बाद में वन विभाग की टीम गांव पहुंची और मगरमच्छ को ले जाकर कोटमीसोनार के क्रोकोडाइल पार्क में शिफ्ट कर दिय
(जांजगीर—चांपा)। जांजगीर—चांपा जिले के अकलतरा ब्लाक के ग्राम रसेड़ा में उस समय हड़कंप मच गया, जब गांव की गलियों में लोगों ने चार फीट का एक मगरमच्छ को विचरण करते देखा। मगरमच्छ को देख ग्रामवासियों के होश उड गए। ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन विभाग के अधिकारियों को दी। वन विभाग की टीम को पहुंचने में विलंब हुआ तो ग्रामीणों ने ही मगरमच्छ को पकड़कर रस्सी से बांध दिया।
मगरमच्छ को देखने ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई। बाद में वन विभाग की टीम गांव पहुंची और मगरमच्छ को ले जाकर कोटमीसोनार के क्रोकोडाइल पार्क में शिफ्ट कर दिया। यह मगरमच्छ कर्रा नाला बांध से निकलकर गांव की गलियों में घुसा था। ग्रामवासियों ने बताया कि पहले भी कई मगरमच्छ को ग्रामवासियों द्वारा पकडकर क्रोकोडाइल पार्क में शिफ्ट किया जा चुका है।
ग्रामीण संजय कुमार ने बताया कि कर्रा नाला बांध में फेसिंग नहीं होने के कारण यहां से मगरमच्छ निकलकर गांव की गलियों में आते हैं। ग्रामवासियों ने बताया कि कर्रा नाला बांध में अवैध मत्स्य आखेट होने के कारण मछलियों की कमी होती है एवं मगरमच्छों को मछली नहीं मिलने के कारण वह कर्रा नाला बांध से निकलकर कोटमीसोनार, रसेड़ा गांव की गलियों में आते हैं। वनपाल संतोष यादव ने बताया कि ग्रामीण जगदीश प्रसाद ने सूचित किया कि गांव में मगरमच्छ विचरण कर रहा है। वन विभाग की रेस्क्यू टीम द्वारा मगरमच्छ को पकडकर क्रोकोडाइल पार्क में शिफ्ट किया गया है।
कोटमीसोनार में बरसात के दिनों में मिले थे मगरमच्छ
कोटमीसोनार के गलियों में भी आए दिन मगरमच्छ कर्रा नाला बांध से निकलकर पहुंच जाते हैं। गांव के सुबोध थवाईत ने बताया कि बरसात के दिनों में एक माह में ही करीब आधा दर्जन से ज्यादा मगरमच्छ को ग्रामवासियों के द्वारा पकडकर क्रोकोडाइल में पार्क में शिफ्ट किया गया था।
क्रोकोडाइल पार्क में हैं लगभग 400 मगरमच्छ
जिले के अकलतरा ब्लाक के ग्राम कोटमीसोनार में प्राकृतिक रूप से प्रजनन एवं संरक्षण के नजरिए से प्रदेश का पहला क्रोकोडाइल पार्क स्थित है। इसकी स्थापना वर्ष 2006 में हुई थी। बाद में मगरमच्छ पार्क से लगे सवा सौ एकड़ क्षेत्रफल को साइंस पार्क के रूप में विकसित किया गया है। पार्क में विज्ञान से जुड़ी रोचक जानकारी मिलती है। इसलिए यह बच्चों सहित बड़ों के लिए भी आकर्षण का केन्द्र हैं। क्रोकोडाइल पार्क में लगभग 400 मगरमच्छ हैं।