20 फीसदी बढ़ गए नए किसान ,कुल 32859 किसान शासन को बेचेंगे धान
हसदेव एक्सप्रेस न्यूज कोरबा । जिले में खरीफ विपणन वर्ष 2020-21 के लिए 1 दिसंबर से समर्थन मूल्य पर शुरू होने जा रही धान खरीदी अभियान में 856 किसानों के आश्रित शासन को अपना धान नहीं बेच सकेंगे । कोरोना संक्रमण काल की वजह से ये किसान तहसील कार्यालय जाकर फौती नामांतरण के लिए अर्जी नहीं दे सके। इस बार जिले में धान बिक्री के लिए 5 हजार 746 नए किसान जुड़े हैं । इस तरह 41 समितियों के 44 उपार्जन केंद्रों के माध्यम से जिले में कुल पंजीकृत 32 हजार 589 किसान शासन को धान बेच सकेंगे ।
यहाँ बताना होगा कि प्रदेश सरकार ने इस बार 1 दिसम्बर से 31 जनवरी तक समर्थन मूल्य पर धान खरीदी करने का निर्णय लिया है । इसके लिए शासन द्वारा दो बार पंजीयन की मियाद बढ़ाकर 17 नवंबर तक किसानों को पंजीयन कराने की मोहलत दी गई थी । पंजीकृत किसानों के धान के रकबे का खसरावार ऑनलाइन सत्यापन किया जाना था । साथ ही इस साल धान खरीदी की व्यवस्था और पारदर्शी बनाई गई है । भुइयाँ पोर्टल के माध्यम से धान खरीदी की जानी है । साफ्टवेयर के माध्यम से न कर ऑनलाइन धान खरीदी सोसायटी मॉड्यूल में किया जाना है । भुइयाँ पोर्टल में प्रविष्ट रकबा और गिरदावली से सत्यापित रकबा का मिलान कर धान खरीदी के लिए पंजीयन की व्यवस्था की गई है । इस पारदर्शी व्यवस्था के तहत किसान पंजीयन किया गया है । इसके तहत जिले में निर्धारित मियाद के पश्चात किसानों के आंकड़े सामने आ गए हैं । इस वर्ष धान खरीदी के लिए 5 हजार 746 नए किसान जुड़े हैं । जिनके 5 हजार 838.6315 हेक्टेयर धान बोनी रकबा का सत्यापन हुआ है । गत वर्ष के 26 हजार 843 किसानों के 42 हजार 274.9890 हेक्टेयर पंजीकृत रकबा का सत्यापन हो चुका है । इस तरह जिले में इस साल 32 हजार 589 कुल किसान हो गए हैं । जिनके 48 हजार 113 .6205 रकबा का धान बिक्री के लिए पंजीयन हुआ है । लेकिन सबसे बड़ी निराशा उन मृतक किसानों के आश्रितों को लगी है जो कोरोना काल की वजह से अब तक मृत किसान की जगह पंजीकृत खसरा में अपना नाम दर्ज कराने फौती नामांतरण के लिए तहसील कार्यालय पहुँचकर आवेदन नहीं कर सके हैं ।जिले में ऐसे 856 किसान हैं । जिनका पंजीयन अद्यतन करने के दौरान निरस्त हो गया है । इन किसानों का पंजीकृत रकबा 3 हजार 528.182 हेक्टेयर पंजीयन निरस्त होने से निरस्त हो गया । अब इन मृत किसानों के आश्रितों को धान बेचने के लिए अपने नाम पर पंजीयन कराने फौती नामांतरण कराने तहसील कार्यालय जाना पड़ेगा । इस बार फौती नामांतरण के लिए आवेदन करने के बाद ऑनलाइन पंजीयन स्वीकृति दिए जाने की भी व्यवस्था की गई है ।
तो खरीदे जा सकेंगे 18 लाख क्विंटल धान
जिले में कुल 32 हजार 589 पंजीकृत किसानों के 48 हजार 113 .6205 हेक्टेयर धान के रकबे की सोसायटी मॉड्यूल में खसरा प्रविष्ट की गई है । प्रति हेक्टेयर 37.5 क्विंटल धान खरीदी का प्रावधान है । इस लिहाज से देखें तो 18 लाख 4 हजार 260 क्विंटल धान की खरीदी की जा सकती है । गत वर्ष के रकबे की तुलना में इस साल 12.13 फीसदी रकबा बढ़ा है ।
मक्का बेच सकेंगे 2686 किसान
मक्का खरीदी के लिए कुल 2 हजार 686 पंजीकृत किसान हैं । जिनके 403 हेक्टयर मक्के के रकबे का सत्यापन किया गया है । इनमें 595 नए किसान हैं जिनका कुल रकबा 101.533 हेक्टेयर है ।