रायपुर । इंतजार की घड़ियां खत्म होने वाली हैं। जल्द ही छत्तीसगढ़ मंत्रिमंडल का विस्तार होने वाला है। सीएम विष्णुदेव साय ने इस संबंध में संकेत दे दिये हैं। वहीं बीजेपी हाईकमान से भी हरी झंडी मिल चुका है। ऐसे में प्रदेश में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। सियासी गलियारे में इस बात की चर्चा है कि 21 अगस्त से पहले मंत्रिमंडल का विस्तार हो सकता है। तीन नये मंत्री बनाये जा सकते हैं। सीएम साय ने आज शनिवार को मीडिया से चर्चा में कहा कि इंतजार करिए, जल्द ही विस्तार होगा।
इतना ही नहीं उन्होंने यह भी कहा कि मंत्रिमंडल का विस्तार उनके विदेश दौरे से पहले भी हो भी सकता है। सीएम साय 22 अगस्त से पहले विदेश दौरे पर जा रहे हैं। बता दें कि सीएम साय ने हाल ही में दिल्ली से आने के बाद संकेत दिया था कि इंतजार खत्म होने वाला है।
हरियाणा की तर्ज पर हो सकता है साय कैबिनेट का विस्तार👇
हरियाणा की विधानसभा में भी 90 विधायक हैं। हरियाणा में बीजेपी सरकार में मुख्यमंत्री समेत 14 मंत्री हैं। लिहाजा, हरियाणा के फॉर्मूले को छत्तीसगढ़ में भी लागू करते हुए 3 और मंत्री बनाए जा सकते हैं। हालांकि, छत्तीसगढ़ में राज्य बनने के बाद से 13 मंत्री ही बनते आए हैं, जबकि नियम के तहत विधयकों की संख्या के 15 प्रतिशत ही मंत्री बन सकते है। इस नियम के तहत 90 विधायकों में 13।5 मंत्री बन सकते हैं। इसलिए मुख्यमंत्री समेत 14 मंत्री भी हो सकते हैं।
क्षेत्रीय और जातिगत समीकरण के आधार पर होगा मंत्रिमंडल का विस्तार👇
साय कैबिनेट में अभी मुख्यमंत्री समेत 11 मंत्री हैं। सबसे ज्यादा सरगुजा संभाग से मंत्री हैं। रायपुर दुर्ग और बस्तर संभाग से मात्र एक-एक मंत्री हैं। इसलिए रायपुर से राजेश मूणत और अजय चंद्राकर का नाम चर्चा में है। वहीं, बस्तर से केदार कश्यप अकेले मंत्री हैं, ऐसे में बस्तर से प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंहदेव का नाम भी सामने आ रहा है। बिलासपुर से रमन सरकार में मंत्री रहे अमर अग्रवाल का नाम चर्चा में है। इसके अलावा यादव समाज को प्रतिनिधित्व देने दुर्ग से गजेंद्र यादव, रायपुर से बीजेपी विधायक खूशवंत साहेब के नाम की चर्चा भी तेज है। साय कैबिनेट में मुख्यमंत्री सेत 12 मंत्री थे, लेकिन लोकसभा का चुनाव जीतने के बाद शिक्षा मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद से मुख्यमंत्री साय 10 मंत्रियों के साथ काम कर रहे हैं।
ये बनाए जा सकते हैं मंत्री 👇

विश्वस्त सूत्रों के अनुसार सरगुजा के विधायक राजेश अग्रवाल,दुर्ग शहर के विधायक गजेंद्र यादव और आरंग के विधायक गुरु खुशवंत साहेब मंत्री बनाए जाएंगे। तीनों पहली बार के विधायक हैं।
कहा जा रहा है कि राजेश अग्रवाल को बिजनेस कम्युनिटी को प्रतिनिधित्व देने के लिए मंत्री बनाया जा रहा है। जैन और अग्रवाल समुदाय से मंत्री बनने की दौड़ में अमर अग्रवाल और राजेश मूणत भी थे। दोनों नेता डॉ रमन सिंह के मंत्रिमडल में वर्षों मंत्री रहे हैं, पर किसी पुराने नेता को मंत्री नहीं बनाने के फार्मूले के कारण दोनों का पत्ता कट गया।
उधर, गजेंद्र यादव आरएसएस के कोटे से मंत्री बनाए जा सकते हैं। गजेंद्र यादव के पिता बिसराराम यादव छत्तीसगढ़ के प्रांत संघचालक रहे हैं। गजेंद्र यादव को मंत्री बनाए जाने के साथ ही साय मंत्रिमंडल में ओबीसी वर्ग के मंत्रियों की संख्या सात हो जाएगी। अभी साय मंत्रिमंडल में ओबीसी वर्ग से अरुण साव, ओपी चौधरी, श्यामबिहारी जायसवाल, लखनलाल देवांगन, लक्ष्मी राजवाड़े और टंकराम वर्मा मंत्री हैं।
राज्य में सतनामी समाज को खुश करने के लिए गुरु खुशवंत साहेब को मंत्री बनाए जाने की खबर है। साय मंत्रिमंडल में अभी अनुसूचित जाति वर्ग से दयालदास बघेल मंत्री हैं। तीन मंत्रियों की नियुक्ति से राज्य में 13 मंत्री हो जाएंगे। साय मंत्रिमंडल में मंत्री के दो पद काफी समय से रिक्त हैं। हरियाणा का फार्मूला लागू कर एक मंत्री बढ़ाया जा रहा है।
बताया जा रहा है कि मंत्रिमंडल के विस्तार के साथ ही मंत्रियों के बीच नए सिरे से विभागों का बंटवारा भी कर दिया जाएगा। कहा जा रहा है कि मुख्यमंत्री अपने कई विभाग मंत्रियों को दे देंगे। पुराने मंत्री के विभागों में भी हेरफेर की संभावना है।
ये हैं संभावित नाम 👇
अमर अग्रवाल बिलासपुर संभाग से, गजेंद्र यादव दुर्ग संभाग से, राजेश मूणत रायपुर संभाग से, अजय चंद्राकर रायपुर संभाग से, किरण सिंहदेव बस्तर संभाग से।
साय कैबिनेट के वर्तमान में मंत्री👇
1 विष्णुदेव साय, मुख्यमंत्री
2 अरुण साव, उप मुख्यमंत्री
3 विजय शर्मा, उप मुख्यमंत्री
4 ओपी चौधरी, वित्त मंत्री
5 मंत्री केदार कश्यप, वन मंत्री
6 दयाल दास बघेल, खाद्य मंत्री
7 टंकराम वर्मा, खेल मंत्री
- लखन लाल देवांगन, उद्योग मंत्री
- श्याम बिहारी जायसवाल, स्वास्थ्य मंत्री
- रामविचार नेताम, आदिम जाति कल्याण मंत्री
11 .लक्ष्मी राजवाड़े, महिला बाल विकास मंत्री