कोरबा। भाजपा प्रदेश लोकसभा प्रभारी मोदी मित्र मो. न्याज नूर आरबी ने उप मुख्यमंत्री व कोरबा जिला प्रभारी मंत्री अरुण साव व कैबिनेट मंत्री लखनलाल देवांगन को कोरबा जिले की कुछ समस्याओं से अवगत कराने समेत त्वरित कार्यवाही हेतु ज्ञापन सौंपा।

मो .आरबी ने जिला कोरबा में फैले व्याप्त भ्रष्टाचार, अनियमितता के बारे में बताते हुए कहा कि कोरबा आकांक्षी जिलों में शामिल होने के कारण यहां पर विकास की अति आवश्यकता है। सूबे के मुखिया के प्रयासों से जो भी विकास कार्य कराये जा रहे हैं, उन सभी कार्यों में जिले के अधिकारी व कर्मचारी पिछली भ्रष्टाचारी राज्य सरकार वाली मानसिकता के साथ कार्य करते हुए अब भी अपनी जेब भर रहे हैं। केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना में से एक प्रधानमंत्री आवास योजना कोरबा जिले में पर्याप्त निगरानी के अभाव में गरीब परिवारों के उम्मीद पर खरा नहीं उतर पा रही है। प्रधानमंत्री आवास योजना के क्रियान्वयन में जो अधिकारी व कर्मचारी लगे हैं, वह सभी भ्रष्टाचार में पूरी तरह से लिप्त हो चुके हैं जिसके कारण जिले के दर्जनों ग्राम पंचायत में प्रधानमंत्री आवास पैसा मिल जाने के बाद भी पूरे नहीं हो पा रहे हैं।

आरबी ने कहा है कि प्रधानमंत्री आवास योजना केंद्र सरकार समेत छत्तीसगढ़ राज्य सरकार की फ्लैगशिप योजना है। जिला मुख्यालय से लगभग 50 किलोमीटर दूर रामपुर विधानसभा अंतर्गत आने वाले आदिवासी बाहुल्य विकास की बाट जोह रहे ग्राम नकिया में सुविधाओं की अत्यंत कमी है। केंद्र सरकार पीएम आवास योजना से इन गांव के आदिवासियों, ग्रामीणों को उम्मीद थी कि सभी गरीबों के भी पक्के मकान बनेंगे जबकि इसके उलट शासन-प्रशासन इसकी निगरानी नहीं कर पा रह जिस कारण कई मकान नहीं बन पा रहे हैं। इसके साथ ही आवास मित्र श्रीमती फूलकेरिया पर निर्माणाधीन आवास का जियो टैग करने के लिए आने पर प्रति जियो टैग करने का 1000/- (एक हजार रुपए) लेने का आरोप भी लग रहा है।

बकौल मो. न्याज ने कहा है कि ऐसा नहीं है कि भ्रष्टाचार केवल प्रधानमंत्री आवास में ही हो रहा है, जिला अस्पताल जो की अब मेडिकल कॉलेज का रूप ले लिया है , उसमें भी जमकर भ्रष्टाचार करते हुए जिम्मेदार लोग अपना जेब भर रहे हैं। आए दिन सोशल मीडिया व समाचार पत्रों में डॉ. गोपाल कंवर के द्वारा किए जा रहे भ्रष्टाचार जैसे फर्नीचर व कूलर आदि की रिपेयरिंग व फर्जी बिल आदि का मामला हो, चाहे मरीज को दिए जा रहे भोजन के टेंडर को अवैध रूप से एक्सटेंशन करने का हो, चाहे कूलर व फर्नीचर के फर्जी रूप से असमय में रिपेयरिंग का मामला हो, चाहे अन्य खरीदे गए सामानों में भ्रष्टाचार कर अपनी जेब भरने का हो। इस तरह के कई मामले सार्वजनिक हो गए हैं, जिससे भाजपा के विष्णु देव साय की सुशासन वाली सरकार की छवि इन भ्रष्टाचारी अधिकारियों के कारण खराब हो रही है।
मो. न्याज नूर आरबी ने दोनों मंत्रियो के पास नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा है कि तत्काल उक्त सभी मामलों पर संज्ञान लेते हुए जांच करवा कर सख्त से सख्त कार्रवाई कर विष्णु देव साय के सुशासन वाली सरकार की बिगड़ती छवि को सुधारने का कष्ट करें।