बरमकेला सीएचसी में कोरोना पीड़ित महिला की हुई सफल डिलीवरी, जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ,

0 बच्चे की कोविड रिपोर्ट नेगेटिव डिलीवरी कराने वाली नर्सेज ने कहा नव जीवन के आगमन का साक्षी बनकर मिला सुकून।

रायगढ़, कोरोना महामारी के इस कठिन दौर में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बरमकेला के डॉक्टर्स एवं नर्सिग स्टाफ ने एक कोरोना पीडि़त महिला की सफल डिलीवरी करायी। जच्चा-बच्चा दोनों स्वस्थ हैं। बच्चे की कोविड रिपोर्ट नेगेटिव है।

कोरोना महामारी के दूसरी लहर से पूरा देश-प्रदेश जूझ रहा है। हास्पिटलों में कोरोना मरीजों की संख्या में इजाफा होते जा रहा है, जिसके लिये डॉक्टर्स एवं हास्पिटल की पूरी टीम दिन-रात अपनी ड्यूटी पूरी गंभीरता से निभा रहे है। लगातार कोरोना संक्रमित मरीजों को ट्रैक कर, उनका उपचार किया जा रहा है। इसी बीच कोरोना पाजीटिव गर्भवती महिलाओं का सुरक्षित प्रसव कराना अपने आप में एक बड़ी चुनौती होती है।


ऐसा ही एक मामला सामने आया है जहां सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बरमकेला के स्टाफ ने एक कोविड संक्रमित महिला की सफल डिलीवरी करायी है। बरमकेला विकासखंड के सीमावर्ती वनांचल क्षेत्र स्थित ग्राम दुलोपाली की 23 वर्षीय महिला को प्रसव पीड़ा होने पर 108 वाहन के माध्यम से प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र लेन्ध्रा लाया गया तो वहां प्रसूता महिला के प्राथमिक जांच के साथ कोविड एंटीजन जांच करने पर उसके पाजीटिव होने की पुष्टि हुई। जिस पर संस्था प्रभारी ने प्रसूता को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बरमकेला के लिये रिफर कर दिया।


सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बरमकेला में उपस्थित स्टाफ नर्स कु.अनिता सोरी, श्रीमती संतोषी पटेल, कु.दशमती सिदार एवं श्रीमती संतरा बाई ने कुशलता से महिला का सुरक्षित प्रसव कराया। इस दौरान महिला चिकित्सक डॉ.नीलकुमारी पटेल, वरिष्ठ चिकित्सक डॉ.संजय अग्रवाल एवं डॉ.संजय पटेल एवं हास्पिटल की टीम मौजूद थी। महिला ने स्वस्थ बच्चे को जन्म दिया। जच्चा और बच्चा दोनों सुरक्षित है। बच्चे की कोविड रिपोर्ट नेगेटिव है। उनके बेहतर स्वास्थ्य लाभ के लिये उन्हें उच्च संस्था रायगढ़ रिफर कर दिया गया है। सफल डिलीवरी के बाद हॉस्पिटल स्टाफ में भी खुशी का माहौल था। नर्सिंग स्टाफ ने कहा कि कोरोना के इस कठिन दौर में आज नव जीवन का इस दुनिया में आगमन का साक्षी बनना बहुत सुकून दे रहा है। आज कोरोना संक्रमण को लेकर गर्भवती माताओं में ज्यादा चिंता है। उन्हें खुद के साथ अपने गर्भ में पल रहे बच्चे की सुरक्षा का ध्यान रखना होता है। ऐसे में कोरोना संक्रमित महिला की सफल डिलीवरी कराना आत्मिक संतोष देता है।