अब नक्सलियों के कारण गांवों में फ़ैल रहा कोरोना संक्रमण

0 बैठक के बाद एक गांव के 91 लोग संक्रमित, कमांडर की पॉजिटिव
0 कोरोना से कई नक्सलियों की मौत का पुलिस ने किया दावा


रायपुर । प्रदेश में कोरोना की दूसरी लहर अब नियंत्रण में आ रही है। शहरों में अब स्थिति काफी हद तक सामान्य हो रही है। लेकिन दूरस्थ वनांचल के ग्रामों में अब कोरोना संक्रमण को फैलने का दूसरा जरिया मिल गया है। सूचना मिल रही है कि वनांचल के आदिवासी ग्रामों में अब नक्सलियों के जरिए कोरोना संक्रमण फ़ैल रहा है। नक्सलियों की बैठक के चलते जंगलो में मौजूद छोटे छोटे आदिवासी गांवों में कोरोना का संक्रमण फैलने लगा है। इसका ताजा मामला सुकमा जिले के कर्मागोंडी गांव है है, जहां नक्सली बैठक के बाद गांव के करीब 91 लोग संक्रमण की जद में आ गए हैं।

पुलिस का दावा है कि सुकमा के आदिवासी गांव कर्मागोंडी में नक्सलियों की मीटिंग के बाद 91 लोग कोरोना संक्रमण की चपेट में आए हैं, जिन्हें इलाज के लिए सरकारी अस्पतालों में भर्ती किया गया है। इस गांव में 21 से 27 मई तक कुल 239 टेस्ट किए गए, जिसमें से 91 लोग पॉजीटिव पए गए हैं। इस गांव से एक महिला को प्रसूति के लिए जिले के सरकारी अस्पताल ले जाया गया था। जब महिला कोविड से संक्रमित मिली और नक्सल प्रभावित गांव में कई लोगों कोविड के लक्षण दिखाई दिए, उसके बाद गांव मे जांच करने स्वास्थ्य अधिकारी गए। 120 घरों के छोटे से गांव मे 7 दिनों के भीतर 239 टेस्ट किए गए, उसमे से 91 लोग पॉजिटिव पाए गए। बस्तर पुलिस के आईजी सुंदरराज पी ने बताया कि जांच में सामने आया है कि इस गांव से लगे हुए जंगल में नक्सलियों ने कुछ दिनों पहले तेंदूपत्ता को लेकर एक मीटिंग की थी। इसके बाद लोगों में संक्रमण सामने आया। कुकनार के गांव में नक्सली मीटिंग हुई थी, उसके बाद गांव के लोग संक्रमित मिले। 239 टेस्ट हुए जिसमें 90 से ज्यादा लोग संक्रमित मिले।


पुलिस ने कई नक्सलियों की कोरोना से मौत का भी दावा किया है। प्रदेश के नक्सली संगठन में कोरोना फैल चुका है और इसके चलते अभी तक कई लोगों की मौते हो चुकी है। नक्सलियों के बड़े लीडर जैसे डिविजनल कमेटी मेंबर, नक्सलियों की सेंट्रल रीजनल कमांड और बटालियन में कई नक्सली बीमार हैं। 27 मई को नक्सलियों की बटालियन नंबर 1 में नक्सली लीडर हिड़मा के करीबी और नक्सलियों के टेक्निकल टीम के प्रमुख कोरसा गंगा उर्फ़ आयतु की तेलंगाना के एक अस्पताल में मौत हो गई। इसे छोड़कर वापस लौट रहे 3 नक्सलियों को जब तेलंगाना की भद्रादि कोठेगुडेम पुलिस ने सर्चिंग में पकड़ा, तब इसका खुलासा हुआ। कोठेगुडेम जिले के एसपी सुनील दत्त ने बताया कि छत्तीसगढ़ के सुकमा बीजापुर का कोर नक्सल इलाका तेलंगाना से लगा हुआ है। यहां से कई बड़े नक्सली चोरी-छुपे तेलंगाना इलाज के लिए आ रहे हैं। पकड़े गए नक्सलियों से पूछताछ की गई तब इसका खुलासा हुआ कि जंगल के अंदर कई नक्सली बीमार हैं।