मृत बच्चे के परिजनों ने लगाया अस्पताल प्रबंधन पर उपचार में लेटलतीफी का आरोप तो दूसरी घटना में परिजनों की अज्ञानता पड़ी भारी,सर्प मित्र सारथी ने कैद किए सांप को आजाद कराया
हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा । मौसम के बदलते ही शहरी क्षेत्रों के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में सर्प दिखने के साथ साथ अब सर्प दंश की घटना भी सामने आने लगी है। गुरुवार को जिले में सर्पदंश की दो अलग अलग घटनाएं घटित हुई। दोनों ही घटनाओं से बच्चे सर्पदंश के शिकार हुए। जहाँ एक घटना में बच्चे की मौत हो गई तो वहीं दूसरी घटना के बच्चे का उपचार जारी है।सर्पदंश की इन दो घटनाओं में जिला अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही से लेकर लोगों की अज्ञानता सामने आई है ।

पहला मामला हैं पम्प हाउस का है । जहां 4 बजे अपनी मां के साथ सो रहे 2 वर्षीय बालक सत्यम को किसी जहरीले सांप ने काट लिया। परिवार वाले बिना देरी किए बच्चे को जिला अस्पताल लेकर पहुंचे । पर परिजनों के मुताबिक सही समय पर उपचार नहीं मिलने की वजह से बच्चे की मौत हो गई। बच्चे की मां ने बताया कि उसका बच्चा बच जाता अगर सही समय पर ध्यान दिया गया होता और उपचार में देरी नहीं की गई होती। सर्पदंश शिकार बच्चा मां से रो रो कर बोलता रहा मां बहुत दर्द हो रहा आखिरकार कुछ देर पश्चात बच्चा जिंदगी की जंग हार गया। इस हृदय विदारक घटना से अपने कलेजे का टुकड़ा छीन जाने से मां का रो रो कर बुरा हाल हो गया है । पोस्टमार्टम के बाद मृत बच्चे का शव घर वालों को सौंप दिया गया । वहीं दूसरी घटना भुलसीडीह से सामने आई । जहाँ एक बच्ची को सांप ने काट लिया जिसके बाद घर वालों ने अज्ञानता वश ब्लेड से चिरा मार दिया व बच्ची को जिला अस्पताल लेकर पहुंचे । जहां उसे दाखिल कर उपचार कराया जा रहा है ।ततपश्चात घर वालों ने स्नेक रेस्क्यू टीम के प्रमुख (वन विभाग सदस्य)जितेंद्र सारथी को इसकी सूचना दी ।जितेंद्र सारथी अपने टीम राजू बर्मन, मोंटू और सौरव के साथ पहुंचे । इससे पहले परिजनों ने सांप को जाल में कैद कर ग्रामीणों की निगरानी में रखा था। सर्पमित्र श्री सारथी ने ग्रामीणों की भ्रांतियां दूरकर सांप को जाल से आज़ाद कराया ।साथ ही सभी को बताया की यह सांप जहरीला नहीं होता यह सांप बिना जहर वाला है । जिसको अंग्रेजी में ट्रिंकेट सांप बोलते हैं वहीं हिंदी में खडदंगया बोलते हैं, उपचार के लिए भर्ती कराए गए बच्ची को कुछ नहीं होगा उसे घर वापस ला सकते हैं।

सर्प मित्र जितेंद्र सारथी ने परिवार के लिए संवेदना जाहिर किया-
सर्प दंश के मृत्यु को प्राप्त बच्चे के लिए जितेंद्र सारथी ने अपनी संवेदना व्यक्त की साथ ही घर वालों को हिम्मत बांधा साथ ही सर्प दंश होने पर जल्द से जल्द ज़िला अस्पताल पहुंचे । किसी भी प्रकार से झाड़ फूक और ब्लेड या चाकू से सर्प दंश की जगह पर चिरा न लगाएं।
जिला अस्पताल के अधिकारी से की अपील
जितेंद्र सारथी ने कहा हम लगातार सांपो के साथ लोगों की जान बचाने में लगे हैं। हम लोगों से अपील करते हैं कि सर्प दंश होने पर ज़िला अस्पताल पहुंचे अगर वहां लापरवाही की जाएगी तो हमारी मेहनत पर पानी फिर जाएगी। इसलिए सभी से निवेदन है कि सर्प दंश व्यक्ति को जल्द से जल्द उपचार देवें साथ ही उनके परिवार के साथ सही व्यवहार करें।
डीएफओ ने की आम जनों से अपील-
सांप निकलते ही जितेंद्र सारथी को सुचना दें। सर्प दिखने पर पहले फोटो जरूर लेवे और जल्द से जल्द जिला अस्पताल पहुंचे, जिससे सही उपचार मिलने पर आप की जान बच सकें।