कोरबा । बांकीमोंगरा क्षेत्र में रेत के अवैध खनन और परिवहन कार्य में लगे लोगों ने मिलकर एक होटल संचालक को दुकान से उठाया, जंगल की ओर ले गए और अधमरा होते तक पीटा। मरा समझकर वापस लाया और होटल में छोड़कर फरार हो गए। मामले में पुलिस ने संज्ञान लिया है।
जानकारी के अनुसार बांकीमोंगरा थानांतर्गत सुराकछार बलगी में शराब भी के बगल में धरम सिंह राजपूत का होटल है। होटल के बगल रास्ते से होकर रेत परिवहन में लगे ट्रैक्टरों का आना-जाना होता है। निकट स्थित नदी से अवैध रेत का खनन एवं परिवहन में लगे ट्रैक्टर धरम के होटल के सामने से गुजरते हैं जिस कारण गड्ढे हो चुके हैं। गड्ढों की वजह से धरम के होटल में ग्राहकों का आना-जाना कम हो गया है। धरम ने रेत कारोबारी गिरीष, गिरिवर को उसके दुकान के सामने रेत डालकर पाटने के लिए कहा तो इंकार कर दिया। बार-बार यह बात कहने पर इन्होंने रंजिश रख ली और बालू खाली कर रात करीब 10-11 बजे धरम सिंह के होटल पहुंचे। इस दौरान गिरीष के साथ उसका भाई गिरिवर और धिरवर सहित उसके 7 ट्रैक्टरों में काम करने वाले लेबर, ड्राईवर लाठी-डंडा और रॉड से लैस होकर 25-30 संख्या में पहुंचे। उस वक्त धरम सिंह राजपूत का कर्मचारी होटल की भी को बुझा रहा था और धरम अंदर था। धरम को खींचकर बाहर निकाला और मारते हुए उठाकर बल्गी डंगनिया स्थित डेम ले गए। यहां जंगल में उसके साथ बुरी तरह मारपीट की गई और मरा समझकर अपने स्वीफ्ट कार में लादकर लाए व होटल का शटर खोलकर भीतर फेंक कर चले गए। होटल के कर्मचारी राजू श्रीवास को भी एक-दो लाठी इन्होंने मारा था जिसने घटना की जानकारी धरम सिंह के परिजनों को दी थी। धरम सिंह को रात में ही उपचार के लिए जिला अस्पताल लाया गया। उसके सिर, पीठ, दोनों पैर, हाथ व चेहरे में कई गंभीर चोट आए हैं। इस मामले में बांकीमोंगरा पुलिस द्वारा संज्ञान लेकर कार्यवाही शुरू कर दी गई है। बता दें कि धरम सिंह भी आदतन बदमाश है और विगत दिनों आरक्षक के साथ मारपीट के मामले में आरोपी भी है। उक्त मामले में धरम की गिरफ्तारी अभी शेष है।
खनिज विभाग से सेटिंग की धौंस
जिला अस्पताल में भर्ती धरम सिंह ने बताया कि रेत माफिया इन भाईयों के द्वारा खनिज विभाग से सेटिंग होने की धौंस दिखाई जाती है और खनिज विभाग भी इन पर कोई कार्रवाई नहीं करता। दुकान के सामने गड्ढे में बालू गिराकर समतल करने की बात कहने पर इन लोगों ने विधायक से पहचान की भी धौंस दिखाई थी, जिस बात पर कहासुनी हुई थी।