सारंगढ -बिलाईगढ़ । छत्तीसगढ़ के सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले में खाद्य एवं औषधि प्रशासन (FDA) की छापेमारी में नकली दवाओं के बड़े रैकेट का खुलासा हुआ है। जानकारी के अनुसार सरस्वती मेडिकल स्टोर के संचालक के घर पर छापेमारी में करीब 50 लाख रुपए की नकली एलोपैथिक और आयुर्वेदिक दवाइयां जब्त की गई है।
खाद्य एवं औषधि विभाग रायपुर के सहायक औषधि नियंत्रक संजय कुमार नेताम ने बताया कि, उच्च अधिकारियों के निर्देश पर यह कार्रवाई की गई। नकली दवाइयों के संदेह के आधार पर यह छापा मारा गया। जब्त की गई 50 लाख रुपए की दवाइयों में ज्यादातर जेनेरिक दवाइयां हैं।
👉जानें क्या है पूरा मामला

दरअसल, 16 दिसंबर को रायपुर और रायगढ़ के 4 अधिकारियों ने सारंगढ़–बिलाईगढ़ में छापेमारी की थी। उस दौरान सरस्वती मेडिकल स्टोर और संचालक खेमराज बानी के घर से केवल 2 लाख 24 हजार रुपए की नकली दवाओं की जब्ती दिखाई गई। जबकि बताया गया कि, उसी समय घर में लाखों रुपए की दवाइयां मौजूद थीं, जिन्हें छोड़ दिया गया।
इस मामले की भनक जब खाद्य एवं औषधि प्रशासन के नियंत्रक को लगी कि, कार्रवाई में खानापूर्ति की गई है, तो रायपुर से तीन वरिष्ठ अधिकारियों की नई टीम गठित कर जांच के आदेश दिए गए। टीम तड़के सुबह 6 बजे सारंगढ़–बिलाईगढ़ पहुंची और दोबारा छापेमारी की। इस दौरान कारोबारी के घर के तीन कमरों से 50 लाख से ज्यादा की नकली दवाइयां बरामद हुईं, जिनके कोई वैध दस्तावेज या लाइसेंस नहीं मिले। फिलहाल दवाइयों की जब्ती कर सैंपल लिए जा रहे हैं और कारोबारियों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। नकली औषधि के संदेह के आधार पर 3 दवाइयों के सैंपल जांच के लिए रायपुर लैब भेजा गया है।
