KORBA : महिला सशक्तिकरण की दिशा में उल्लेखनीय कार्य कर रही हमारी सरकार -कैबिनेट मंत्री श्री देवांगन , सरकारों के प्रयासों के बावजूद समाज में महिलाओं को आज भी बराबरी का दर्जा,सम्मान नहीं मिला ,मजबूत धरातल देने की दरकार – सांसद ज्योत्सना महंत ,रजत जयंती महोत्सव अंर्तगत महिला एवं बाल विकास के जिला स्तरीय महिला सम्मेलन में महिलाओं का हुआ सम्मान ,बाल विवाह निषेध की ली गई शपथ ……

हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा। बेटी बहनें शिक्षित होंगी तो वो दोनों कुल को रौशन करेंगी, आज प्रदेश की हमारी मुख्यमंत्री विष्णु देव की सरकार बेटियों के शिक्षा,सुरक्षा व सम्मान के लिए अनेक कल्याणकारी योजनाएं चला रही है ,ताकि महिलाएं आत्मनिर्भर बन समाज व देश की प्रगति में भागीदार बन सकें। महतारी वंदन जैसी कल्याणकारी योजना भी महिला सशक्तिकरण की दिशा में किए जा रहे उल्लेखनीय कार्यों में से एक है ,जिस योजना ने प्रदेश की 70 लाख से अधिक महिलाओं के खाते में सीधे सरकार प्रतिमाह 1 हजार रुपए प्रदान कर रही। सुकन्या समृद्धि योजना ,पूरक पोषण आहार, रेडी टू ईट उत्पादन , प्रदाय करने का कार्य समेत अनेक कल्याणकारी योजनाओं का क्रियान्वयन आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से हो रहा है ,इस प्रकार के आयोजनों का उद्देश्य भी विभागीय योजनाओं के बारे में जनमानस को जागरूक करने की रहती है ताकि शासन की उक्त योजनाओं से आमजन आ
अधिकाधिक रूप से लाभ उठा सकें। निसंदेह इसके लिए आँगनबाड़ी केंद्रों की हमारी माताएं बहनें विभाग के अधिकारी कर्मचारी बधाई के पात्र हैं।

उक्त बातें छत्तीसगढ़ शासन के वाणिज्य, उद्योग, श्रम एवं आबकारी मंत्री लखन लाल देवांगन ने छत्तीसगढ़ राज्य के 25 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में शासन के निर्देशानुसार रजत महोत्सव अंतर्गत महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा इंदिरा स्टेडियम स्थित ऑडीटोरियम में सोमवार को आयोजित महतारी सम्मेलन समारोह में मुख्य अतिथि की आसंदी से कही।

मंत्री श्री देवांगन ने कहा कि
छत्तीसगढ़ राज्य के 25 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में शासन के निर्देशानुसार रजत महोत्सव अंतर्गत आयोजित इस कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के निर्माता पूर्व प्रधानमंत्री दिवंगत भारत रत्न अटल बिहारी बाजपेयी जी को याद करना चाहिए जिसकी बदौलत छत्तीसगढ़ को राज्य का दर्जा मिला। राज्य बनने के बाद छत्तीसगढ़ ने बहुत तेजी से आगे बढ़ी प्रगति की। 25 साल के इस सफर में अनेक उतार चढ़ाव आए पर छत्तीसगढ़ को निरंतर आगे बढ़ने से कोई नहीं रोक सका। चाहे वो शिक्षा का क्षेत्र हो ,स्वास्थ्य का क्षेत्र हो ,किसानों,युवाओं की समृद्धि हर क्षेत्र में प्रगति के रूप में अग्रसर है।

