आसमां में उड़ान भरने का शौक रखने वाले जमीं पर आ गए…इंडिगो की फ्लाइट हुई रद्द तो ट्रेनों में टूटी भींड़ ,9 दिसंबर तक ट्रेनें फुल, प्रीमियम क्लास की ट्रेनों में AC क्लास में भी रिग्रेट ,IRCTC की वेबसाइट हैंग …

दिल्ली/मुंबई। इंडिगो कंपनी की हजारों की संख्या में उड़ानें रद्द होने से लंबी दूरी की यात्रा करने वालों ने ट्रेनों की ओर रुख किया है। खासतौर पर सेकंड एसी और फर्स्ट एसी क्लास के बर्थ पूरी तरह से बुक हुए हैं। नागपुर और मुंबई के बीच दौड़ने वाली दुरंतो एक्सप्रेस और विदर्भ एक्सप्रेस में भी 7 से 9 दिसंबर तक सेकंड एसी और फर्स्ट एसी पूरा बुक हो चुका है।

👉 9 तक फर्स्ट AC पैक

बता दें कि नागपुर और मुंबई के बीच हर दिन हजारों यात्री फ्लाइट से आना-जाना करते हैं। दोनों शहरों के बीच दुरंतो और विदर्भ जैसी प्रीमियम और पसंदीदा ट्रेनें भी दौड़ती हैं। दुरंतो में सेकंड एसी का किराया 2,680 और फर्स्ट एसी का किराया 3,275 रुपये होता है। वहीं विदर्भ एक्सप्रेस में क्रमश: 1,730 और 2,890 रुपये किराया रहता है।

आमतौर पर ठंड के दिनों में इन ट्रेनों में आसानी से टिकट उपलब्ध हो जाती है। वहीं सेकंड एसी और फर्स्ट एसी जैसे महंगी क्लास में या तो सीटें उपलब्ध मिलती हैं या थोड़ी ही वेटिंग रहती है। लेकिन, इस रूट पर इंडिगो की उड़ानें रद्द होने के बाद प्रीमियम ट्रेनों के सेकंड एसी और फर्स्ट एसी पूरी तरह पैक हो चुके हैं।

हाल ये है कि ट्रेन 12289 मुंबई दुरंतो में 7, 8 और 9 दिसंबर को फर्स्ट एसी जैसे मंहगी क्लास में भी सीटें फुल हो चुकी हैं। वहीं रविवार, 7 दिसंबर को मुंबई से रवाना होने वाली 12105 विदर्भ एक्सप्रेस का सेकंड एसी क्लास भी रिग्रेट हो चुका है। ऐसा ही नजारा नागपुर से मुंबई के लिए ट्रेन 12290 दुरंतो और ट्रेन 12106 विदर्भ एक्सप्रेस का है।

👉कुछ ही सेकंड में तत्काल सीटें गायब

यूं तो तत्काल कोटे में हमेशा ही टिकटों की भारी डिमांड रहती है लेकिन इंडिगो संकट के बाद नागपुर और मुंबई के बीच एसी क्लास के लिए सुबह 10.30 बजे तत्काल कोटा की बुकिंग शुरू होते ही या तो आईआरसीटीसी वेबसाइट हैंग हो रही है या फिर 10.32 बजे तक सारी सीटें उड़ रही हैं।

मध्य रेल नागपुर मंडल के मंडल रेल प्रबंधक विनायक गर्ग ने बताया कि हम ऐसी आकस्मिक स्थिति के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। यह सच है कि इंडिगो संकट के कारण यात्रियों ने ट्रेनों का विकल्प चुनना शुरू कर दिया गया जिससे ट्रेनों पर यात्रियों का दबाव बढ़ा है। लेकिन, रेलवे प्रशासन द्वारा तत्काल प्रभाव से स्पेशल ट्रेनें दौड़ाकर यात्रियों को राहत दे रहा है। इसके साथ ही अन्य उपाय भी जारी हैं।