कोरबा । पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने 05 अक्टूबर को प्रेसवार्ता लेकर बिरनपुर हत्याकांड को लेकर भाजपा पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि भाजपा ने विधानसभा चुनाव से ठीक पहले घटित इस घटना को साम्प्रदायिक रूप देकर जनता को गुमराह किया और राजनीतिक लाभ उठाया, जबकि अब सीबीआई की चार्जशीट ने साफ कर दिया है कि यह मामला किसी साम्प्रदायिक षड्यंत्र का नहीं बल्कि दो बच्चों के विवाद से उपजी हिंसा का था।

श्री अग्रवाल ने कहा कि पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था और अब सीबीआई ने भी पुलिस जांच को सही ठहराया है। गौरतलब है कि 8 अप्रैल 2023 को बेमेतरा जिले के साजा विधानसभा क्षेत्र के ग्राम बिरनपुर में दो बच्चों के बीच मामूली झगड़े से शुरू हुई बहस ने बड़ा रूप ले लिया था। विवाद बढ़ने के बाद दोनों समुदायों के बीच हिंसक झड़प हुई जिसमें ईश्वर साहू (वर्तमान भाजपा विधायक) के पुत्र भुवनेश्वर साहू की मौत हो गई थी। घटना के बाद भाजपा नेताओं ने मौके पर पहुंचकर इसे साम्प्रदायिक हिंसा का रूप देने की कोशिश की और पूरे प्रदेश में अफवाह फैलाकर चुनावी माहौल को भड़काया। तत्कालीन भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव के भड़काऊ बयानों से हालात और बिगड़ गए।अग्रवाल ने कहा कि भाजपा ने इस घटना को भुनाकर चुनावी लाभ तो ले लिया, लेकिन अब सीबीआई की जांच ने सच्चाई उजागर कर दी है। उन्होंने कहा कि भाजपा की कथनी और करनी में भारी अंतर है और जनता अब इनके षड्यंत्र को समझ चुकी है। घटना के बाद मृतक के पिता ईश्वर साहू को भाजपा ने टिकट देकर विधायक बनाया, जबकि कांग्रेस सरकार ने उन्हें मुआवजा और नौकरी की पेशकश की थी। अग्रवाल ने कहा कि भाजपा को अपने इस षड्यंत्र पर जनता से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने ननकीराम कंवर को नजरबंद किए जाने की घटना को लोकतंत्र की हत्या बताया और कहा कि भाजपा अपने ही वरिष्ठ नेताओं की आवाज दबा रही है।