ईरान ने किया इजरायल के खिलाफ अधिकारिक रूप से जंग का ऐलान ,ट्रंप ने कहा -खाली करें तेहरान , इजरायल ने कहा बुरा होगा हश्र !

दिल्ली । इजरायल ईरान संघर्ष ने अब जंग का रूप ले लिया है। 6 दिनों तक एक-दूसरे पर हमले करने के बाद ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई ने आधिकारिक तौर पर जंग का ऐलान कर दिया है।

खामेनेई ने कहा कि अब जंग शुरू हो चुका है और ईरान कोई रहम नहीं करने जा रहा है। इससे पहले डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि हर किसी को फौरन तेहरान खाली कर देना चाहिए और ईरान को बिना शर्त सरेंडर करना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई अभी नहीं मारेंगे, हालांकि अमेरिका को पता है कि वह कहां छिपे हैं और वह आसान लक्ष्य हैं।

जबकि इजरायल के रक्षा मंत्री इजरायल काट्ज का कहना है कि खामेनेई का भी वही हश्र हो सकता है जो इराकी राष्ट्रपति सद्दाम हुसैन का हुआ था। वहीं डोनाल्ड ट्रंप ने इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से लगातार खराब होते हालात को लेकर फोन पर बात की है। इजरायल-ईरान जंग में अब 1300 से ज्यादा लोग जख्मी हुए हैं एक मानवाधिकार समूह के हवाले से बताया है कि ईरान पर इजरायली हमलों में 585 लोग मारे गए हैं और 1,326 अन्य घायल हुए हैं। वहीं – इजरायल के 16 से ज्यादा लोगों की मौत हुई है।

आपको बता दें कि इससे पहले इजरायल-ईरान संघर्ष के बीच मंगलवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई को खुली चेतावनी दे दी है। ट्रंप ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म द ट्रूथ पर लिखा, हम ठीक से जानते हैं कि तथाकथित सर्वोच्च नेता कहां छिपा है। वह एक आसान लक्ष्य है, लेकिन वहाँ सुरक्षित है – हम उसे मार नहीं सकते (मार नहीं सकते.!), कम से कम अभी तो नहीं। लेकिन हम नहीं चाहते कि मिसाइलें नागरिकों या अमेरिकी सैनिकों पर दागी जाएं। हमारा धैर्य खत्म होता जा रहा है। इस मामले पर आपका ध्यान देने के लिए धन्यवाद..!

उन्होंने दूसरे पोस्ट में लिखा, फिलहाल वह ईरान के सर्वोच्च नेता अली खामेनेई को खत्म करने के लिए कोई कार्रवाई नहीं करेंगे। इसके बाद, उन्होंने बड़े अक्षरों में लिखा, बिना शर्त आत्मसमर्पण! यानी अमेरिका चाहता है सुप्रीम लीडर बिना किसी शर्त के समर्पण कर दें। ट्रंप ने कहा कि या तो ईरान, अमेरिका से बातचीत करे या अमेरिकी हमले का सामने करने के लिए तैयार हों। ट्रंप ने आगे कहा कि ईरान के आसमान पर अब हमारा पूरा और संपूर्ण नियंत्रण है। ईरान के पास अच्छे स्काई ट्रैकर और अन्य रक्षात्मक उपकरण थे, और उनकी संख्या बहुत थी, लेकिन इसकी तुलना अमेरिका द्वारा निर्मित, कल्पना की गई और निर्मित सामान से नहीं की जा सकती। कोई भी इसे अच्छे पुराने अमेरिका से बेहतर नहीं कर सकता। कुछ दिनों पहले जानकारी सामने आई थी कि ईरान के सुप्रीम लीडर अपने परिवार के साथ सुरक्षित बंकर में छिप गए हैं। 12 जून की रात से इजरायल ने ईरान के खिलाफ सैन्य कार्रवाई शुरू कर दी है।

इस कार्रवाई को ईरान ने ऑपरेशन राइजिंग लायन नाम दिया है। इजरायल का लक्ष्य ईरान को किसी भी कीमत पर परमाणु हथियार बनाने से रोकना है। हालांकि, ईरान भी लगातार इजरायल पर बमबारी कर रहा है। वहीं, अमेरिका ने कहा है कि अगर ईरान ने किसी भी अमेरिकी नागरिक को नुसकान पहुंचाया तो उसे हम बर्दाश्त नहीं करेंगे। दूसरी तरफ ईरान का आरोप है कि इजरायल के इस सैन्य कार्रवाई का अमेरिका समर्थन कर रहा है।
बताते चलें कि राष्ट्रपति ट्रंप ने मंगलवार को जी7 बैठक में हिस्सा तो लिया था, लेकिन वो आोयजन को बीच में ही छोडक़र अमेरिका वापस लौट गए।