दुर्गम पहाड़ों में रहे ,गांवों में बसे ,पथरीली रास्तों से चल मुख्यधारा से जुड़े ,स्कूलों में टीचर दीदी बन बनाया मुकाम ,लोकतंत्र की मशाल बन शहरी क्षेत्रों में ये पहाड़ी कोरवा बेटियां कराएंगी मतदान …..

कोरबा। एक दौर था, जब राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र कहे जाने वाले पहाड़ी कोरवा दुर्गम पथरीले पहाड़ों से उतरने को तैयार न थे। अथक प्रयासों के बाद उन्होंने आबादी के बीच गांव में आकर रहना शुरु किया और फिर इन विशेष संरक्षित जनजातियों के पांव भी विकास की राह में बढ़ते चले गए। कभी बमुश्किल चौथी-पांचवीं के बाद स्कूल छोड़ देने वाले बच्चों ने काॅलेज में कदम रखा और आज कई युवा न केवल स्नातकोत्तर की डिग्री ले चुके हैं, स्वयं शिक्षक के गरिमामयी पद पर आसीन होकर गांव के बच्चों के लिए शिक्षा का उजियारा बन रहे हैं। पहाड़ पथरीले रास्तों पर चलकर मुख्य धारा से जुड़ चुके कुछ ऐसी ही चिंगारियां अब देश के लोकतंत्र की मशाल बन नगरीय निकाय चुनाव में मतदान में भागीदार बन इस बड़ी जिम्मेदारी को निभाने जा रहीं हैं।

अपने समुदाय के लिए अनुकरणीय उदाहरण बनकर उभरी इन पहाड़ी कोरवा बेटियों में शासकीय प्राथमिक शाला कंवरपारा-नोनबिर्रा में सहायक शिक्षक कु. मनीषा कोरवा पहली बार चुनाव ड्यूटी करने जा रहीं हैं, तो ममता कोरवा ने विधानसभा चुनाव-2024 और गीता कोरवा पिछले विधानसभा व लोकसभा चुनाव में भी यह जिम्मेदारी निभा चुकी हैं। इनके अलावा संरक्षित आदिवासी समुदाय में शुमार बैगा जनजाति की भी दो बेटियां अंजुला और रामवति बैगा भी आसन्न नगरीय निकाय चुनाव में मतदान अधिकारी की भूमिका निभाएंगी। मतदान अधिकारी 2 बनाई गईं अंजुला बैगा प्राथमिक शाला जाताडांड में सहायक शिक्षक (टीएल) हैं और मतदान अधिकारी 3 बनाई गईं रामवति बैगा प्राथमिक शाला धंवईपुर में सहायक शिक्षक हैं।

इंग्लिश में एमए कर रहीं, पहली बार मतदान कराएंगी सहायक शिक्षक मनीषा कोरवा

शासकीय प्राथमिक शाला कंवरपारा-नोनबिर्रा में सहायक शिक्षक कु. मनीषा कोरवा पहली बार मतदान कार्य की जिम्मेदारी निभाएंगी। उन्हें नगरीय निकाय निर्वाचन-2025 अंतर्गत नगर निगम कोरबा में मतदान अधिकारी-3 बनाया गया है। 12 दिसंबर 2023 से सहायक शिक्षक के रुप में कॅरियर शुरु करने वाली 23 वर्षीय मनीषा ने स्कूल के बाद बीएससी लेकर की और 63 प्रतिशत अंक लेकर प्रथम श्रेणी से काॅलेज में स्नातक की डिग्र्री पाई। इतना ही नहीं, वर्तमान में वह अंग्रेजी में एमए अंतिम वर्ष की पढ़ाई भी कर रहीं हैं। मूलतः ग्राम आंछीमार के रहने वाले उनके पिता बहोरन सिंह डोंगदरहा स्कूल में चतुर्थ वर्ग कर्मचारी हैं और उनके भाई्र अरुण सिंह कोरवा भी शिक्षक हैं।

नाम- कु मनीषा कोरवा

पद- सहायक शिक्षक (12 दिसंबर 2023 से)

स्कूल- प्राथमिक शाला कंवरपारा-नोनबिर्रा

दायित्व- मतदान अधिकारी 3

ममता ने विधानसभा चुनाव-2024 में भी कराया मतदान, अब निकाय में मतदान अधिकारी-2 की जिम्मेदारी का करेंगी निर्वहन

26 साल की श्रीमती ममता कोरवा प्राथमिक शाला चीतापाली में सहायक शिक्षक के पद पर कार्यरत हैं। उन्होंने बतौर शिक्षक जून 2023 से कॅरियर शुरु किया। उन्होंने विधानसभा चुनाव-2024 में मतदान कराया और अब नगरीय निकाय चुनाव में मतदान अधिकारी-2 की जिम्मेदारी निभाने तैयार हैं। ममता ने भी 64 प्रतिशत अंक लेकर बीएससी की डिग्री ली और उसके बाद एमए हिंदी में पीजी की शिक्षा भी पूरी कर ली है। दो भाई एक बहन में सबसे बड़ी ममता कोरवा के एक भाई शंकर सिंह कोरवा भी गिरवारीपारा में सहायक शिक्षक और छोटे भाई सागर नोनबिर्रा में अतिथि शिक्षक हैं। उनके पति मुकेश कुमार भी पूछापारा में अतिथि शिक्षक हैं।

नाम- श्रीमती ममता कोरवा

पद- सहायक शिक्षक टीएल (जून 2023 से)

स्कूल- प्राथमिक शाला चीतापाली

दायित्व- मतदान अधिकारी-2

विधानसभा-लोकसभा के बाद गीता कोरवा को नगर निगम चुनाव में मतदान अधिकारी-2 का दायित्व

27 वर्षीय गीता कोरवा शासकीय प्राथमिक शाला आमाडांड़ में सहायक शिक्षक (पंचायत) के पद पर कार्यरत हैं। उन्होंने साल 2022 में अपना शिक्षकीय कॅरियर शुरु किया। गीता ने भी बीएससी की डिग्री हासिल कर रखी है। गीता को नगरीय निकाय चुनाव-2025 में मतदान अधिकारी-2 की जिम्मेदारी मिली है। वह इसके पहले बीते विधानसभा और लोकसभा चुनाव में भी मतदान कर्मी की अहम जिम्मेदारी निभा चुकी हैं।

नाम- गीता कोरवा

पद- सहायक शिक्षक (2022 से)

स्कूल- प्राथमिक शाला आमाडांड़

दायित्व- मतदान अधिकारी-2

वर्जन

दायित्वों का निर्वहन कर अपनी योग्यता और कौशल से कोरबा , छत्तीसगढ़ के लिए मिसाल बन रहीं

पहाड़ी कोरवा परिवार के युवाओं को शासन की नीतियों के तहत शासकीय सेवा में नियुक्ति प्रदान की गई, ताकि उन्हें प्रोत्साहित कर विकास की मुख्य धारा में लाए जाने एक उचित माध्यम मिल सके। वर्तमान में विभिन्न कार्यों में भी कदम से कदम मिलाकर शासन-प्रशासन से मिले दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं। निश्चित तौर पर यह बहुत अच्छी बात है, जो अपनी योग्यता और कौशल से कोरबा व छत्तीसगढ़ के लिए मिसाल बन रहीं हैं।

अजीत वसंत (आईएएस), कलेक्टर ,कोरबा (छग)

(साभार नवभारत )