नई दिल्ली, । देश में कोरोना वैक्सीन को लेकर कई तरह के भ्रम पैदा किए जा रहे हैं। कोई राज्य और केंद्र के बीच तालमेल की बात कह रहा है तो कई केंद्र पर वैक्सीन उपलब्ध न कराने का आरोप लगा रहा है। कोई कह रहा है कि केंद्र सरकार विदेशों से वैक्सीन खरीदने के लिए प्रयास ही नहीं कर रही। इन सबको लेकर सरकार की तरफ से बयान जारी किया या है। सरकार की तरफ से कहा गया है कि आधे सच और झूठ फैलाए जाने और गलत बयानों के चलते आम इंसान के दिमाग में भ्रम पैदा हुए है। कोरोना वैक्सीन को लेकर बनी कमेटी के चीफ और नीति आयोग के सदस्य वीके पॉल ने इन सब भ्रम पैलाने वाले सवालों के खुलकर जवाब दिया।
विदेशी वैक्सीनों के अप्रूवल पर नीति आयोग ने दिया जवाब
ऐसी चर्चा है कि केंद्र ने दुनिया भर की वैक्सीनों को अप्रूवल नहीं दिया? इतना ही नहीं इस तरह के मैसेज भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। इनका जवाब देते हुए वीके पॉल ने कहा कि केंद्र सरकार की ओर से यूएस एफडीए, ईएमए और जापान की संस्था पीएमडीए की ओर से अप्रूव की गई दवाओं की भारत में एंट्री के लिए तेजी से काम किया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार नियमों में संशोधन कर रही है ताकि विदेशों में प्रभावी साबित हुई दवाओं को ट्रायल की प्रक्रिया से राहत दी जा सके। उन्होंने कहा कि देश के ड्रग्स कंट्रोलर के पास किसी भी विदेशी वैक्सीन कंपनी का आवेदन लंबित नहीं है।
राज्यों पर डाली जा रही है वैक्सीन की जिम्मेदारी
एक बात इस तरह की भी कही जा रही है कि केंद्र सरकार ने राज्यों पर वैक्सीन के लिए जिम्मेदारी डाल दी है। इसे लेकर नीति आयोग ने कहा कि ये बिल्कुल गलत है। भारत सरकार की ओर से खरीदी गई वैक्सीन को तेजी के साथ राज्यों में सप्लाई किया जा रहा है ताकि जल्द से जल्द और अधिक फ्री वैक्सीनेशन की जा सके। भारत सरकार की ओर से खरीदी गई वैक्सीन्स को तेजी के साथ राज्यों को सप्लाई किया जा रहा है ताकि फ्री वैक्सीनेशन किया जा सके। इसके अलावा केंद्र सरकार ने राज्यों को भी छूट दी है कि वे अपने स्तर पर दुनिया भर से वैक्सीन की खरीद कर सकें। राज्यों को प्रयाप्त वैक्सीन सप्लाई न होने के सवाल को भी पॉल ने गलत बताया। उन्होंने कहा कि वैक्सीन सप्लाई की प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी है। वैक्सीन की उपलब्धता को लेकर राज्यों को पहले ही पूरी जानकारी दी जा रही है। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में वैक्सीन की उपलब्धता बढ़ जाएगी तो सप्लाई को भी बढ़ा दिया जाएगा।
क्या है बच्चों के वैक्सीनेशन का प्लान
बच्चों के लिए वैक्सीनेशन की तैयारियों पर नीति आयोग ने कहा कि फिलहाल किसी भी देश में बच्चों के लिए कोरोना की वैक्सीन अभी नहीं है। यहां तक कि डब्लूएचओ ने भी इस संबंध में कोई शिकायत नहीं की है। नीति आयोग ने कहा कि कोरोना वायरस को लेकर अबतक जितनी स्टडी सामने आई है उससे यही अंदाजा लगाया जा रहा है कि बच्चों को इससे कोई नुकसान नहीं होगा। उन्होंने कहा कि वॉट्सऐप ग्रुप्स पर पैनिक वाले संदेशों के जरिए बच्चों को टीका लगाने को लेकर विचार न किया जाए।