नाबालिग अपहरणकर्ताओं के मोबाइल की लोकेशन के आधार पर पहुंची पुलिस। पढ़िए पूरी खबर-
कटनी। नाबालिग दोस्तों द्वारा एक बालक के अपहरण की झूठी कहानी गढ़ परिजनों से 30 लाख रूपए फिरौती मांगने का मामला प्रकाश में आया है। बालक के अपहरण व फिरौती में 30 लाख रूपए मांगने की जानकारी लगते ही पुलिस के भी हाथ पैर फूल गए लेकिन जब पुलिस मामले की विवेचना करते हुए अपहरणकर्ताओं तक पहुंची तो नाबालिग बालकों ने सब कुछ सच-सच बता दिया। मामला एनकेजे थाना क्षेत्र का है। इस मामले में एनकेजे थाना प्रभारी बुंदेलधर द्विवेदी ने बताया कि कलशाम को थाना क्षेत्र से एक बालक के अपहरण की सूचना पुलिस को मिली। सूचना देने वाले परिजनों ने यह भी बताया कि अपहरण कर्ता ने उनके बच्चे को छोडऩे के एवज में 30 लाख रूपए फिरौती की भी मांग की है।
Download App Home > राज्य > मध्य प्रदेश > नाबालिग दोस्तों ने 30 लाख … नाबालिग दोस्तों ने 30 लाख की फिरौती के लिए गढ़ी किडनैपिंग की कहानी, पुलिस पहुंची तो उड़ गए होश नाबालिग अपहरणकर्ताओं के मोबाइल की लोकेशन के आधार पर पहुंची पुलिस। पढ़िए पूरी खबर- Akshay SahuCreated On: 1 Nov 2020 3:54 PMLast Updated On: 1 Nov 2020 9:24 PM कटनी। नाबालिग दोस्तों द्वारा एक बालक के अपहरण की झूठी कहानी गढ़ परिजनों से 30 लाख रूपए फिरौती मांगने का मामला प्रकाश में आया है। बालक के अपहरण व फिरौती में 30 लाख रूपए मांगने की जानकारी लगते ही पुलिस के भी हाथ पैर फूल गए लेकिन जब पुलिस मामले की विवेचना करते हुए अपहरणकर्ताओं तक पहुंची तो नाबालिग बालकों ने सब कुछ सच-सच बता दिया। मामला एनकेजे थाना क्षेत्र का है। इस मामले में एनकेजे थाना प्रभारी बुंदेलधर द्विवेदी ने बताया कि कलशाम को थाना क्षेत्र से एक बालक के अपहरण की सूचना पुलिस को मिली। सूचना देने वाले परिजनों ने यह भी बताया कि अपहरण कर्ता ने उनके बच्चे को छोडऩे के एवज में 30 लाख रूपए फिरौती की भी मांग की है। Also Read – CM शिवराज ने माता के चरणों में शीश नवा कर किया आगाज, रोड शो के दौरान भाजपा-कांग्रेस कार्यकर्ता आमने-सामने लिहाजा पुलिस ने परिजनों से लगातार अपहरणकर्ताओं के सम्पर्क में बने रहने की बात कही और खुद सायबर सेल की मदद से अपहरणकर्ताओं के मोबाइल की लोकेशन का पता लगाने लगी। पुलिस की अलग-अलग टीमें मोबाइल की लोकेशन के आधार पर अपहरणकर्ताओं के ठिकाने पर पहुंची तो उसके कान खड़े हो गए। दरअसल चार नाबालिग बालकों ने मिलकर अपने एक साथी के अपहरण की झूठी कहानी गढ़ी और उस पर अमल करते हुए परिजनों से 30 लाख रूपए फिरौती की मांग करने लगे। 30 लाख रूपए से शुरू हुआ सौदा अंत में 5 लाख रूपए तक पहुंच गया, लेकिन इसी बीच पुलिस वहां पहुंच गई और नाबालिग बालकों की झूठी कहानी का पर्दाफाश हो गया, जिसके बाद पुलिस सहित जिस बालक के अपहरण की कहानी गढ़ी गई थी। उसके परिजनों ने राहत की सांस ली। फिलहाल अपहृत बालक सुरक्षित है और अपने परिजनों के साथ हैं।