KORBA :सपना चौधरी मामला ,जश्न रिसोर्ट के मालिक व अन्य को मिली सशर्त अग्रिम जमानत

कोरबा। हरियाणवी लोक नृत्यांगना सपना चौधरी के कार्यक्रम उपरांत उनके विश्राम स्थल होटल जश्न रिसोर्ट में जाकर तोड़फोड़, मारपीट,लूट, गोली मारने की धमकी, उत्पात करने के मामले में आरोपी बनाए गए दूसरे पक्ष के व्यक्ति द्वारा दर्ज कराई गई रिपोर्ट के मामले में प्रथम पक्ष के आरोपियों को न्यायालय ने अग्रिम जमानत प्रदान कर दी है।

न्यायालय डॉ. ममता भोजवानी, अपर सेशन न्यायाधीश F.T.S.C. (POCSO) कोरबा के समक्ष कोतवाली में दर्ज अपराध क्रमांक 748/2023 धारा 296, 115(2), 309(2), 3(5) भारतीय न्याय संहिता2023 में प्रस्तुत अग्रिम जमानत याचिका अंतर्गत धारा 482 भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता में पारित आदेश से करनदीप सिंह उर्फ कैनी, पिता स्व. जगराज सिंह 38 वर्ष, निवासी जश्न रिसार्ट, दर्री रोड, गुरबीर सिंह उर्फ गोल्डी पिता सुखविंदर सिंह, 42 वर्ष, निवासी दर्री रोड और ईशान सिंह, पिता गुरमीत सिंह 36 वर्ष, निवासी दर्री रोड को राहत मिली है।
आवेदकगण की ओर से अधिवक्ता बलराम तिवारी ने मजबूत तर्क रखे जिससे सशर्त ज़मानत का लाभ मिला है।

गौरतलब है कि 12 अक्टूबर 2025 को जश्न रिसार्ट में सपना चौधरी का कार्यक्रम आयोजित किया गया था। कार्यक्रम के समापन के पश्चात रात लगभग 12 से 1:30 बजे के मध्य जब वे अपने कमरे में टीम के सदस्यों के साथ आराम कर रहीं थीं तब आयोजनकर्ताओं में शामिल अमित, अनिल, युगल और सुजल अग्रवाल ने पहुंचकर दरवाजे को जोर-जोर से लात मारा और गाली-गलौच करते हुए गोली मार देने की धमकी दी गई। ज्यादा पैसा लेने का आरोप लगाते हुए टीम के साथ झगड़ा और विवाद मारपीट किया गया। इन्हें समझाने और रोकने पर जश्न रिसोर्ट के मालिक कारणदीप और भाईयों व उनके स्टाफ के साथ मारपीट करते हुए तोड़फोड़ व लूट को अंजाम दिया गया। दूसरी तरफ इस प्रकरण में शिकायतकर्ता अनिल द्विवेदी ने जश्न रिसार्ट के मालिक कारणदीप सहित उपरोक्त तीनों के विरुद्ध कोतवाली में अपने और अपने साथियों के साथ मारपीट करने सहित अन्य आरोप लगाते हुए FIR दर्ज कराया था। इस प्रकरण में कारणदीप की तरफ से अग्रिम जमानत आवेदन न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया गया जिस पर सुनवाई करते हुए इन्हें सशर्त जमानत दे दी गई है।

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सिख समाज इस घटना से नाराज है। बताया गया कि करणदीप और उसके भाईयों के साथ मारपीट करने के दौरान उपरोक्त लोगों के द्वारा इनके सिर की पगड़ी उतार दी गई जो अपमानजनक है। सिख समाज में पगड़ी का विशेष महत्व है किंतु अपमानजनक तरीके से पगड़ी को निकाल देने और मारपीट के मामले को लेकर सिख समाज नाराज है और वह भी इस मामले में अपनी शिकायत दर्ज कराने की तैयारी कर रहा है।