निभाई गई औपचारिकता या जनमानस ने नहीं दिया सहयोग !

कोरोना जिले में आउट ऑफ कंट्रोल ,सघन सामुदायिक सर्वे के बाद एक पखवाड़े के भीतर 2497 संक्रमित मिले

भुवनेश्वर महतो हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा – राज्य शासन की मंशानुरूप कोरोना के गम्भीर परिणामों से लोगों को बचाने के उद्देश्य से गत 5 से 12 अक्टूबर तक जिले भर में लक्षण वाले व गम्भीर बीमारियों से ग्रसित लोगों का चिन्हांकन कर जांच कराए जाने के बाद भी जिले में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा कम होने का नाम नहीं ले रहा है । सर्वे अभियान समाप्ति के एक पखवाड़े के भीतर जिले में 2497 कोरोना संक्रमित मरीज सामने आए हैं । वहीं एक संक्रमित मरीज की मौत हुई है। इन आंकड़ों को देखकर यह कहना गलत नहीं होगा कि या तो जिले में राज्य शासन की मंशा के विपरीत कोरोना सघन सामुदायिक सर्वे अभियान की सिर्फ औपचारिकता निभाई गई या फिर इस अभियान के दौरान लोगों ने ही सर्वे टीम का सहयोग नहीं किया और उन्हें अपनी व अपने परिवार के सदस्यों के स्वास्थ्य की सही जानकारी मुहैया नहीं कराई । जिले में प्रतिदिन जांच के दौरान औसतन 166 कोरोना संक्रमित मरीजों की पहचान हो रही है। जिसने आम जनता से लेकर शासन -प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है ।

यहाँ बताना होगा कि जिले में कोरोना संक्रमण की चैन तोड़ने व कोरोना लक्षणात्मक लोगों की जानकारी लेने 5 से 12 अक्टूबर तक कोरोना सघन सामुदायिक सर्वे अभियान चलाया गया था । जिसके तहत जिले में 479 सर्वे दल बनाए गए थे । जिसमें शहरी क्षेत्रों के लिए 67 तो ग्रामीण क्षेत्रों के लिए 412 टीम शामिल थी । घर घर भ्रमण करने वाली टीम में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, मितानिन ,एएनएम ,तथा बहुउद्देशीय स्वास्थ्य कार्यकर्ता शामिल थीं । इन प्रशिक्षित टीम ने घर घर दस्तक देकर कोरोना लक्षणात्मक लोगों की जानकारी जुटाई थी । प्रशासन के आंकड़ों के अनुसार 2 लाख 80 हजार 155 घरों तक टीम ने दस्तक दी थी । सर्वे के दौरान कुल 567 कोरोना संक्रमित मरीज मिले थे । सर्वे के दौरान 7 हजार 119 सर्दी- खाँसी ,बुखार जैसे लक्षणों वाले लोगों की पहचान की गई थी । इसके साथ ही अधिक जोखिम वाले 1 हजार 565 लोगों को भी चिन्हांकित किया गया था । चिन्हांकित लोगों में से 6 हजार 735 लोगों का एंटीजेन टेस्ट कराया गया था । जिनमें से 465 कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे । उच्च जोखिम वाले लोगों को मिलाकर लगभग 2 हजार 891 लोगों का आरटीपीसीआर टेस्ट कराया गया था । जिसमें से 102 लोग कोरोना संक्रमित मिले थे । सभी कोरोना संक्रमितों का ईलाज कोविड अस्पतालों या होम आईसोलेशन की सुविधा देकर किया जा रहा था । लेकिन जिले के 15 लाख की आबादी में से महज इतने कम लोगों के संक्रमित मिलने के आंकड़ों ने हैरान किया था । जो संदेह आज परिणाम के रूप में सामने आ रहा है । एक पखवाड़े 13 से 27 अक्टूबर तक जिले में 2497 कोरोना संक्रमितों की पुष्टि हो चुकी है । प्रतिदिन औसतन 166 संक्रमितों की पहचान हो रही है । सुखद पहलू यह है कि इस दौरान महज एक संक्रमित महिला की ही मृत्यु हुई है । लेकिन कोरोना संक्रमण के बढ़ते आंकड़ों ने आम जनता सहित शासन प्रशासन को पुनः लाकडाउन जैसे कड़े प्रभावी कदम की ओर सोंचने पर मजबूर कर दिया है ।

जनमानस नहीं है गम्भीर

एक तरफ जहाँ कोरोना संक्रमण के रोकथाम ,बचाव व नियंत्रण के प्रति सरकारी महकमों का प्रयास नाकाफी साबित हो रहा है वहीं दूसरी ओर जनमानस भी कोरोना जैसे वैश्विक महामारी की भयावहता को भूलकर शारीरिक दूरी ,मास्क है जरूरी जैसे उपायों को भूल चुका है । बाजार, बैंक,शराब दुकान ,सब्जी मार्केट सहित दूसरे सार्वजनिक स्थलों में इन नियम कायदों की धज्जियाँ उड़ाई जा रही है । जिसकी वजह कोरोना संक्रमण रोकने ,नियंत्रित करने के सारे उपाय फेल हो रहे हैं ।

कोरोना संक्रमित एक नजर में

दिनांक संक्रमित

13 अक्टूबर – 199

14 अक्टूबर – 246

15 अक्टूबर – 210

16 अक्टूबर – 205

17 अक्टूबर -160

18 अक्टूबर – 111

19 अक्टूबर – 140

20 अक्टूबर -244

21 अक्टूबर -170

22 अक्टूबर -209

23 अक्टूबर -234

24 अक्टूबर -196

25 अक्टूबर- 139

27 अक्टूबर -239

योग -2497