कोरबा। ग्राम खम्हरिया निवासी राजकुमार पिता इतवार सिंह की मौत के संबंध में जांच के बाद यह स्पष्ट हुआ है कि आत्महत्या का कारण आर्थिक या कर्जजनित नहीं था। तहसीलदार द्वारा प्रस्तुत जांच प्रतिवेदन और परिवारजनों के कथन में यह बात सामने आई है कि मृतक राजकुमार की मृत्यु घरेलू कलह और नशे की लत के कारण हुई है।
मृतक राजकुमार ने 21 अक्टूबर 2025 को कीटनाशक दवा का सेवन किया था, जिसके बाद उसे परिजन हरदीबाजार अस्पताल और फिर जिला अस्पताल कोरबा लेकर पहुंचे, जहां इलाज के दौरान रात लगभग 11:30 बजे उसकी मृत्यु हो गई।

पत्नी राजकुमारी और पुत्र संजय सिंह उइके के बयान के अनुसार, मृतक राजकुमार रोजी-मजदूरी कर परिवार का भरण-पोषण करता था और शराब का आदी था। वह प्रतिदिन नशे में घर आकर छोटी-छोटी बातों पर विवाद करता था। घटना के दिन भी शराब पीकर घर आने के बाद पति-पत्नी के बीच कहा-सुनी हुई थी, जिसके कुछ समय बाद राजकुमार ने कमरे में जाकर जहरीला पदार्थ पी लिया।
परिजनों ने बताया कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मृतक ने 3-4 वर्ष पूर्व मकान बनाया था, जिसके लिए गांव के एक व्यक्ति गोलू सोनी से लगभग 30-35 हजार रुपये उधार लिए थे। यह राशि फसल कटने के बाद लौटाने की योजना थी। हालांकि, उधार को लेकर किसी प्रकार का विवाद या दबाव नहीं था।
पटवारी द्वारा प्रस्तुत पंचनामा और जांच प्रतिवेदन में भी यह उल्लेखित है कि मृतक का किसी से आर्थिक विवाद नहीं था तथा उसकी मृत्यु नशे की हालत में पारिवारिक विवाद के बाद हुई। मृतक की पत्नी और पुत्र ने किसी पर भी संदेह या आरोप नहीं लगाया है।
अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि मृतक की आत्महत्या का कारण कर्ज का दबाव नहीं बल्कि पारिवारिक तनाव और नशे की लत रही है। तहसीलदार द्वारा समस्त प्रतिवेदन एवं गवाहों के कथन सहित रिपोर्ट एसडीएम पाली को प्रेषित की गई है।