मनाया गया संविधान दिवस, अधिकारी-कर्मचारियों ने पढ़ी संविधान की प्रस्तावना
,संविधान की मूल भावना के अनुसार जनहित में काम करने का लिया संकल्प

कोरबा ।भारत रत्न डॉ. बी.आर. अम्बेडकर की 125 वीं जयंती के अवसर पर आज 26 नवम्बर को कलेक्टोरेट परिसर में भी संविधान दिवस मनाया गया। इस अवसर पर कलेक्टर कार्यालय के सभी अधिकारी-कर्मचारियों ने संविधान की उद्देशिका का पाठन किया। सभी अधिकारी-कर्मचारियों ने संविधान की मूल भावना के अनुरूप जनहित में काम करने का संकल्प भी लिया।

इस दौरान अधिकारियों और कर्मचारियों ने भारत को एक संपूर्ण-प्रभुत्व संपन्न समाजवादी, पंथनिरपेक्ष, लोकतंत्रात्मक गणराज्य बनाने तथा सभी नागरिकों को सामाजिक-आर्थिक और राजनीतिक न्याय, विचार, अभिव्यक्ति, विश्वास, धर्म और उपासना की स्वतंत्रता, प्रतिष्ठा और अवसर की समानता प्राप्त कराने सहित राष्ट्र की एकता और अखंडता बनाए रखने के लिए संविधान को अंगीकृत करने की शपथ ली।संविधान दिवस के अवसर पर जिले के पंचायतों, नगरीय निकायों एवं जिले के विभिन्न कार्यालयों एवं संस्थाओं में भारत का संविधान के उद्देशिका तथा मूल कर्तव्य का वाचन किया गया।

संविधान में सभी वर्गो के हितों के मद्देनजर विस्तृत प्रावधानों को शामिल किया गया है

हर वर्ष 26 नवंबर का दिन देश में संविधान दिवस के तौर पर मनाया जाता है। 26 नवंबर को राष्ट्रीय कानून दिवस के रूप में भी जाना जाता है। 26 नवंबर, 1949 को ही देश की संविधान सभा ने वर्तमान संविधान को विधिवत रूप से अपनाया था। हालांकि इसे 26 जनवरी, 1950 को लागू किया गया था।भारतीय संविधान में सभी वर्गो के हितों के मद्देनजर विस्तृत प्रावधानों को शामिल किया गया है। सर्वोच्च न्यायालय की विभिन्न व्याख्याओं के माध्यम से भी बदलती परिस्थितियों के अनुसार विभिन्न अधिकारों को इसमें सम्मिलित किया गया।

संविधान दिवस मनाने का फैसला

साल 2015 में संविधान के निर्माता डा आंबेडकर के 125वें जयंती वर्ष के रूप में 26 नवंबर को सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय ने इस दिवस को ‘संविधान दिवस’ के रूप में मनाने के केंद्र सरकार के फैसले को अधिसूचित किया था।