छत्तीसगढ़ के ढाई सौ आंगनबाड़ियों को हाईटेक बना रहा वेदांता

नंदघर योजना कोरबा सहित राज्य के 6 जिलों में शुरू,पश्चिमी देशों के किडर गार्डस की तरह किया जा रहा विकसित

हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा । वेदांता ग्रुप के अनिल अग्रवाल फाउंडेशन के द्वारा एक अनुकरणीय पहल करते हुए छत्तीसगढ़ के 6 जिलों के 234 सरकारी आंगनबाड़ियों को गोद लेकर उसे नंद घरों में परिवर्तित किया गया है।इन नंद घरों को वेदांता के द्वारा पश्चिमी देशों के किडर गार्डस की तरह विकसित किया जा रहा है।

यहां पर टेलीविजन, मल्टीमीडिया, खेलकूद के सामान, खूबसूरत सजावटी चित्रकारी, पेयजल और भोजन की उचित व्यवस्था, कीट पतंगों का नियंत्रण और आवश्यक कुर्सी टेबल जैसे इंफ्रास्ट्रक्चर प्रदान किए जा रहे हैं।नंद घर कार्यक्रम के कोरबा जिला प्रोग्राम प्रबंधक जयप्रकाश जार्ज ने बताया कि इन आंगनबाड़ियों में बच्चों की उपस्थिति को सुनिश्चित करने और उन्हें अच्छी शिक्षा देने के लिए नंदघर मोबाइल ऐप और गूगल शीट जैसे तकनीक का प्रयोग किया जा रहा है। इसके लिए हर जिले में सुविधानुसार संकुल कोऑर्डिनेटर्स की भर्ती की गई। है। राज्य मे 40 और कोरबा जिले में वर्तमान 5 संकुल कोऑर्डिनेटर दीक्षा भारती जायसवाल,विनय जोशी, कामता कौशिक,अमित सिंह बिसेन और योगेश चंद्रोशा कार्यरत हैं।
राज्य स्तर पर कार्यक्रम के संचालक, वेदाता फाउंडेशन की रिफतशमीम खान ने बताया की इन नंद घरों पर विशेष ध्यान देते हुए जिला प्रशासन एवं महिला बाल विकास मंत्रालय के निर्देश अनुसार इनमें लगातार सुधार और विकास के काम सुनिश्चित किए जाते हैं ताकि बच्चों की मानसिक और शारीरिक वृद्धि में कोई रुकावट न हो।जानकारी के अनुसार वर्तमान में कार्यरत क्लस्टर कोऑर्डिनेटर्स को समय समय पर ऑनलाइन प्रशिक्षण भी दिया जाता है ताकि नँद घरों में ई.लर्निंग स्टडी मटेरियल एवं व्यवहार कुशलता जैसे गतिविधियों पर कोई रुकावट न आये। छत्तीसगढ़ में इस कार्यक्रम का संचालन एवं संधारण स्वयं सेवी संस्था जनमित्रम को दिया गया है