कोरबा। ऊर्जाधानी से राजधानी तक पुलिस को जनता का मित्र बनाने/बताने की कवायदों के बीच रामपुर पुलिस सहायता केन्द्र में पदस्थ एएसआई सुदामा प्रसाद के द्वारा आधी रात जप्त बाइक को छोड़ने के एवज में 5 हजार रुपए मांगने की शिकायत पुलिस महानिरीक्षक से की गई है।
कोतवाली के अधीन रामपुर क्षेत्रांतर्गत कांशीनगर निवासी सुनील कुमार निर्मलकर 6 हजार रुपए मासिक आमदनी पर काम करने वाला व्यक्ति है। उसने 3 जुलाई मंगलवार को रात 8 बजे काम से लौटने उपरांत घर में जगह न होने के कारण अपनी बाइक को हर दिन की तरह घर के बाहर खड़ी किया था। रात लगभग 1 बजे पुलिस पेट्रोलिंग वाहन के द्वारा उसकी बाइक क्रमांक सीजी-12एल-1434 सीडी डॉन को बिना किसी सूचना के रामपुर पुलिस सहायता केन्द्र लाया गया। सूचना होने पर अगले दिन थाना पहुंचा तो सुनील कुमार पर कार्यवाही करने की जानकारी मिली। सुनील ने इसकी शिकायत प्रभारी मयंक मिश्रा से की तो उन्होंने एएसआई सुदामा प्रसाद से संपर्क करने कहा। एएसआई ने 5 हजार रुपए मांगे और वाहन नहीं छोड़ने की बात कही। सुनील कुमार ने पुलिस महानिरीक्षक बिलासपुर रेंज रतनलाल डांगी एवं पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल से आज की गई शिकायत में कहा है कि वह गरीब परिवार से है और मात्र 6 हजार रुपए की आमदनी में 5 हजार रुपए कहां से दे पाएगा। यदि उसकी शिकायत पर संज्ञान नहीं लिया गया तो मुख्यमंत्री निवास के समक्ष परिवार सहित धरना देने बाध्य होउंगा। यह मामला सोशल मीडिया में आने के बाद आनन-फानन में सुनील कुमार को रामपुर सहायता केन्द्र बुलाकर उसकी बाइक वापस कर दी गई। सुनील कुमार ने बताया कि अब उसे कोई शिकायत नहीं है लेकिन वह इस तरह की कार्यवाही से परेशान जरूर हुआ।