तालाबंदी की चेतावनी से डरा एसईसीएल ,चार दिन बाद सर्वमंगला कुसमुंडा मार्ग की होगी मरम्मत

प्रंबधन ने क्षेत्रीय पार्षद को दिया आश्वासन ,कहा टेंडर की प्रक्रिया पूरी कर रहे ,फोरलेन के इंतजार में जानलेवा बना है मार्ग

हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा । सर्वमंगला कुसमुंडा जर्जर मार्ग में आवागमन करने वालों को जल्द ही जानलेवा गढ्ढों व कीचड़ से राहत मिलेगी। एसईसीएल के कुसमुंडा कार्यालय की तालाबंदी आंदोलन के ऐलान के बाद प्रबंधन हरकत में आ गया है। 4 दिनों के भीतर टेंडर की पूरी प्रक्रिया पूरी कर कार्यादेश जारी कर मरम्मत कार्य शुरू करने का आश्वासन प्रबंधन ने दिया है । जिसके बाद पार्षद अमरजीत सिंह ने आंदोलन को स्थगित कर दिया है।

यहाँ बताना होगा कि कोयलांचल को जिला मुख्यालय से जोड़ने वाली सर्वमंगला कुसमुंडा 5.5 किलोमीटर मार्ग जानलेवा बना हुआ है।इस मार्ग का सर्वाधिक उपयोग कर रही एसईसीएल इंडस्ट्रियल कॉरिडोर सड़क निर्माण योजना के तहत कोयलांचल की 2 अन्य सड़कों सर्वमंगला से तरदा एवं तरदा से हरदीबाजार की सड़कों कुल 26 .7 किलोमीटर जर्जर सड़क को सुरक्षित आवागमन के लिए फोरलेन सड़क बना रही है। 200 करोड़ की लागत से इस सड़क का निर्माण कार्य नागपुर की फर्म एमएमएस कर रही है । सड़क को मार्च 2023 तक तैयार किया जाना है। जिसमें से अभी 25 फीसदी कार्य भी नहीं हुआ है। इस बीच सड़क बरसात में भारी वाहनों से जानलेवा बन गई है । बरसात के साथ सड़क की मिट्टी दलदल कीचड़ में तब्दील हो गई है । जिसमें आए दिन लोग फिसलकर गिर रहे हैं। आवागमन बेहद कष्टप्रद बना हुआ है। एसईसीएल पर फोरलेन बनने तक मार्ग को आवागमन योग्य बनाए रखने की जिम्मेदारी है।इसके लिए प्रबंधन ने डेढ़ करोड़ की लागत से टेंडर भी बुलाया है। पर प्रोसेस कब तक पूरा होगा मार्ग की मरम्मत कब होगी इसको लेकर प्रबंधन जनप्रतिनिधियों को भी जानकारी साझा नहीं कर रहा था। बरसात आमजनों को हो रही विकराल समस्या को देखते हुए क्षेत्र के पार्षद व एमआइसी सदस्य अमरजीत सिंह ने विगत दिनों एसईसीएल कुसमुंडा प्रबंधन जो पत्र लिखकर कोरबा- कुसमुण्डा मार्ग को आम लोगो के चलने लायक बनाने की मांग की थी। अन्यथा प्रबंधन कार्यालय की तालाबंदी करने की चेतावनी भी दी गई थी। इसके बाद एसईसीएल प्रबंधन के सिविल विभाग की ओर से अमरजीत को पत्र प्रेषित कर बताया गया है कि इस मार्ग की मरम्मत के लिए निविदा हो चुकी है। डेढ़ करोड़ की लागत से होने वाले मरम्मत कार्य के लिए चार फर्म ने निविदा में रुचि दिखाई है।3 फर्म के बीच निविदा में प्रतिस्पर्धा है। 23 जून को निविदा खुलेगी, निविदा खुलते ही पात्र फर्म को अगले दिन अर्थात 24 जून को निविदा आबंटित कर दी जावेगी और तत्काल इमलीछापर -सर्वमंगला मार्ग की मरम्मतीकरण शुरू हो जाएगी । इस पर अमरजीत ने क्षेत्र के विशिष्ठ व आमजनों से परामर्श कर प्रबंधन को 4 दिन की और मोहलत दी है। यहां बताना होगा कि पार्षद के अल्टीमेटम के दूसरे दिन ही एसईसीएल प्रबंधन ने सड़कों पर गिट्टी गिराना व निगम ने भी खराब सड़कों के गड्ढों को भरना शुरू कर दिया है।
पार्षद अमरजीत ने बताया कि हमारा उद्देश्य प्रबंधन कार्यालय की तालाबंदी कर प्रबंधन के कार्य को प्रभावित करना नहीं है। हम केवल हमारी जनता के हक और सुविधाओं के लिए प्रबंधन को मौखिक और लिखित आवेदन कर मरम्मत के लिए निवेदन कर रहे थे परंतु प्रबंधन के अधिकारियों की चुप्पी ने हमें तालाबंदी करने पर विवश कर दिया है। 4 दिन के अंदर मरम्मत कार्य शुरू नही हुआ तो हम वृहद आंदोलन करने बाध्य होंगे ।