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहीं सांसद श्रीमती ज्योत्सना महंत की महिला सशक्तिकरण पर प्रभावशाली उद्बोधन से तालियों की गड़गड़ाहट से ऑडिटोरियम गूंज उठा। सांसद श्रीमती महंत ने कहा कि महिलाओं के सम्मान में आयोजित कार्यक्रम में महिला सशक्तिकरण की बातें ,सुझाव अनिवार्य हो जाती है। उन्होंने बताया कि वो दिल्ली में पिछले 6 वर्षों से महिला सशक्तिकरण की सदस्य हैं जहाँ अधिकतर यह बातें होती हैं कि महिलाएं कैसे शसक्त हों। सांसद ज्योत्सना महंत ने कहा कि हमारे धर्मग्रंथों में नारी को समृद्धि सहनशीलता,सामर्थ्य एवं समर्पण की प्रतिरूप कहा गया है। सांसद श्रीमती महंत ने कहा कि हमारी नजर में नारी का सही मतलब जिसके मुंह से कभी ना न निकले । असल मायने में अबला का मतलब कमजोर नहीं जिससे कोई बला न लगे वो अबला है। उन्होंने कहा कि बेटियों से ही घर की समाज की देश की रौनक है ,आज हमारी बेटियां हर क्षेत्र में चाहे वो हवाई जहाज चलाने की बात हो या जंग पर जाने की हर जगह पुरुषों के कंधा से कंधा मिलाकर चल रही हैं। उन्होंने आंगनबाड़ी का अर्थ उपस्थित जन समूह को बताया कि जिसके बिना आंगन सूना हो जिसके बिना बाड़ी न लगती हो वो आंगनबाड़ी कहलाती है। उस आंगनबाड़ी का संचालन जिस सेवाभाव ,समपर्ण के साथ हमारी माताएं बहनें कर रही हैं उनका सम्मान होना चाहिए,राज्य व केंद्र सरकार दोनों को उनकी बातें सुननी चाहिए। सासंद ने कहा कि जहाँ नारी की पूजा होती है वहाँ लक्ष्मी का वास होता है । हमारी छत्तीसगढ़ की परम्परा अनुसार महिलाएँ एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में परंपराएं आगे बढाती हैं। परिवार और समाज की रीड़ की हड्डी होती हैं। बेटियाँ ही घर की रौनक हैं वही घर ,समाज बनाती हैं उसे आगे बढाती हैं।और यही बेटियां बड़ी होकर महिलाओं को समाज को सशक्त बनाती हैं। जिस घर में महिलाएं नहीं होती वो घर अंधेरा होता है। सरकारों चाहे वो किसी की भी हो सबने महिला सशक्तिकरण की दिशा में कागजों में निसंदेह बेहतर कार्य किए हैं बावजूद इसके महिलाओं को आज भी समाज में बराबरी का दर्जा वो सम्मान नहीं मिला जिसकी वो हकदार हैं। अतः महिलाओं को ऐसा मजबूत धरातल देना होगा जिससे ,मजबूत समाज,मजबूत राज्य ,मजबूत देश की बुनियाद रख सकें।

समारोह को महापौर श्रीमती संजू देवी राजपूत ,सभापति महिला एवं बाल विकास श्रीमती माया रूपेश कंवर ने भी संबोधित कर महिला सशक्तिकरण के संदर्भ में अपने विचार रखे, शासन ,महिला एवं वाल विकास विभाग के प्रयासों को सराहा। समारोह में अपर कलेक्टर दिनेश नाग,पार्षद नरेंद्र देवांगन ,प्रफुल्ल तिवारी भी मंचासीन रहे। साथ ही कांग्रेस नेत्री श्रीमती उषा तिवारी, सपना चौहान ,सांसद श्रीमती ज्योत्सना महंत के पुत्र सूरज महंत ,सांसद प्रतिनिधि किरण कुमार चौरसिया ,एसडीएम कोरबा सरोज महिलांगे ,भाजपा नेता नरेंद्र पाटनवार,आकाश श्रीवास्तव स्रोत के डायरेक्टर डिक्सन मसीह की भी गरिमामयी उपस्थिति रही।

कार्यक्रम में विभागीय योजनाओं ,उल्लेखनीय कार्यों की जानकारी प्रदान करते हुए जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास विभाग श्रीमती रेणु प्रकाश ने उपस्थित अतिथियों व जनसमुदाय को रजत जयंती महोत्सव के अंर्तगत आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की रुपरेखा भी साझा की। पावर प्रेजेंटेशन के माध्यम से विभागीय कार्यक्रमों की झलकियाँ प्रस्तुत की गई। जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी गजेंद्र देव सिंह ने आभार प्रदर्शन किया। कार्यक्रम का संचालन स्रोत से सत्यनारायण जायसवाल एवं पर्यवेक्षक कोरबा शहरी श्रीमती सुषमा साहू ने किया। कार्यक्रम में सभी दस परियोजनाओं के परियोजना अधिकारी,पर्यवेक्षक,कार्यकर्ता महतारी वंदन हितग्राही विशेष रूप से उपस्थित रहे।

👉बाल विवाह निषेध हेतु दिलाई गई शपथ ,स्टालों का किया अवलोकन

जिला स्तरीय महतारी सम्मेलन में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा आकर्षक विभिन्न स्टाल जैसे पोषण मेला , बाल मेला , तीजा पोरा तिहार , मेगा हेल्थ कैंप आदि स्टाल लगाए गए थे। जिसका अतिथियों ने निरीक्षण एवं अवलोकन किया गया।तदोपरांत बाल विवाह निषेध की उपस्थित जनसमुदाय ने शपथ ली।

👉किशोरी बालिकाओं,मेधावी छात्राओं,कर्मचारियों का हुआ सम्मान

समारोह में किशोरी बालिकाओं द्वारा संदेशप्रद गीत पर मनोरम नृत्य प्रस्तुत कर नवचेतना का संचार किया गया । मेधावी छात्राओं जिन्होंने 10 वीं तथा 12 वीं बोर्ड की परीक्षा में जिला में टॉप कर जिले का मान बढ़ाया है उन्हें भी सम्मानित किया गया।पोषण ट्रैकर ऐप के सफल क्रियान्वयन एवं सही डाटा एंट्री करने वाले जिले के पर्यवेक्षक एवं कार्यकर्ता को भी सम्मानित किया गया।