दिल्ली। भारतीय टेस्ट क्रिकेट की ‘नई दीवार’ कहे जाने वाले चेतेश्वर पुजारा ने क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास लेने की घोषणा कर दी है। 37 वर्षीय इस दिग्गज बल्लेबाज ने सोशल मीडिया पर एक भावुक पत्र साझा करते हुए अपने फैसले की जानकारी दी। उन्होंने लिखा, “भारतीय जर्सी पहनना, राष्ट्रगान गाना और मैदान पर हर बार सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश करना, इसका अहसास शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। लेकिन, हर अच्छी चीज का अंत होता है, और मैंने क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास लेने का फैसला किया है।”
पुजारा ने 2010 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया था। उन्होंने 103 टेस्ट मैचों में 7195 रन बनाए, जिसमें 19 शतक, 35 अर्धशतक और 3 दोहरे शतक शामिल हैं। उनकी तकनीक और क्रीज पर टिकने की क्षमता ने उन्हें राहुल द्रविड़ का उत्तराधिकारी बनाया। हालांकि, 5 वनडे मैचों में उन्होंने केवल 51 रन बनाए और टी20 इंटरनेशनल में उन्हें मौका नहीं मिला। उनके फर्स्ट क्लास करियर में 278 मैचों में 21301 रन और 66 शतक हैं।
पुजारा ने बीसीसीआई, सौराष्ट्र क्रिकेट संघ, कोचों, साथी खिलाड़ियों, सपोर्ट स्टाफ और प्रशंसकों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने अपने परिवार, खासकर पत्नी पूजा और बेटी अदिति, के समर्थन को अपनी सफलता का आधार बताया। अब वह परिवार के साथ समय बिताने और जीवन के नए अध्याय की शुरुआत करने को उत्सुक हैं। पुजारा का आखिरी इंटरनेशनल मैच 2023 वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल था। भारतीय क्रिकेट में उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा।
