेव एक्सप्रेस से उन्होंने अपनी परेशानी साझा करते हुए बताया कि जगह के अभाव में वो सुबह से शाम 4 बज गए धान बेचने अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं।
खरीदी की पिक में राइस मिलरों ने एक भर्ती बारदाने की जगह कटे फटे बारदाने दे दिए ,सिलाई करके की जा रही खरीदी

केरवाद्वारी,नवापारा ,करतला ,तिलकेजा में समितियों को राइस मिलरों ने एक भर्ती (एक बार उपयोग किए जा चुके)बारदाना की जगह कटे फटे बारदाने दे दिए हैं। जिसकी गुणवत्ता दो भर्ती बारदाने की प्रतीत हो रही। हसदेव एक्सप्रेस से इस परेशानी को साझा करते हुए समिति के प्रबंधकों ने बताया कि धान खरीदी के पिक में राइस मिलरों ने एक भर्ती बारदाने की जगह घटिया किस्म के कटे फटे बारदाने दे दिए हैं। समिति के पास इतना समय नहीं था कि वो धान खरीदी के की व्यवस्था करे या फिर बारदानों की गुणवत्ता की परख कर बारदाने ले ,गुणवत्ताहीन बारदाने की लिखित शिकायत करे। हालांकि उच्च अधिकारियों को इससे अवगत कराया गया था। लेकिन समस्या दुरुस्त नहीं हुई। बताया जा रहा है कि राइस मिलर्स को एक भर्ती बारदाने के लिए 15 रुपए प्रति नग की दर से भुगतान किया जाता है। लेकिन बारदानों की गुणवत्ता देखकर यह 10 रुपए के लायक भी नजर नहीं आ रही। समितियां बारदानों को सिलाई कर उपयोग के लायक बना रही हैं। प्रति नग बारदाना की सिलाई में 4 रुपए का खर्च आ रहा है। यही नहीं समिति के मजदूरों को बड़ी संख्या में इस कार्य में लगाना पड़ रहा है। जिसकी वजह से खरीदे गए धान की समय पर स्टेकिंग (छल्ली) नहीं हो पा रही है।
अभी भी केंद्रों में 145 करोड़ मूल्य के 6 लाख 34 हजार क्विंटल धान जाम
जिले में 2 जनवरी तक की स्थिति में 31 लाख क्विंटल की धान खरीदी के लक्ष्य की पूर्ति में 41 समितियों के 65 उपार्जन केंद्रों के माध्यम से 17 लाख 51 हजार 986 क्विंटल समर्थन मूल्य (2300 रुपए प्रति क्विंटल की दर )पर 402 करोड़ 95 लाख 67 हजार 800 रुपए के धान की आवक हो चुकी है। जिसमें से 11 लाख 17 हजार 377 क्विंटल समर्थन मूल्य (2300 रुपए प्रति क्विंटल की दर )पर 266 करोड़ 99 लाख 71 हजार 63 रुपए के धान का उठाव हो चुका है। अभी भी उपार्जन केंद्रों में 6 लाख 34 हजार 608 .40 क्विंटल समर्थन मूल्य (2300 रुपए प्रति क्विंटल की दर )पर 145 करोड़ 95 लाख 99 हजार 320 रुपए का धान उठाव के इंतजार में हैं। हालांकि खरीदे गए शत प्रतिशत धान के उठाव का मार्कफेड ने डीओ जारी कर दिया है ,लेकिन इस धान उठाव के पहले ही जिले के पंजीकृत राइस मिलरों को मुंगेली जिले में खरीदे गए 5 लाख क्विंटल से अधिक के धान के उठाव का डीओ जारी कर दिया गया है। अधिक दूरी पर अधिक परिवहन दर मिलने की वजह से राइस मिलर्स मुंगेली जिले से धान के उठाव को प्राथमिकता दे रहे। हालांकि जिले में अनुबंध अवधि 10 दिनों के भीतर ही उठाव किया जा रहा है लेकिन नवमें दसवें दिन तक का यह इंतजार केंद्रों में धान की आवक बढ़ने से जाम के हालात निर्मित कर रहे हैं।
43 उपार्जन केंद्रों में बफर लिमिट से अधिक धान


जिले के 41 समितियों के 65 उपार्जन केंद्रों में से 43 उपार्जन केंद्रों में बफर लिमिट (7200) क्विंटल से अधिक धान उठाव का इंतजार कर रहे । इन उपार्जन केंद्रों में अखरापाली,उतरदा,बोईदा,कटघोरा,कनकी,करतला,केरवाद्वारी,कुल्हरिया ,कोथारी,
कोरकोमा,कोरबी (पाली),कोरबी (पोंडी उपरोड़ा),चैतमा,चिकनीपाली ,लबेद,
छुरीकला,जटगा,जवाली, तुमान,नवापारा, बेहरचुंवा ,निरधि,पठियापाली, पसान,लैंगा, पाली,बकसाही ,पोंडी ,फरसवानी,बरपाली (कोरबा),बरपाली(बरपाली),भैसमा,
भिलाईबाजार ,रामपुर ,लाफा,श्यांग,उमरेली,सुखरीकला, सिरमिना, सोनपुरी,सोहागपुर ,नोनबिर्रा एवं हरदीबाजार शामिल है।