विमानन संचालनालय के निर्देश पर दिल्ली से पहुंची फर्म जीओएड कंसल्टेंसी प्राइवेट लिमिटेड रूमगरा हवाई पट्टी के आगे कर रही सर्वे,सीएम की प्राथमिकता में है जांजगीर या कोरबा में विमानन सेवा शुरू करना
हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा(भुवनेश्वर महतो)। जिलेवासियों का कोरबा से बिलासपुर ,रायपुर सहित अन्य शहरों का सफर चंद घण्टों में तय करने का सपना जल्द ही साकार हो सकता है। मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद कोरबा में व्यवसायिक हवाई अड्डा (एयरपोर्ट)की संभावनाएं तलाशने की कवायद शुरू कर दी। विमानन संचालनालय के निर्देश पर दिल्ली से पहुंची फर्म जीओएड कंसल्टेंसी प्राइवेट लिमिटेड ने रूमगरा हवाई पट्टी के पास हवाई अड्डा के लिए ओएलएस सर्वे शुरू कर दिया है। टीम जल्द ही विमानन संचालनालय को इसकी रिपोर्ट सौंपेगी।
यहाँ बताना होगा कि औद्योगिक नगरी कोरबा में दर्जनों औद्योगिक संस्थान संचालित हैं। जहाँ विभिन्न प्रदेश के अलावा विभिन्न प्रांतों से आए लोग अधिकारी कर्मचारी, के रूप में सेवाएं दे रहे हैं। शासकीय विभागों में भी बड़ी संख्या में ऐसे कर्मचारी कार्यरत हैं।इसके अलावा बड़ी संख्या में व्यापारी , ठेका श्रमिक व विभिन्न क्षेत्रों के मजदूर भी आकर बसे हुए हैं। जिन्हें पर्व व अन्य निजी कार्यक्रमों/ अवसरों पर अपने गृह प्रान्त शहर जाने के लिए रेल व सड़क मार्ग का सहारा लेना पड़ता है।इसके अलावा यहां के व्यापारियों ,अधिकारी कर्मचारियों व आमजनों को भी रेल व सड़क मार्ग से ही सफर तय करना पड़ता है। जिसे देखते हुए अर्से से विमानन सेवा शुरू होने का इंतजार किया जा रहा है। ताकि रायपुर व देश के विभिन्न क्षेत्रों के लिए कोरबा से उड़ान भर सकें। चंद घण्टों में सैकड़ों हजारों किलोमीटर का सफर तय कर अपने कीमती समय की बचत की जा सके। जन आकांक्षाओं के साथ साथ यह मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की प्राथमिकताओं में भी है। लिहाजा विमानन संचालनालय ने कोरबा में हवाई अड्डा की संभावनाएं तलाशने की कवायद शुरू कर दी है। जीओएड कंसल्टेंसी प्राइवेट लिमिटेड दिल्ली को ओएलएस सर्वे की जिम्मेदारी दी गई है। इस पूरी प्रक्रिया में लोक निर्माण विभाग को आवश्यक सहयोग प्रदान करने का आदेश दिया गया है। टीम के 3 सदस्य पिछले दो दिनों से जिले में रूमगरा हवाई पट्टी के पास ओएलएस सर्वे कर रहे हैं। यह एक ऐसा सर्वे है जिसके तहत यह देखा जाता है कि जिस क्षेत्र का हवाई अड्डा के लिए चिन्हांकन किया जा रहा है। उड़ान के दौरान चिमनी ,पहाड़,ऊंची टॉवर तो नहीं आ रही है। उक्त सर्वे कर उपयुक्त स्थल की रिपोर्ट विमानन संचालनालय को आवश्यक कार्यवाई के लिए भेज दी जाती है।
तो रूमगरा हवाई पट्टी को शासन कर लेगी टेक ओवर
वर्तमान रूमगरा हवाई पट्टी का उपयोग अधिकांशतः बालको प्रबंधन कर रहा है। कुछ एक मौकों पर ही वीवीआइपी ,वीआईपी की हैलीकॉप्टर यहाँ लैंड करती है। रूमगरा हवाई पट्टी की लंबाई वर्तमान में 1200 मीटर है ,जिसे हवाई अड्डा के लिए उपयुक्त जमीन मिलने की दशा में 3000 मीटर तक किया जा सकता है। अगर हवाई अड्डा के अनुकूल उपयुक्त जमीन मिल जाती है तो आने वाले समय में शासन इसे टेक ओवर कर व्यवसायिक उड़ान के लिए दे सकती है। बालको का एकाधिकार इस पर समाप्त हो जाएगा।
एक तरफ पहाड़ एक तरफ चिमनी ,राजस्व विभाग की मानें तो नहीं मिल पाएगी उपयुक्त जमीन,जांजगीर जा सकता है प्रोजेक्ट
मुख्यमंत्री की प्राथमिकता में कोरबा या जांजगीर जिले में व्यवसायिक हवाई सेवा शुरू करने की है। लेकिन जिस जिले में इसके लिए उपयुक्त स्थल मिलेगा वहीं यह प्रोजेक्ट चला जाएगा। राजस्व अधिकारियों की मानें तो कोरबा में इसके लिए उपयुक्त स्थल मिलना मुश्किल है। यहाँ एक छोर में बड़ी बड़ी औद्योगिक संयंत्रों की चिमनियां हैं तो वहीं एक छोर में विशाल पहाड़ चट्टानें हैं। जो विमानन सेवा शुरू करने में एक बड़ी बाधा बन सकती है। लिहाजा इस प्रोजेक्ट का जांजगीर शिफ्ट होने की संभावना अधिक है। बहरहाल सर्वे के बाद प्राप्त रिपोर्ट के बाद ही यह स्पष्ट हो सकेगा।
2011 में शुरू हुई थी व्यवसायिक एयरक्राफ्ट की सेवा ,पैसेंजर नहीं मिलने से चंद दिनों में बन्द हो गई
गौरतलब हो सन 2011 में तत्कालीन कलेक्टर रजत कुमार के प्रयासों से कोरबा में व्यवसायिक एयरक्राफ्ट की सुविधा शुरू हुई थी। छत्तीसगढ़ एविएशन एकेडमी द्वारा इसकी शुरुआत की गई थी। 5 सीटर पैसेंजर एयरक्राफ्ट में बिलासपुर ,रायपुर ,जगदलपुर के लिए जिलेवासियों ने उड़ान भी भरी थी। लेकिन महंगी किराया दर और पैसेंजर नहीं मिलने की वजह से हफ्ते दस दिनों में ही कंपनी ने घाटे के कारण उड़ानें बन्द कर दी। जिसके बाद जिले में 4 कलेक्टर आकर अपना कार्यकाल पूरा कर चले गए किसी ने इस दिशा में सार्थक पहल नहीं की।
वर्जन
टीम कर रही सर्वे
कोरबा में विमानन संचालनालय के निर्देश पर व्यवसायिक हवाई अड्डा के लिए संभावनाएं तलाशने दिल्ली से जोओएड कंसल्टेंसी की टीम सर्वे के लिए पहुंची है। सर्वे रिपोर्ट टीम संचालनालय को ही सौंपेगी।
ए.के .वर्मा ,ईई पीडब्ल्यूडी कोरबा